डीकार्डफी क्या होता है?
डेबिट कार्ड और एटीएम कार्ड के उपयोग पर बैंक द्वारा खाते से काटा जाने वाला वार्षिक शुल्क ही डीकार्डफी कहलाता है।
• यह शुल्क तब भी काटा जाता है, जब आप कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, भले ही उसका उपयोग न भी किया जाए।
• विभिन्न बैंकों में यह शुल्क कार्ड के प्रकार एवं प्रदत्त सुविधाओं के आधार पर अलग-अलग होता है। उदाहरण के लिए, बैंक ऑफ बड़ौदा साधारण कार्ड पर ₹177 और प्रीमियम/प्लैटिनम कार्ड पर ₹295 शुल्क लेता है।
• आईसीआईसीआई बैंक तथा अन्य बैंकों में शुल्क का निर्धारण कार्ड की विशेषताओं पर निर्भर करता है।
• एटीएम से नकद निकासी, जमा या अन्य सेवाओं के लिए भी शुल्क लिया जाता है, जो बैंक द्वारा तकनीकी उन्नयन, प्रबंधन एवं अन्य संबंधित सेवाओं के रख-रखाव हेतु उपयोग में लाया जाता है।
• यदि आपके मासिक एटीएम उपयोग की सीमा से अधिक लेनदेन होते हैं, तो अतिरिक्त शुल्क भी वसूला जा सकता है।
डीकार्डफी का पूर्ण रूप
सरल भाषा में, डीकार्डफी का पूर्ण रूप ‘डेबिट कार्ड शुल्क’ है। यह शुल्क बैंक द्वारा कार्ड सेवा के लिए लिया जाता है और इसकी राशि बैंक एवं कार्ड के प्रकार पर निर्भर करती है।
डीकार्डफी के प्रकार
वार्षिक शुल्क:
• कार्ड को सक्रिय रखने हेतु हर वर्ष दिया जाने वाला शुल्क, जो बैंक, कार्ड के प्रकार तथा सहायक सुविधाओं पर निर्भर करता है।
प्रतिस्थापन कार्ड शुल्क:
• यदि कार्ड खराब, खो, समाप्त या चोरी हो जाए, तो नया कार्ड जारी कराने के लिए बैंक शुल्क वसूलेगा।
एसएमएस अलर्ट शुल्क:
• लेनदेन की जानकारी हेतु एसएमएस भेजने का शुल्क, जो कुछ बैंकों द्वारा लिया जाता है।
एटीएम उपयोग शुल्क:
• एटीएम से संबंधित सेवाओं का उपयोग करने पर निर्धारित शुल्क, जिसमें जीएसटी भी शामिल हो सकता है।
अतिरिक्त सीमा शुल्क:
• यदि एटीएम पर निश्चित सीमा से अधिक लेनदेन होते हैं, तो अतिरिक्त शुल्क लगाया जाता है।
नेटवर्क शुल्क:
• दूसरे बैंक या अलग नेटवर्क के एटीएम का उपयोग करने पर अतिरिक्त शुल्क लगता है।
अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन शुल्क:
• विदेश में कार्ड के उपयोग पर अंतर्राष्ट्रीय शुल्क लागू होता है।
ओवरड्राफ्ट शुल्क:
• यदि खाते से निर्धारित राशि से अधिक निकासी की जाती है, तो ओवरड्राफ्ट शुल्क लगाया जाता है।
डीकार्डफी क्यों लिया जाता है?
• बैंक अपने कार्ड सेवाओं के रख-रखाव, तकनीकी सुधार एवं ग्राहक सहायता प्रदान करने के लिए यह शुल्क लेते हैं, जिससे सेवाएँ निरंतर और बेहतर बनी रहती हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा में डीकार्डफी
• बैंक ऑफ बड़ौदा, जो भारत का एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्रीय बैंक है, अपने ग्राहकों को विभिन्न वित्तीय उत्पादों एवं कार्ड सेवाओं की पेशकश करता है। यहां कार्ड पर शुल्क निर्धारित करना कार्ड के प्रकार एवं सुविधाओं के आधार पर किया जाता है, जैसे साधारण कार्ड पर लगभग ₹250 (जीएसटी सहित) शुल्क।
डीकार्डफी प्रबंधन के सुझाव
- उपयुक्त कार्ड चयन करें:
• अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के अनुसार कार्ड चुनें। उदाहरण स्वरूप, यदि आप विदेश यात्रा करते हैं, तो ऐसे कार्ड का चयन करें जिसकी अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन शुल्क कम हो। - खाता विवरण पर नजर रखें:
• प्रति माह खाते का विवरण जांचें, ताकि अनावश्यक कटौतियों का समय रहते पता चल सके। - अपने बैंक के एटीएम का उपयोग करें:
• यदि संभव हो, तो अपने बैंक के ही एटीएम का उपयोग करें ताकि अतिरिक्त नेटवर्क शुल्क से बचा जा सके।
हर बैंक की डीकार्डफी
- एसबीआई बैंक:
• एसबीआई के डेबिट कार्ड पर ₹200 शुल्क तथा जीएसटी अलग से लगता है। - बैंक ऑफ़ बड़ौदा:
• बैंक ऑफ़ बड़ौदा में डेबिट कार्ड शुल्क लगभग ₹500 होता है, जिसमें जीएसटी भी लागू होता है। यह शुल्क कार्ड के प्रकार पर निर्भर करता है। - आईसीआईसीआई बैंक:
• आईसीआईसीआई बैंक में डीकार्डफी लगभग ₹450 के आसपास रहती है, और इस पर जीएसटी टैक्स भी लगाया जाता है। विभिन्न आईसीआईसीआई कार्डों के लिए शुल्क में भिन्नता देखी जा सकती है। - एचडीएफसी बैंक:
• एचडीएफसी बैंक में डीकार्डफी ₹150 से ₹850 के बीच हो सकती है, और इसमें जीएसटी टैक्स भी शामिल होता है। यह शुल्क कार्ड के प्रकार एवं सहायक सुविधाओं पर निर्भर करता है। - पंजाब नेशनल बैंक:
• पंजाब नेशनल बैंक में डीकार्डफी लगभग ₹150 है, जिसमें जीएसटी भी जोड़ दिया जाता है। - एक्सिस बैंक:
• एक्सिस बैंक में डीकार्डफी ₹200 से ₹1000 तक हो सकती है, जीएसटी सहित। यह शुल्क भी कार्ड के प्रकार पर निर्भर करती है।