Windows kya hai आसान भाषा मे जानें: विंडोज क्या है?

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आज हम जानेंगे के windows kya hai, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज को विंडोज क्यूँ कहते है, विंडोज का इतिहास क्या है, विंडोज के फीचर क्या है और फायदें, नुकसान, आदि,

इन सारि बातों को विस्तार से जानेगे इसलिए आर्टिकल आखिर तक पढ़े, चलिए विंडोज का इंट्रोडक्शन शुरू करते है, विंडोज यूजर को पता होना चाहिए के विंडोज क्या है,

Windows kya hai?

किसी भि कंप्यूटर को चलाने के लिए उसमे ऑपरेटिंग सिस्टम होना ज़रूरी है बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर चालू नहीं होता है आज हम सबसे फेमस ऑपरेटिंग सिस्टम यानि माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के बारेमे जानने वाले है,

विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम दुनिया मे सबसे जियादा इस्तेमाल किया गया ऑपरेटिंग सिस्टम है, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को इस्तेमाल करना आसान है इसलिए बहुत सारे लोग इसे इस्तेमाल करते है.

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज को विंडोज और विन भि कहा जाता है,ये एक ग्राफिकल ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने डेवेलोप और पब्लिश किया है. अगर ये कंप्यूटर मे नाहो तो हम सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल नहीं करसकते है,

फाइल को स्टोर नहीं करसकते, गेम्स नहीं खेल सकते, मूवीज नहीं देख सकते और इंटरनेट भि नहीं चला सकते है. क्रोसॉफ्ट कारपोरेशन ने विंडोज के पहले वर्शन को 1985 मे रिलीज़ किया था इसके बाद विंडोज के बहुत सारे वर्शन लांच हुए

इस समय माइक्रोसॉफ्ट का लेटेस्ट वर्शन विंडोज 11 चलरहा है, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम आने से पहले लोग एमएस-दोस (MS-DOS) ऑपरेटिंग सिस्टम को इस्तेमाल करते थे,

लेकिन इसमें सीएलआई यानि कमांड लाइन इंटरफ़ेस (CLI) का इस्तेमाल होता था यानि आपको कंप्यूटर मे कुछ भि करने के लिए कोई कमांड टाइप करना होता था, कंप्यूटर के हर कमांड को याद रखना बहुत मुश्किल होता था,

इसीलिए जैसे हि माइक्रोसॉफ्ट का पहला वर्शन विंडोज 1.0 रिलीज़ हुआ लोगों ने इसे खूब पसंद किया कियोंकि इसमें जीयूआई यानि ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) का इस्तेमाल किया गया, था इसमें आपको कोई कमांड टाइप करने कि ज़रूरत नहीं होती थी और हर कोई कंप्यूटर इस्तेमाल करसकता था, अब आपको पता चलगया होगा के Windows kya hai.

Opearating System kya hai

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है (Operating system kya hai)

सॉफ्टवेयर के दो प्रकार होते है सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम सिस्टम सॉफ्टवेयर का हि एक प्रकार है,

कंप्यूटर मे बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के हम कुछ भि नहीं करसकते कियोंकि कंप्यूटर को ऑपरेटिंग सिस्टम हि चालू करता है और दुसरे सॉफ्टवेयर को रन करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम हि प्लेटफार्म देता है,

कंप्यूटर बनाने वाले कंपनी इन ऑपरेटिंग सिस्टम को बनाते है और कंप्यूटर मे पहले से ऑपरेटिंग सिस्टम इनस्टॉल होकर अता है, हमारी भाषा कंप्यूटर समज नहीं सकते कियोंकि कंप्यूटर सिर्फ मशीन लैंग्वेज समजते है और हम मशीन लैंग्वेज नहीं समजते,

इस समस्या मे ऑपरेटिंग सिस्टम हमारी मदद करता है यानि हम कंप्यूटर को जो इंस्ट्रक्शन देते है उसे मशीन लैंग्वेज मे कन्वर्ट करके कंप्यूटर को देता है और कंप्यूटर से जो रिजल्ट अता है उसे इंसानों कि भाषा मे कन्वर्ट करके हमें दिखाता है.

Microsoft Windows को Windows क्यूँ कहते है?

Windows kya hai- perfectalex.in

जैसा कि हमने बताया था के जब माइक्रोसॉफ्ट विंडोज लांच नहीं हुआ था तब लोग एमएस-दोस (MS-DOS) ऑपरेटिंग सिस्टम को इस्तेमाल करते थे, माइक्रोसॉफ्ट कारपोरेशन ने अपने हर प्रोडक्ट का नाम एक हि शब्द मे रखा था इसलिए वह इस ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) ऑपरेटिंग सिस्टम को एक नाम देना चाहते थे,

तो विंडोज नाम रखा कियोंकि ये बहुत सारे टास्क करसकता था और लगातार एप्लीकेशन को रन कर सकता था, विंडोज एक कॉमन नेम है इसलिए ऐसे कॉमन नेम को ट्रेडमार्क नहीं कर सकते है, इसका ऑफिसियल नाम ‘माइक्रोसॉफ्ट विंडोज’ है,

कुछ लोग कहते है के विंडोज नाम इसलिए रखा गया है कियोंकि इसमें जो भि एप्लीकेशन शुरू होते है विंडोज यानि खिड़की के शेप मे खुलते है इसलिए इसका नाम विंडोज रखा गया होगा.

Edition of Windows?

माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज के बहुत सारे एडिशनस बनाये है, इन मेसे कुछ मे सेम कोर ऑपरेटिंग सिस्टम थे और कुछ मे एडवांस फीचर थे जो महेंगे भि होते है, विंडोज एडिशनस के दो सबसे कॉमन एडिशनस है: विंडोज होम और विंडोज प्रोफेशनल है.

Windows Home

विंडोज होम विंडोज एडिशनस का सबसे बेसिक एडिशन है, इसमें विंडोज के सारे ज़रूरी फीचर है, जैसे इंटरनेट कनेक्शन, वेब ब्राउज़िंग, विडियो को देखसकते है, गेम्स खेल सकते है और सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करसकते है, ये महेंगे नहीं होते है और नये कंप्यूटर मे पहले से इनस्टॉल होकर आते है.

Windows Professional

इसे विंडोज प्रो और विन प्रो भि कहते है, ये विंडोज का एडवांस एडिशन होता है, ये सबसे जियादा छोटे और और मीडियम साइज़ के बुसिनेस्सेस के यूजर के लिए काम अता है, इसमें विंडोज होम के सारे फीचरस होते है, चलिए जानते है इनमे ऐसे कौनसे एडवांस फीचर होते है.

Remote Desktop

पहला फीचर तो ये होता है के आप अपने कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर को रिमोटली कनेक्ट करसकते है और माउस, कीबोर्ड का कंट्रोल शेयर करसकते है और उस कंप्यूटर का डिस्प्ले अपने कंप्यूटर मे देखसकते है,

ये फीचर अक्सर पोर्ट 3389 कि वजह से होता है इसके अलावा हम टीम व्यूअर (Team Viewer) और वीएनसी एप्लीकेशन भि इस्तेमाल करसकते है रिमोट डेस्कटॉप कनेक्शन के लिए.

Trusted Boot

इस फीचर कि वजह से कंप्यूटर rootkit से प्रोटेक्ट रहता है, रूटकिट से प्रोटेक्शन यानि आपके कंप्यूटर मे कोई भि अनऔथोरिज़ (unauthorized) तरीके से किसी भि कंप्यूटर से इंटर नहीं करसकता.

Bitlocker

इस फीचर से ड्राइव के स्टोरेज को एन्क्रिप्ट किया जाता है, इसमें एडवांस्ड एन्क्रिप्शन स्टैण्डर्ड (AES) अल्गोरिथम का इस्तेमाल होता है, ये फीचर सिर्फ एंटरप्राइज वर्शन मेही होते है जैसे विंडोज विस्टा, विंडोज 7 और विंडोज सर्वर 2008 मेभि,

इस फीचर को बिज़नेस लैपटॉप और कंप्यूटर मे इस्तेमाल किया जाता है अपने डाटा को सुरक्षित रखें के लिए, अगर कंप्यूटर चोरी होजाता है तो बिटलोक्कर पासवर्ड को खोलना बहुत मुश्किल है सिर्फ सहीं पासवर्ड सेहि इसे खोला जासकता है,

अगर पासवर्ड याद नाहो तो डाटा वापस नहीं आयेगा, प्रोफेशनल विंडोज एडिशन मे इसी तरह के बहुत सारे फीचर होते है जैसे हाइपर-वी, विंडोज सैंडबॉक्स और ग्रुप पालिसी मैनेजमेंट.

Windows का इतिहास?

विंडोज क्या है- Windows kya hai

माइक्रोसॉफ्ट कंपनी विंडोज को 1983 से बनती जारही है, माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेटस ने 10 नवम्बर 1983 मे अननौंस किया और 1985 मे विंडोज का पहला वर्शन रिलीज़ किया, चलिए जानते है विंडोज 1 एडिशन से 11 तकका इतिहास.

Windows 1.0

20 नवम्बर 1985 को माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज के पहले वर्शन को रिलीज़ किया, ये वर्शन शुरुवात मे 100 डोलर मे बेचा गया, माइक्रोसॉफ्ट के दुअरा पहला ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस जो 16-बिट का था.

Windows 2.0

9 दिसम्बर 1987 को विंडोज का दूसरा वर्शन विंडोज 2.0 रिलीज़ हुआ और इसी दिन ‘विंडो 368’ को भि रिलीज़ किया गया, शुरुवात मे इनदोनो का प्राइस भि 100 डोलर था, कंट्रोल पैनल का फीचर भि लाया गया जिसमे सारे सिस्टम सेटिंग और आप्शनस को रखा गया,

इस वर्शन मे नये फीचर ऐड हुए जैसे, zoomin) और Iconizing को बदलकर मिनीमाइज और मिक्ज़ीमाइज करने के लिए नया फीचर लाया गया, इस वर्शन मे वर्ड और एक्सेल को भि पहली बार लाया गया.

Windows 286

जून 1988 को इसे रिलीज़ किया गया था इसका प्राइस शुरुवात मे 100 डोलर था.

Windows 3.0

मय 22 1990 मे माइक्रोसॉफ्ट ने इसे लांच किया और ये पहला विंडोज का वर्शन था जिसमे हार्ड ड्राइव को इस्तेमाल किया गया, इसके पुरे वर्शन को 149 डोलर मे बेचा गया और अपडेटेड वर्शन को 79 डोलर मे, मल्टीमीडिया को सपोर्ट करने वाला विंडोज 3 अक्टूबर 1991 मे रिलीज़ किया गया,

विंडोज 3.0 को इतनी कामियाबी मिले के इसने एप्पल के मैकिनटोश और कमोडोर अमिगा को टक्कर दी कियोंकि इसमें पहले से जीयूआई (GUI) इनस्टॉल था और जेनिथ डाटा सिस्टम भि, ये प्रोग्राम 256 कलर को सपोर्ट करता था जिसकी वजह से इसका इन्त्तेर्फास बहुत एडवांस और कलरफुल होगया.

Windows 3.1

माइक्रोसॉफ्ट ने इसे अप्रैल 1992 मे रिलीज़ किया, इसे डेवेलोप करने मे जो कोड इस्तेमाल किया गया था उसका नाम Sparta था, इसके रिलीज़ करने के सिर्फ दो महीने मे 10 लाख से जियादा कोपिस बेचे गये,

Minesweeper पहली बार विंडोज 3.1 मे हि इस्तेमाल किया गया, इसमें ram को रन करने के लिए सिर्फ 1एमबी कि ज़रूरत होती थी, इस वर्शन मे पहली बार माउस के ज़रिये एमएस-दोस प्रोग्राम को कंट्रोल करना शुरू किया गया, विंडोज 3.1 के कुछ जनरेशन भि अये था जैसे:

  • 1992 मे विंडोज के वर्कग्रुप ने विंडोज 3.1 लोच किया,
  • 27 जुलाई 1993 मे माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज एनटी 3.1 लाया,
  • 31 दिसम्बर 1993 मे विंडोज 3.1 का अपडेटेड वर्शन रिलीज़ किया जिसका नाम था विंडोज 3.11,
  • विंडोज के वर्कग्रुप ने 1994 मे विंडोज 3.11 लांच किया,
  • सितम्बर 1994 मे विंडोज एंटी 5 रिलीज़ हुआ,
  • अगला वर्शन विंडोज एनटी 3.51 रिलीज़ हुआ 1995 मे.

Windows 95

इसे 24 अगस्त 1995 मे रिलीज़ किया गया इसलिए इसका नाम विंडोज 95 है इसके रिलीज़ करने के चार दें मेही 10 लाख से जियादा कॉपीस बिकगयी थी, इसमें पहली बार स्टार्ट बटन का फीचर लाया गया, मल्टीटास्किंग, टास्कबार भि लाया और इसे 32-बिट करदिया गया,

विंडोज 95 मे इंटरनेट एक्स्प्लोरर को इस्तेमाल किया गया लेकिन ये ब्राउज़र पहले से इनस्टॉल नहीं होता था इसके लिए विंडोज 95 पैक लेना होता था लेकिन बादमे इसे डेवेलोप करके इंटरनेट एक्स्प्लोरर को डिफाल्ट ब्राउज़र बनया गया.

विंडोज 95 सर्विस पैक

इसे 24 फेब्रुअरी 1996 मे लाया गया.

Windows NT 4.0

विंडोज एनटी 4.0 को इसे 29 जुलाई 1996 मे लांच किया गया,     

Windows CE

  • विंडोज सीइ के कुछ वर्शन जैसे: विंडोज सीइ का पहला वर्शन जीरो नवम्बर 1996 मे लाया,
  • दूसरा वर्शन जीरो नवम्बर 1997 मे निकला
  • जुलाई 1998 मे अगला वर्शन निकला one
  • तीसरा वर्शन 1999 मे निकला जोकि है 3.0.

Windows 98

इसे जून 1998 मे रिलीज़ किया गया, इसमें इंटरनेट एक्स्प्लोरर 4, आउटलुक एक्सप्रेस, माइक्रोसॉफ्ट चाट, विंडोज एड्रेस बुक और नेटशो प्लेयर जैस फीचर लाये गये, इसका दूसरा वर्शन निकला 5 मय 1999 मे, इसमें नेटशो प्लेयर को बदलकर विंडोज मीडिया प्लेयर 6.2 को लाया गया,

इस वर्शन मे विंडोज एक्स्प्लोरर मे कई सारे नये फीचर है जैसे एड्रेस बार, नेविगेशन बोत्तों आदि, ये वर्शन USB माइस और यूएसबी हब्स को सपोर्ट करता था.

Windows ME

इसे सितम्बर 2000 मे इन्वेंट किया गया, ये आखरी ऑपरेटिंग सिस्टम था जो एमएस-दोस पर निर्भर था, इस वर्शन मे इंटरनेट एक्स्प्लोरर, विंडोज मूवी मेकर और विंडोज मीडिया प्लेयर 7 को पहली बार इस्तेमाल किया गया.

Windows 2000

इसे 17 फेब 2000 को लांच किया गया, ये ऑपरेटिंग सिस्टम माइक्रोसॉफ्ट के बिज़नेस ओरिएंटेड सिस्टम ‘विंडोज एनटी’ पर बेस्ड है, इसमें आटोमेटिक अपडेटिंग फीचर लाया गया पहली बार और ये पहला ऑपरेटिंग सिस्टम था जो हाइबरनेशन (hibernation) को सपोर्ट करता था.

Windows XP

इसे 25 अक्टूबर 2001 मे रिलीज़ किया गया और विंडोज एक्सपी को विंडोज का बेस्ट वर्शन माना जाता है, विंडोज एक्सपी का 64-बिट वर्शन 28 मार्च 2003 मे लाया गया और प्रोफेशनल x64 वर्शन 24 अप्रैल 2005 मे लाया गया,

इसमें स्टार्ट बटन और टास्कबार को बदलकर ग्रीन स्टार्ट बटन, ब्लू टास्क बार, विस्टा वॉलपेपर और जियादा विसुअल इफ़ेक्ट भि लाये गये, इसमें क्लियरटाइप जैसे ज़रूरी फीचर भि थे, ये वर्शन बहुत समय तक चला और जब इसे बंद किया तो अनुमानित 430 मिलियन पीसी’स ने इसका इस्तमाल किया था.

Windows Vista

माइक्रोसॉफ्ट के दुअरा इसे 2007 मे लाया गया, इसका यूजर इंटरफ़ेस, सिक्यूरिटी और सर्च पहले से अच्चा था, इंटरनेट एक्स्प्लोरर 7 और विंडोज मीडिया प्लेयर 11 पहली बार विंडोज विस्टा मे दिखे और एंटी-स्प्य्वेर प्रोग्राम और विंडोज डिफेंडर भि.

इसमें और भि बहुत काम के फीचर थे जैसे स्पीच रेकोगनिज़ेशन, फोटो गैलरी और विंडोज डीवीडी मेकर, ये पहला ऑपरेटिंग सिस्टम है जो डीवीडी मे बाटा गया था.

Windows 7

इसे 22 अक्टूबर 2009 मे रिलीज़ किया गया ताके विंडोज विस्टा के सारे प्रॉब्लम को कहातम करसके, पिछले वर्शनस के मुकाबले ये जियादा फ़ास्ट, स्टेबल और आसानी से इस्तेमाल करसके ऐसा था, विंडोज 7 मे पहली बार हैंडरिटिंग को पहचानने का फीचर लाया गया,

इंटरनेट एक्स्प्लोरर डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र है माइक्रोसॉफ्ट विंडोज मे, माइक्रोसॉफ्ट पर यूरोप मे एंटीट्रस्ट इन्वेस्टीगेशन हुई डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र के लिए, इसलिए इन्हें यूजर को दूसरा ब्ब्राउज़र चुनने का और इनस्टॉल करने का आप्शन भि रखना पड़ा.    

Windows Server 2012

4 सितम्बर 2012 मे माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज सर्वर 2012 को लोच किया.

Windows 8

इसको माइक्रोसॉफ्ट ने 26 अक्टूबर 2012 को रिलीज़ किया, इसमें नये फीचरस थे जैसे, यूएसबी 3.0 को सुपोर्ट करता था, वेब स्टोर और ऑपरेटिंग सिस्टम फ़ास्ट था, वेब स्टोर यानि ऐसा एप्लीकेशन जिसमे विंडोज के सारे ऐप्स डाउनलोड करसकते है और ये पहली बार विंडोज 8 मे हि आया था.

Windows 8.1

17 अक्टूबर 2013 मे इसे रिलीज़ किया था, इसमें फिरसे स्टार्ट बटन को लोच किया गया जो डेस्कटॉप के स्क्रीन पर हि स्टार्ट बटन दिखता था.

Windows 10

29 जुलाई 2015 मे इसको रिलीज़ किया गया था, इसमें भि कुछ नये फीचर थे जैसे कीबोर्ड से माउस मोड मे जाना और टेबलेट मोड मे जाना, ये फीचर उन लोगो के लिए बहुत काम अता है जो सरफेस प्रो 3 जैसे कंप्यूटर को इस्तेमाल करते है जिसमे कीबोर्ड को जोड़ा जाट है.

Windows 11

2021 मे विंडोज 11 कि अननौंसमेंट हुई और 5 अक्टोबर से सभ लोगों के ये अवेलेबल हुआ और जो विंडोज के यूजर है वह फ्री मे इसे अपग्रेड करसकते है.

Windows Features?

विंडोज क्या है (Windows kya hai)

  • सेटिंग्स
  • डिवाइस मेनेजर
  • वर्चुअल डेस्कटॉपस
  • नोटपेड़
  • पॉवर यूजर टास्क मेनू
  • विंडोज सर्च बॉक्स
  • टास्कबार
  • सिस्टम इनफार्मेशन
  • रजिस्ट्री एडिटर
  • माइक्रोसॉफ्ट पेंट
  • कोर विंडोज ऐप्स
  • इंटरनेट ब्राउज़र
  • नोटीफिकेशन एरिया
  • कंट्रोल पैनल
  • टास्क मेनेजर
  • इवेंट व्यूअर
  • स्टार्ट एंड स्टार्ट मेनू
  • डिस्क क्लीनअप
  • फाइल एक्स्प्लोरर
  • वर्चुअल डेस्कटॉपस
  • कोर्टोन

विंडोज के फायदें और नुकसान?

विंडोज के फायदें?

  • हार्डवेयर सपोर्ट सबसे अच्चा है,
  • तरह तरह के सॉफ्टवेयर विंडोज मे इस्तेमाल करसकते है,
  • बैकवर्ड कोम्पतिबिलिटी कि मदद से पुराने से नये वर्शन को इनस्टॉल करनेके बाद भि आपके एप्लीकेशन डाटा को कुछ नहीं होगा वो नये वर्शन मे आजाता है,
  • विंडोज प्लेटफार्म कि मदद से आप विंडोज के किसी भि एप्लीकेशन को डेवेलोप करसकते है,
  • गेमिंग के लिए विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम बेस्ट है,
  • विंडोज हर वक़्त अपडेट होते जरहा है और बेहतर बनते जारहा है, इसे इस्तेमाल करना भि आसान होते जारहा है.

विंडोज के नुकसान?

  • विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम दूसरों के मुकाबले जियादा सुरक्षित नहीं है, इसलिए एंटीवायरस, फायरवाल कि ज़रूरत होती है,
  • विंडोज को अच्छे से चलाने के लिए जियादा स्टोरेज, सीपीयू और इंटरनल मेमोरी जियादा होनी चाहिए अगर कम होतो विंडोज कि परफॉरमेंस लो होजाती है.  

Operating System ke kitne prakar hote hain?

ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार (Operating System ke prakar)

सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम
मल्टीप्ल यूजर ओएरतिन्ग सिस्टम
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम
मुल्टी-थ्रेडिंग ऑपरेटिंग सिस्टम
मुल्टी-प्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम

People Also Ask

  1. 1. विंडोज दुसरे operating systems से कैसे अलग है?

    विंडोज दुसरे ऑपरेटिंग सिस्टम से in चीजों मे अलग है जैसे मल्टीटास्किंग, यूजर इंटरफ़ेस, capabilities और security फीचरस. विंडोज के पास बहुत बड़ा यूजर base है.

  2. 2. विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट कैसे करें?

    विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने के लिए सेटिंग मे जाये ‘अपडेट & सिक्यूरिटी’ फिर ‘विंडोज अपडेट’ पर क्लिक करें, यहा से आप विंडोज इनस्टॉल करसकते है या update करसकते है.  

निष्कर्ष

आज का हमारा ये आर्टिकल “Windows kya hai” यहीं समाप्त होता है, आज हमने जाना के windows kya hota hai, what is windows in hindi, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज क्या है, विंडोज के फायदें और नुकसान, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है, माइक्रोसॉफ्ट के एडिशन, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के फीचर, आदि.

आशा है आपको Windows kya hai इस सवाल का जवाब मिलगया होंगे और भि कुछ पूछना या कहना होतो कमेंट करे और शेयर ताके दुसरो को भि पता चले के microsoft windows kya hai, हमारा ये आर्टिकल ‘विंडोज क्या है’ यहीं समाप्त होता है.

ये आर्टिकल भि पढ़े:

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