पैसों को बढ़ाने, पैसे बचाने एवं निवेश करने के लिए बैंक खाता आवश्यक होता है।
आजकल, हर बैंक में अनेक प्रकार के खाते उपलब्ध हैं, जिनसे विभिन्न ग्राहकों को लाभ होता है।
आइए, हम समझें कि बैंक खाते और लेखांकन में कितने प्रकार के खाते होते हैं।
बैंक खाता क्या होता है?
बैंक खाता वह व्यवस्था है जिसे बैंक अपने ग्राहकों को प्रदान करता है, जिसमें ग्राहक अपनी राशि जमा कर सकते हैं, निकाल सकते हैं तथा निवेश के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
यह व्यवस्था बैंकिंग सेवाओं एवं सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए बनाई जाती है।
बैंक खाते के प्रकार

बैंक खाते मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रकार के होते हैं:
● सेविंग खाता:
• यह खाता व्यक्तिगत बचत के लिए खोला जाता है, जिसमें ग्राहकों को जमा राशि पर ब्याज मिलता है।
• इसमें नियमित लेन-देन के साथ न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
● चालू खाता (करंट खाता):
• यह व्यापारिक लेन-देन के लिए अधिक उपयुक्त होता है।
• इसमें बड़ी मात्रा में लेन-देन की स्वतंत्रता होती है, लेकिन आमतौर पर ब्याज नहीं मिलता है।
● रेकरिंग डिपॉजिट खाता:
• इसमें ग्राहक नियमित अंतराल पर (जैसे हर महीने) निश्चित राशि जमा करते हैं।
• यह निवेश के लिए उपयुक्त होता है, जिसके अंत में जमा राशि ब्याज सहित मिलती है।
● स्थायी जमा (फिक्स्ड डिपाजिट) खाता:
• इस खाते में एक बार में एक निश्चित राशि जमा की जाती है।
• राशि एक निर्धारित अवधि तक जमा रहती है और उस पर निश्चित ब्याज मिलता है।
● सैलरी खाता:
• यह खाता कम्पनियों द्वारा कर्मचारियों की वेतन ट्रांजैक्शन हेतु प्रदान किया जाता है।
• इसमें न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होती, और कई बार ओवरड्राफ्ट सुविधा भी उपलब्ध होती है।
● एनआरआई खाता:
• यह खाता गैर-निवासीय भारतीयों (एनआरआई) के लिए बनाया गया है।
• इसमें एनआरओ, एनआरई, और एफसीएनआर जैसे अलग-अलग विकल्प होते हैं, जो विदेश से पैसे ट्रांसफर करने में सहायक होते हैं।
● डीमैट खाता:
यह खाता शेयर, बॉन्ड, एवं अन्य सिक्योरिटीज को डिजिटल रूप में रखने एवं लेन-देन करने के लिए होता है।
• इसे डिमटेरिलाइज्ड अकाउंट भी कहा जाता है।
● बेसिक सेविंग बैंक जमा खाता:
• इसे न्यूनतम बैलेंस वाली सेविंग खाता के रूप में देखा जाता है, जिसमें कुछ प्रतिबंध हो सकते हैं।
• इसे आवश्यकता अनुसार बिना न्यूनतम बैलेंस के भी खोला जा सकता है।
● 3 इन वन खाता:
• इसमें ट्रेडिंग, डीमैट, एवं बैंकिंग सेवाओं के लाभ एक ही खाते में समाहित होते हैं।
• यह निवेशकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
● जीरो बैलेंस खाता:
• इस खाते में किसी भी न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होती।
• यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो बिना बैलेंस की चिंता के बैंक सेवाओं का उपयोग करना चाहते हैं।
● जन धन सेविंग खाता:
• यह खाता प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत गरीब वर्गों को सुविधाएँ प्रदान करने हेतु खोला गया है।
• इसमें जीरो बैलेंस और कुछ अतिरिक्त लाभ (जैसे इंश्योरेंस कवर) प्रदान किए जाते हैं।
बैंक खाता क्यों ज़रूरी है?

- कस्टमर अपनी कमाई के पैसे बैंक खाते में रखते हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षितता का अनुभव होता है। यदि बैंक बंद भी हो जाए, तो ग्राहकों को उनके पैसे वापस मिल जाते हैं।
- बैंक खाते के माध्यम से लेन-देन करना अत्यंत आसान होता है। एक खाते से दूसरे खाते में त्वरित धन हस्तांतरण संभव होता है।
- बैंक खाते सस्ता विकल्प प्रदान करते हैं क्योंकि ग्राहकों को कम फीस में विभिन्न सेवाएं प्राप्त होती हैं।
- बैंक खाता होने पर बैंक द्वारा डेबिट कार्ड, चेक बुक, पासबुक, इंटरनेट बैंकिंग तथा मोबाइल बैंकिंग जैसी कई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
- बैंक खाते से आवश्यकता पड़ने पर पैसे निकाले जा सकते हैं।
- बैंक खाते के माध्यम से क्रेडिट फैसिलिटी भी उपलब्ध होती है, जिससे ऋण लेना सहज होता है।
- बैंक खाते पारदर्शी होते हैं, क्योंकि पासबुक या अकाउंट स्टेटमेंट की मदद से सभी लेन-देन का ट्रैक रखा जा सकता है।
- बैंक खाता एक व्यक्ति की पहचान भी माना जाता है, जिसका उपयोग सरकारी संस्थान द्वारा किया जाता है।
प्राइवेट या सरकारी बैंक अकाउंट चुनें:
- सरकारी बैंक:
• ये बैंक सामान्यतया मध्यम एवं कम आय वाले वर्ग के लिए उपयुक्त होते हैं, क्योंकि इनमें सेविंग्स के लिए कम शुल्क होते हैं।
• सरकारी बैंकों में अक्सर व्यस्तता और धीमी प्रक्रिया हो सकती है, जिससे सेवा में थोड़ी देरी हो सकती है। - प्राइवेट बैंक:
• ये बैंक उन ग्राहकों के लिए हैं जो त्वरित एवं उच्च गुणवत्ता वाली सेवा चाहते हैं।
• प्राइवेट बैंकों में न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता अधिक हो सकती है और सेवा शुल्क भी कुछ अधिक हो सकते हैं।
• यदि आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत है और आप तेजी से कार्यवाही चाहते हैं, तो प्राइवेट बैंक आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं।
ग्राहक को अपने आवश्यकताओं एवं सुविधाओं के आधार पर सही विकल्प चुनना चाहिए। नजदीकी सरकारी एवं प्राइवेट बैंकों में जाकर ग्राहक सेवा का अनुभव लेकर निर्णय लेना बेहतर रहेगा।

FAQs
डीमैट अकाउंट का फुल फॉर्म क्या है?
• डीमैट अकाउंट का फुल फॉर्म है डिमटेरिलाइज्ड अकाउंट।
क्या बैंक खाता खोलने के लिए कोई शुल्क देना पड़ता है?
• हर बैंक की अपनी नियमावली होती है – कुछ बैंक मामूली शुल्क लेते हैं, जबकि कुछ विशेष शर्तों में फीस मुक्त खाते भी प्रदान करते हैं।
बैंक खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
आमतौर पर आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी, पैन कार्ड आदि पहचान पत्र और पता प्रमाण आवश्यक होते हैं।
• इसके अलावा, करंट अकाउंट के लिए अतिरिक्त दस्तावेज भी मांगे जा सकते हैं।
एक व्यक्ति कितने खाते खोल सकता है?
एक व्यक्ति विभिन्न बैंकों में अलग-अलग खाते खोल सकता है।
• ध्यान दें कि एक ही बैंक में एक मोबाइल नंबर से केवल एक सेविंग अकाउंट ही खोला जा सकता है, जबकि अन्य प्रकार के खाते (जैसे करंट, एफडी) भी खोले जा सकते हैं।
घर में कितना नकद रखा जा सकता है?
• इनकम टैक्स एक्ट के अनुसार कोई स्पष्ट सीमा नहीं है, लेकिन यदि करदाता से पूछताछ की जाती है तो जमा राशि का सोर्स स्पष्ट करना आवश्यक हो सकता है।
क्या एक ही बैंक में एक से अधिक खाते खोले जा सकते हैं?
• एक ही बैंक में विभिन्न प्रकार के खाते (जैसे सेविंग, करंट, एफडी) खोले जा सकते हैं, परंतु एक मोबाइल नंबर से सिर्फ एक सेविंग अकाउंट ही खोला जा सकता है।
क्या अपना पैसा बैंक में रखना चाहिए या घर पर?
• इमरजेंसी के लिए कुछ नकद रखना उपयोगी है, लेकिन अधिकांश लेन-देन और ऑनलाइन सेवाओं के लिए बैंक खाता रखना सुरक्षित और सुविधाजनक होता है।
You are welcome! I am Gouse Shah. I am an expert financial content writer and researcher based in India. Through this website, I keep trying to explain the difficult things of finance in simple language. On PerfectAlex.in I share my views on the Bank and Payment Apps.
Email: Perfectalex.in@gmail.com.