डीसीसीएचजी का फुल फॉर्म और मतलब
डीसीसीएचजी (DCCHG) का पूरा नाम “डिक्लाइन चार्ज” (Decline Charge) है। यह चार्ज तब लगता है जब बैंक या वित्तीय संस्थान आपके लेन-देन (ट्रांजैक्शन) को किसी कारणवश अस्वीकार (Decline) कर देते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपके खाते में पर्याप्त धनराशि नहीं है, ट्रांजैक्शन की जानकारी गलत है, या संदिग्ध गतिविधि का पता चलता है, तो बैंक ट्रांजैक्शन रोक देता है और इसके लिए डिक्लाइन चार्ज लेता है।
डिक्लाइन चार्ज लगने के मुख्य कारण
- अपर्याप्त बैलेंस: ट्रांजैक्शन के लिए खाते में पैसे न होना।
- गलत जानकारी: खाता नंबर, CVV, एक्सपायरी डेट आदि में त्रुटि।
- सुरक्षा कारण: बैंक को ट्रांजैक्शन में धोखाधड़ी का संदेह।
- तकनीकी समस्या: नेटवर्क या सर्वर खराबी।
- चेक संबंधी गड़बड़ी: गलत सिग्नेचर, अधूरी जानकारी, या चेक बाउंस।
- अकाउंट स्थिति: खाता बंद, फ्रीज, या निष्क्रिय होना।
क्या डिक्लाइन चार्ज वापस मिल सकता है?
ज्यादातर मामलों में यह चार्ज गैर-वापसीयोग्य (Non-Refundable) होता है। हालाँकि, अगर गलती बैंक की तरफ से हुई है, तो शिकायत करके चार्ज वापस पा सकते हैं।
डिक्लाइन चार्ज की राशि
यह चार्ज बैंकों के अनुसार अलग-अलग होता है, जैसे:
- एसबीआई बैंक: ₹20 + जीएसटी
- एक्सिस बैंक: ₹25 प्रति ट्रांजैक्शन
- एचडीएफसी बैंक: ₹25 + टैक्स
ध्यान रखें: बार-बार ट्रांजैक्शन अस्वीकार होने पर हर बार चार्ज लगेगा।

बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) में डिक्लाइन चार्ज
अगर बैंक ऑफ बड़ौदा आपके ट्रांजैक्शन को अस्वीकार करता है, तो DCCHG (डिक्लाइन चार्ज) लगाया जाता है। इसके अलावा, BOB डेबिट कार्ड पर वार्षिक चार्ज भी लेता है, जैसे:
- प्लैटिनम कार्ड: ₹250 + ₹45 GST = ₹295
- क्लासिक कार्ड: ₹150 + ₹27 GST = ₹177
यह चार्ज कार्ड के प्रकार के आधार पर अलग-अलग होते हैं और इन्हें Dcardfee (डेबिट कार्ड फीस) कहा जाता है।
एसबीआई, एक्सिस और एचडीएफसी बैंक के नियम
- एसबीआई बैंक: अपर्याप्त बैलेंस पर प्रति ट्रांजैक्शन ₹20 + GST।
- एक्सिस बैंक: हर असफल ट्रांजैक्शन पर ₹25 का चार्ज।
- एचडीएफसी बैंक: डेबिट कार्ड से विदेशी एटीएम पर असफल विड्रॉल पर ₹25 + टैक्स।
उदाहरण: अगर आपके खाते में ₹5,000 हैं और आप ₹5,500 निकालने की कोशिश करते हैं, तो ट्रांजैक्शन अस्वीकार होगा और चार्ज कटेगा।
डिक्लाइन चार्ज से बचने के 5 आसान तरीके
- बैलेंस चेक करें: ट्रांजैक्शन से पहले खाते में पर्याप्त राशि होने की पुष्टि करें।
- जानकारी वेरिफाई करें: खाता नंबर, CVV, एक्सपायरी डेट आदि दोबारा जाँचें।
- चेक सावधानी से भरें: सिग्नेचर, राशि (शब्दों और अंकों में), और तारीख सही लिखें।
- अकाउंट एक्टिव रखें: निष्क्रिय खातों को सक्रिय करने के लिए नियमित ट्रांजैक्शन करें या केवाईसी अपडेट कराएँ।
- क्रेडिट लिमिट न बढ़ाएँ: क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते समय लिमिट से अधिक खर्च न करें।
FAQ
Q1. एक साल में एटीएम से कितनी बार फ्री में पैसे निकाल सकते हैं?
ज्यादातर बैंक महीने में 5 बार तक अन्य बैंक के एटीएम से फ्री निकासी की सुविधा देते हैं। इसके बाद प्रति विड्रॉल ₹20-25 चार्ज लगता है।
Q2. क्या डिक्लाइन चार्ज की कोई अधिकतम सीमा है?
नहीं, बैंक हर असफल ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगा सकते हैं।
Q3. एसबीआई बैंक ₹295 क्यों काटता है?
यह चार्ज ईएमआई डिफॉल्ट होने पर लगता है। अगर खाते में ईएमआई काटने के लिए पैसे नहीं हैं, तो एसबीआई ₹295 पेनाल्टी के रूप में काटता है।
Q4. क्या गलती से लगे डिक्लाइन चार्ज को रद्द करवा सकते हैं?
हाँ, अगर गलती बैंक की तरफ से हुई है (जैसे तकनीकी खराबी), तो शिकायत करके चार्ज वापस मिल सकता है।
Q5. ऑनलाइन पेमेंट डिक्लाइन होने का सबसे आम कारण क्या है?
कार्ड की एक्सपायरी डेट, गलत CVV, या इंटरनेट कनेक्शन खराब होना।
नोट: अगर आपके बैंक स्टेटमेंट में DCCHG दिखे, तो तुरंत अपना बैलेंस और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री चेक करें। समस्या होने पर बैंक हेल्पलाइन या ब्रांच से संपर्क करें।
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