Online ट्रेडिंग कैसे सीखें। How to Learn Trading in Hindi?

ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी । Trading meaning in Hindi

फाइनेंसियल मार्किट मे सिक्योरिटीज जैसे, bonds, स्टॉक, म्यूच्यूअल फण्ड और कमोडिटीज के ज़रिये प्रॉफिट कमाने के लिए इन्हें बेचना और खरीदना होता है इसी प्रोसेस को ट्रेडिंग केहते है, भारत मे ट्रेडिंग को SEBI ‘Securities and Exchange Board of India’ रेगुलेट करती है।

SEBI का काम है के मार्केट के सारे काम सहीं से हो। इंडिया मे कोई भि ट्रेडिंग करसकता है ब्रोकर से डीमैट अकाउंट खोलके. ट्रेडिंग अलग अलग मार्केट मे होती है जैसे, स्टॉक मार्केट, कमोडिटी मार्केट या करेंसी मार्केट.

शेयर मार्केट क्या है । Share Market Kya Hai

सेयर/शेयर यानि कंपनी का एक छोटा सा हिस्सा जिसे लोग खरीदकर उसके मालिक बन जाते है, कंपनी अपने शेयर्स को बेचती है, अगर आप किसी कंपनी के शेयर्स को खरीदते है तो उस कंपनी के शेयरहोल्डर बनते है।

शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहा से इन्वेस्टर शेयर्स को खरीदते है और बेचते है, शेयर मार्केट में कोई भी डीमैट अकाउंट खोलकर निवेश कर सकता है, ऐसा नहीं है के आपको फिजिकली शेयर मार्केट जाना होगा, आप घर बैठे ऑनलाइन शेयर खरीद सकते है, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट को आप किसी ब्रोकर से खोल सकते है।

अगर आप किसी कंपनी के आधे से जियादा शेयर्स खरीदता है तो आपके पास मेजोरिटी वोटिंग का राईट होता है। कंपनी के शेयर्स ऊपर निचे होते रहते है शेयर मार्केट में, इन्वेस्टर्स कम दाम में शेयर्स को खरीदकर दाम बढ़ने पर उन्हें बेचकर पैसा कमाते है।

ट्रेडिंग कैसे सीखें । Trading Kaise Sikhe

ट्रेडिंग कैसे सीखें

1. डीमैट अकाउंट खोलकर ट्रेडिंग सीखें।

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा, भारत में शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहला काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है, जिसे आप किसी भी ब्रोकर के ज़रिये खोल सकते है।

डीमैट अकाउंट खोलकर आप किसी भि शेयर की जानकारी जान सकते है, रिसर्च करने के लिए कई सारे tools को इस्तेमाल करना सीख सकते है और कुछ ब्रोकर्स virtual trading tools भि ऑफर करते है ताके उनके कस्टमर ट्रेडिंग सीख सके।

2. आर्टिकल पढ़कर ट्रेडिंग।

आप फाइनेंसियल articles को पढ़ सकते है, अपनी भाषा में ट्रेडिंग को सीख सकते है जैसे हमारि वेबसाइट पर शेयर मार्केट केटेगरी के articles पढ़कर शेयर मार्केट कि ज़रूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है जो की बिलकुल फ्री है।

हमारि वेबसाइट के अलावा दूसरी फाइनेंसियल articles जैसे newspapers, फाइनेंसियल मेगज़ीन्स और फाइनेंसियल वेबसाइट से सीख सकते है। यहां से आप शेयर मार्केट कैसे काम करता है, ट्रेडिंग में प्रॉफिट और लोस कैसे होता है इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

3. किताबें पढ़कर ट्रेडिंग सीखें

10+ Best Share Market Book in Hindi

हर सफल investors में एक चीज़ कॉमन होती है और वो है किताबें पढना और इतनी किताबें पढ़े जितनी आप पढ़ सकते है। शेयर मार्केट में उतरने के लिए कम से कम बेसिक जानकारी होनी चाहिए और ये जानकारी आप किताबों से प्राप्त कर सकते है।

कियोंकि किताबें शेयर मार्किट कि जानकारी प्राप्त करने के लिए एक बढ़िया तरीका, इन किताबों को सफल investors या फाइनेंसियल authors दुआरा लिखा गया है, वह अपने तरीके, अपने एक्सपीरियंस और ज्ञान को किताब की शकल देते है जिससे आपको बहुत मदद मिल सकती है।

4. Mentor से सीख सकते है।

जब आप खुद ट्रेडिंग शुरू करते है तो आपको बहुत सारी परेशानियों से गुज़रना पढ सकता है, आपको एक मेंटर, फाइनेंसियल एडवाइजर या दोस्त की ज़रूरत हो सकती जो शेयर मार्केट को जानता हो और जिस्सपर आप भरोसा कर सकते है।

एक मेंटर आपके इन्वेस्टमेंट जर्नी को थोडा आसान बना सकता है। ये मेंटर कोई भि हो सकता है आपका दोस्त, परिवार का सदस्य, या फिर टीचर/प्रोफेसर जिसको शेयर मार्केट की जानकारि हो और जो भरोसेमंद हो।

5. कामियाब Investors से ट्रेडिंग सीखें।

कामियाब निवेशकों को फॉलो करके उनके बारेमे जानकारी हासिल करके सीख सकते है, वो शेयर मार्केट में कैसे इन्वेस्ट करते है, शेयर मार्केट के बारेमे क्या सोचते है, उनकि आदतें, thoughts, रिसर्च करने का प्रोसेस, आदि को जानें।

ये सारि चीज़े आप उनकी लिखि किताबें, लेख या podcast से जान सकते है। सफल investors शेयर मार्केट में ऐसा क्या करते है जिसकि वजह से वो सफल है ये जानने की कोशिश करें। सफल investors जैसे राकेश झुनझुन वाला, वारेन बुफ्फेट, बेंजामिन ग्राहम, आदि।

6. स्टॉक मार्केट को फॉलो करके सीखें।

शेयर मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते है ये सीख सकते है। टेक्निकल एनालिसिस में पिछले डाटा को एनालाइज करके मार्केट के फ्यूचर मूवमेंट को predict किया जाता है, जिससे investors अपने loss कम कर सकते है।

एक बिगिनर के लिए ये ज़रूरी है के वो शेयर मार्केट को फॉलो करे, एनालाइज करे, न्यूज़ वेबसाइट से और ब्रोकर के दुआरा दिए गये tools को इस्तेमाल करके।

इससे निवेशकों को मार्केट के डिमांड और सप्लाई के बारेमे जानने को मिलता है जिससे वह अपने नुक्सान को कम कर सकते है।

ट्रेडिंग करने के लिए आपको कम से कम ट्रेडिंग कि basic जानकारी और economic indicators को समजना आना चाहिए। Market news और indicators आपको ट्रेडिंग करने मे मदद करसकते है।

7. पॉडकास्ट के ज़रिये ट्रेडिंग सीखें।

पॉडकास्ट के ज़रिये ट्रेडिंग सीखें।

ट्रेडिंग को सीखने का आसान तरीका यूटूब पर पोडकास्ट देखना और सुनना. कियोंकि पोडकास्ट के ज़रिये कोई भि आसानी से मुश्किल चीज़े सीख सकते है और सफल इन्वेस्टर के माइंड सेट को जान सकते है.

वीडियोस में visuals और साउंड कि वजह से आप शेयर मार्केट को अच्छे समज सकते है। लेकिन आपको ये सुनिक्षित करना चाहिए के आप सहीं चैनल से पॉडकास्ट देखें.

8. अपनी गलतियों से सीखें।

अपनि गलतियों से सीखकर एक बेहतर इन्वेस्टर बन सकते है। जब भि आपसे कोई गलती हो जाती है तो आपको इससे निराश नहीं होना है बलके गलति को जानकार उससे सीखना चाहिए जिससे आप उस गलती को दोबारा नहीं करेंगे। अगर आपको ट्रेडिंग में लोस होता है तो आपने ऐसा किया था क्या आपको क्या करना चाहिए इस लोस को अगली बार बचाने से, उसकी वजह जानें और आगे बढे.

9. अपने रिस्क टॉलरेंस को समझे।

आप कितना रिस्क उठा सकते है या लोस होने पर बर्दास्त कर सकते है ये आपको जानना होगा और तय करना होगा के आप इससे जियादा इन्वेस्टमेंट नहीं करसकते है और इससे जियादा रिस्क नहीं उठा सकते है।

इसकी वजह से आप जिन इन्वेस्टमेंट को afford नहीं कर सकते उनको छोड़कर जिन इन्वेस्टमेंट को afford कर सकते है उनपर फोकस करें।

जब आप अपने रिस्क को जानलेते है तो शेयर मार्केट को आराम से सीख सकते है यानि इतने पैसे इन्वेस्ट न करे जिनको आप खोना बर्दास्त नहीं कर सकते है. कभी भी लोन लेकर ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग न करें ख़ास करके तब जब आप एक बेगिन्नेर है.

10. छोटे अमाउंट से शुरुआत करें।

छोटे अमाउंट से शुरुआत करें।

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको शेयर मार्केट अकाउंट खोलन होगा, फिर छोटे अमाउंट से शेयर्स खरीदना शुरू कर सकते है। आप अपनी इन्वेस्टमेंट जर्नी 100 या 1000 रुपे से भि कर सकते है। ट्रेडिंग करने के लिए खूब पैसों की ज़रूरत नहीं लगती।

यहां आप अपने जानकारी को लगा सकते है। कौनसा शेयर खरीदना चाहिए, कौनसा आर्डर प्लेस करना चाहिए, रिसर्च कैसे करना चाहिए, स्टॉक्स कब खरीदना और कब बेचना चाहिए ये सारे सवालों के जवाब आपको तब मिलेंगे जब आप खुद ट्रेड करना शुरू करेंगे, रिसर्च करेंगे।

शेयर मार्केट में अपने खर्चो को कंट्रोल करें, ब्रोकर कमीशन, transactios चार्जेज, आदि को पहले जानें फिर डीमेट अकाउंट बनायें।

11. यूटूब से ट्रेडिंग सीखें।

आप यूटूब से आसानी से ट्रेडिंग की बेसिक जानकारी हासिल कर सकते है. यूटूब को एंटरटेनमेंट के अलावा एजुकेशनल पर्पस के लिए भी इस्तेमाल करना चाहिए, कियोंकि कुछ सहीं इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग चैनल मौजूद है जिनसे आप सहीं ज्ञान हासिल कर सकते है फ्री में. यूटूब पर गलत जानकारी या मिइ-नफार्मेशन देने वाले बहुत सारे channels है आपको सहीं चैनल से वीडियोस देखकर ट्रेडिंग सीखनी चाहिए. पर्सनल फाइनेंस के लिए बेस्ट यूटूब वीडियोस है:

  • Pranjal Kamra
  • CA rachna
  • Pushkar Raj Thakur
  • Rayner Teo
  • Adam Khoo
  • Bekifaayati.

12. ऑनलाइन Apps से ट्रेडिंग सीखें।

ऑनलाइन Apps से ट्रेडिंग सीखें।

आजके समय में ट्रेडिंग, इन्वेस्टमेंट सारी चीजें ऑनलाइन होती है किसीन वेबसाइट या app से. आप ट्रेडिंग को बेस्ट apps के ज़रिये सीख सकते है और ट्रेडिंग शुरू भी कर सकते है. ट्रेडिंग आयर डीमेट अकाउंट बनाने के लिए upstox या ज़ेरोधा ऐप का इस्तेमाल करें.

USA में स्टॉक्स को खरीदने और बेचने के लिए INDMoney का इस्तेमाल करें. पेपर ट्रेडिंग या virtual ट्रेडिंग सीखने के लिए TradingView. इनके अलावा Smallcase, Neostox, Groww, Angel One जैसी फाइनेंसियल apps का इस्तेमा भी कर सकते है.

ETFs और म्यूच्यूअल फण्ड क्या है?

ETFs (exchange-traded funds) और mutual funds एक जैसे ही है कियोंकि दोनों का मतलब है ‘कलेक्शन’, स्टॉक्स या bonds का कलेक्शन.

ETFs या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने से हम एक, दो नहीं बलके 300 या 500 कम्पनीज में इन्वेस्ट कर सकते है जिससे रिस्क कम होता है.

सारे 300 कम्पनी के शेयर्स खरीदना बहुत मुश्किल होता है इसलिए यहां ETFs या म्यूच्यूअल फण्ड काम आते है हम ETFs या म्यूच्यूअल फण्ड के ज़रिये सिर्फ एक सिक्यूरिटी में इन्वेस्ट करते है जो बहुत सारे कम्पनीज के शेयर्स को होल्ड करके रखता है.

अपने पोर्टफोलियो को अलग अलग कम्पनीज में बाटने के लिए ETFs या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट किया जाता है. इन दोनों में बस इतना अंतर होता है के ये अलग अलग तरीके से ट्रेड किये जाते है.

ETFs को स्टॉक्स कि तरहा खरीदा और बेचा जाता है, एक दिन में इसके प्राइस ऊपर निचे होते रहते है डिमांड और सप्लाई के हिसाब से. वहीँ पर म्यूच्यूअल फण्ड का प्राइस हर दिन शेयर मार्केट बंद होने के बाद तय होता है यानि सब लोग same प्राइस पे करते है. और अक्सर म्यूच्यूअल फण्ड मे जियादा मिनिमम इन्वेस्टमेंट की ज़रूरत पड़ति है ETFs के मुकाबले.

ट्रेडिंग कैसे करें?

ट्रेडिंग कैसे सीखें? (Trading kaise sikhe)

ट्रेडिंग कैसे करते हम आपको basic जानकारी या overview देंगे जिससे आपको पता चल जायेगा के Step-by-Step ट्रेडिंग कैसे करे:

ट्रेडिंग शुरू करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट बनाये।

ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट बनाना ज़रूरी है, ट्रेडिंग अकाउंट आप किसी भि ब्रोकर से खोल सकते है, भारत मे बहुत सारे brokers है जो ऑनलाइन ट्रेडिंग कि सर्विसेज देते है, जैसे Upstox, Zerodha, Groww, आदि. आप अपने ज़रूरतों के हिसाब से कोई भि एक भरोसे मंद ब्रोकर से अकाउंट खोल सकते है. Shares खरीदने के लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट के साथ Demat account खोलना होगा ये भि किसी अच्छे ब्रोकर से खोल सकते है.

ट्रेडिंग अकाउंट मे पैसे डालें।

ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के बाद ट्रेडिंग करने के लिए अकाउंट मे पैसे होने ज़रूरी है इसलिए अकाउंट मे पैसे डिपाजिट करे.

अब क्या ट्रेड करना है ये तय करे।

भारत मे बहुत सारे फाइनेंसियल securities या instruments है जिनसे आप ट्रेड करसकते है जैसे स्टॉक्स, कमोडिटीज, बोंड्स और करेंसी. अपने इन्वेस्टमेंट लक्ष और आप जिसको जानते है ध्यान मे रखकर trading securities चुनसकते है.

ट्रेड करने से पहले रिसर्च करे।

फाइनेंसियल securities को तय करने के बाद ट्रेड करने से पहले रिसर्च करना ज़रूरी है, उधारण के लिए अगर आप स्टॉक मे ट्रेड करना चाहते है तो आपको स्टॉक प्राइस के पिछले डाटा को स्टडी करना होगा, Trends और Patterns, charts को समजने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल करना होगा.

◉ आर्डर प्लेस करें।

Financial Securities को खरीदने और बेचने के लिए आपको trading account से order place करना होता है, अलग अलग प्रकार के orders होते है जैसे, limit orders, Market orders और stop-loss orders, आपके लिए जो best है और ज़रूरत को ध्यान मे रखकर order choose करसकते है.

ये याद रखे भारत मे trading को SEBI ‘Securities and Exchange Board of India’ regulate करती है, मार्किट मे सारे rules येही set करती है. Trading करने के लिए Market कि सारी news, economic events, rules को जानना ज़रूरी है up-to-date रहना चहिये.

ये सुझाव है के आपको उतना पैसा हि trading मे या investment मे लगाना चाहिए जितने पैसा loss होने पर आप बर्दाश करसकते है और ट्रेडिंग के ज़रूरी फैसले लेने से पहले professional advice लेने कि कोशिश करे.

ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं ।

शेयर कैसे खरीदते है- share kaise kharide

India मे बहुत प्रकार के Financial market मौजूद है, जिसमे स्टॉक मार्केट, बोंड मार्केट, कमोडिटी मार्केट और करेंसी मार्केट मौजूद है, भारत मे ट्रेडिंग के सबसे प्रचलित प्रकार है:

  1. स्टॉक मार्केट
  2. बोंड ट्रेडिंग
  3. कमोडिटी ट्रेडिंग
  4. करेंसी ट्रेडिंग
  5. Derivates Trading
  6. आप्शन ट्रेडिंग
  7. फ्यूचर ट्रेडिंग
  8. इंट्राडे ट्रेडिंग
  9. अल्गोरिथ्मिक ट्रेडिंग
  10. पोजीशन ट्रेडिंग
  11. स्विंग ट्रेडिंग
  12. मार्जिन ट्रेडिंग
  13. स्काल्पिंग ट्रेडिंग
  14. High-Frequency Trading.

ट्रेडिंग के नियम

◉ मार्केट को समझे: आप जिस मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते है उसे जानना ज़रूरी है जैसे, मार्केट के regulations,मार्केट के Main Players, आदि.

◉ ट्रेडिंग प्लान बनाये: एक ऐसा कम्पलीट ट्रेडिंग प्लान बनाये जिसमे आपके goals,स्ट्रेटेजी और रिस्कमैनेजमेंट जैसे चीज़े शामिल है.

◉ रिस्क मैनेज करे: रिस्क मैनेजमेंट बहुत ज़रूरी है, stop-loss orders, Position sizing का इस्तेमाल करे और पोर्टफोलियो को diversify करें.

◉ Up-to-date रहे: मार्केट न्यूज़ और इकनोमिक events को जाने और ये भि जाने के आपकी मार्केट मे इनका क्या असर होता है.

◉ सब्र रखे: अच्छी ट्रेडिंग करने का मौका हर बार नहीं अता इसलिए अच्छे मौके के लिए धर्य रखे.

◉ अपनी हद मे रहे: यानि आपको ट्रेडिंग मे उतना पैसा हि लगाना चहिये जितना loss होने पर आप बर्दाश करसकते है और ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट के लिए कभी भि लोन ना लें ये हमारा सुझाव है.

◉ Disciplined रहे और इमोशन को साइड मे रखे: Discipline रखे यानि आपको trading plan या strategy बना कर उसीको फॉलो करना है फिर चाहे मार्केट आपके प्लान के हिसाब से नहीं चलरहा हो और ट्रेडिंग के फेसले लेते वक़्त emotions को side मे रखे जैसे डर और लालच.

◉ प्रोफेशनल एडवाइस: अगर आप ट्रेडिंग मे beginner है या मार्केकेट बारेमे आपको जियादा नॉलेज नहीं है तो आपको प्रोफेशनल एडवाइस लेने के बारेमे सोचना चाहिए.

टेक्निकल एनालिसिस क्या है। What is Technical Analysis

ट्रेडिंग कैसे सीखें How to learn trading in hindi

Technical Analysis एक ऐसा method है जिससे securities का मूल्यांकन करने के लिए market के statics को analysze किया जाता है. technical Analysis यानि market trends को analysis करना जिससे भविष मे होने वाले कार्यों का अनुमान लगाया जासके. Technical Analysis को करने के लिए इन steps को follow करे:

  1. Price history data को study करे: जिस scurity मे trade करना चाहते है उसके price और volume को analyse करके market trend और pattern का पता लगाया जासकता है.
  2. Technical indicators का इस्तेमाल करे.
  3. Economic और market news से अवगत रहे: ऐसे economic और market news पर नज़र रखे जिनका असर आपके trend security पर होसकता है कियोंकि उनसे market का trend अचानक बदल सकता है.
  4. Record रखे: अपने analysis को improve करने के लिए trade records रखे.
  5. Trends और patterns को पहचाने.
  6. Analysis करने के बाद हि informed decisions लें.

याद रखे के technical analysis trading का सिर्फ एक पहलु है और इसका इस्तेमाल दुसरे method के साथ करना चहिये जैसे, market sentiment और fundamental analysis ताके trading मे ठीक फेसला लेसके.

शेयर मार्केट कैसे सीखे । Share Market Kaise Sikhe

शेयर मार्केट कैसे सीखे- Share Market कि कुछ Basic जानकारी

● शेयर मार्केट को सीखने के लिए बेसिक जानकारी से एडवांस जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट के शेयर मार्केट केटेगरी articles को पढ़े जो बिलकुल फ्री है.

● शेयर मार्केट सीखने के लिए किताबों का इस्तेमाल करें.

● शेयर मार्केट सीखने के लिए कामियाब निवेशकों को फॉलो करें.

● शेयर मार्केट को ऐसे किसी व्यक्ति से सीखें जिसको आप जानते है और उसपर आप भरोसा करते है जैसे ये कोई फॅमिली मेम्बर हो सकता है, कोई दोस्त या टीचर हो सकता है जिसे शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी हो.

● शेयर मार्केट को सीखने का सबसे अच्चा तरीका है पहले बेसिक जानकारी हासिल करें और शेयर मार्केट मे डीमेट अकाउंट बनाकर छोटे अमाउंट से इन्वेस्टमेंट शुरू करे जब आपको शेयर मार्किट कैसे काम करती है ये पता चलेगा और अपनी इन्वेस्टमेंट को फायदेमंद बनाने के लिए क्या ज़रूरी है ये जान सकते है.

ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में अंतर क्या है? (Trading vs Investment in Hindi)

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं (how to invest in share market in hindi)

ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट ये अलग तरह के फाइनेंसियल strategies है जिसका इस्तेमाल करके हम returns generate करते है. ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी? ट्रेडिंग यानि कोई भि फाइनेंसियल सिक्योरिटीज को खरीदना या बेचना जैसे स्टॉक्स, बोंड्स, करेंसी और कमोडिटी, इस मकसद के साथ के कम-समय मे प्रॉफिट कमाया जा सके.

ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट के मुकाबले जियादा risky होता है, ट्रेडिंग के लिए मार्केट कि अच्छी समज होनी चहिये और जल्दी से सहीं फैसला लेने कि क्षमता होनी चहिये. वहीँ पर इन्वेस्टमेंट यानि एक लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजी है जिसमे asset को खरीदा जाता है ये सोच के इसे जियादा समय तक होल्ड करके रखेंगे या सहीं समय तक होल्ड करके रखेंगे, अक्सर कुछ सालों तक होता है.

जियादा समय तक के लिए पैसों को निवेश करके प्रॉफिट कमाने को इन्वेस्टमेंट कहते है. अक्सर इन्वेस्टमेंट मे ट्रेडिंग के मुकाबले कम रिस्क होता है लेकिन इसमें returns बहुत धीरे होते है. भारत मे इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग दोनों को SEBI रेगुलेट करति है यानि मार्केट मे सारि चीज़े ठीक और legally हो ये ध्यान रखति है.

भारत के बेस्ट स्टॉक ब्रोकर्स । Best Stockbrokers in India in Hindi

भारत के बेस्ट स्टॉक ब्रोकर बताना बहुत मुश्किल है, कियोंकि एक trader के लिए बेस्ट ब्रोकर अलग अलग हो सकते है उनके ज़रूरत और पसंद के हिसाब से. लेकिन हम आपको कुछ factor बताएँगे जिनको फॉलो करके आप अपने लिए बेस्ट ब्रोकर चुन सकते है.

  1. ऐसे ब्रोकर को चुने जो SEBI से registered हो, ब्रोकर अच्छे से और transparent तरीके से काम करे ये SEBI शुनिक्षित करती है.
  2. ऐसे ब्रोकर को चुने जो ट्रेडिंग प्लेटफार्म ऑफर करता हो जिसमे real-time data, chart tools और technical indicators जैसे फीचर शामिल है.
  3. ऐसे ब्रोकर को ढूंढे जिसका कस्टमर सपोर्ट बहुत अच्चा हो, जिसमे ईमेल, ऑनलाइन चाट, और टेक्निकल सपोर्ट हो.
  4. ब्रोकर के इन्वेस्टमेंट options को देखे जैसे स्टॉक्स, बोंड्स, करेंसी और कमोडिटी, अपने requirement के हिसाब से.
  5. ऐसे ब्रोकर को ढूंढे जो in-depth रिसर्च और एजुकेशनल रिसोर्सेज दें और जहाँ ट्रेडिंग टिप्स, मार्केट एनालिसिस और मार्केट अपडेट भि मिले.
  6. ब्रोकर चुनने से पहले brokers कि फीस को compare करे, उनकी ट्रेडिंग फीस, अकाउंट मैनेजमेंट फीस और दुसरे hidden cost भि.
  7. ऐसे ब्रोकर को चुने जिनकी मार्केट मे अच्छी reputation हो, जिनका अच्चा ट्रैक रिकॉर्ड हो और जो traders को quality service देते है.

याद रखे ये कुछ सिर्फ factor है जिनका ध्यान broker चुनने के लिए किया जाता है, इसलिए अपनी रिसर्च करे और अलग अलग ब्रोकर्स को compare करे. भारत के कुछ जाने मने टॉपस्टॉक ब्रोकर है Upstox, ज़ेरोधा, ICICI direct, HDFC Securities, और Kotak Securities, आदि.

ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान । Advantages and Disadvantages of Trading

ट्रेडिंग कैसे सीखें? Trading Kaise Sikhe

Trading ke Fayde

  1. ट्रेडिंग करने के लिए अलग अलग Financial instruments मिलते है जैसे स्टॉक्स, बोंड्स, करेंसी, कमोडिटी.
  2. दूसरों के मुकाबले भारत मे ट्रेडिंग मे entry लेने कि fees कम होती है जो जियादा से जियादा इन्वेस्टर के लिए accessible होजाता है.
  3. High returns मिलने कि संभावना होती है, ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा येहीं है के traders के इन्वेस्टमेंट पर अच्चा प्रॉफिट मिल सकता है.
  4. भारत कि स्टॉक मार्केट highly liquid है, यानि traders securities को जल्दी और competitive price मे खरीद या बेच सकते है.
  5. भारत मे ट्रेडिंग करने का ये भि एक फायदा है के ट्रेडर अपने पोर्टफोलियो को diversify करसकते है यानी अलग अलग sector, company मे invest करसकते है जिससे risk कम होता है.
  6. सुविधाजनक और efficient trading platform मिलते है, जिससे traders अपने पोर्टफोलियो को कंप्यूटर/लैपटॉप या मोबाइल से मैनेज करसकते है.
  7. जानकारी का access, Indian traders को बहुत सारि जानकारी मिलती है, जिसमे real-time market data, फाइनेंसियल न्यूज़, इकनोमिक रिपोर्ट, आदी. जिनकी वजह से एक ट्रेडर सहीं फैसला ले सकता है.

Trading Ke Nuksan

  1. ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुकसान ये है के रिस्क का level high होता है, अगर इन्वेस्टर का फेसला गलत होता है तो निवेश किये हुए पैसे खो सकते है.
  2. ट्रेडिंग के लिए नॉलेज कि ज़रूरत है, जो अभि बेगिन्नेर है या जिनके पास नॉलेज नहीं है उनके लिए एक तरह का नुकसान हि है, मार्केट कि समज, जल्दी और सहीं फैसले लेने ये सीखना होगा.
  3. फाइनेंसियल Securities कभी भि ऊपर या नेचे जा सकते है जिसे fluctuate होना कहते है.
  4. Trading मे शोर्ट-टर्म पर फोकस किया जाता है यानि कम समय, इससे investors लॉन्ग-टर्म के मौके को खोसकते है और risk कम करने के मौके को भि खोसकते है.
  5. हमेशा ऊपर निचे होने वली मार्केट मे इन्वेस्ट करना और मार्केट के हिसाब से जल्दी और सहीं फैसला लेने मे stress होसकता है.
  6. ट्रेडिंग मे खर्चा भि जियादा होसकता है हाई taxes, फीस, transactions cost, आदि.
  7. इन्वेस्टर्स ट्रेडिंग मे कभी इमोशनल फैसले ले सकते है लालच या डर कि वजह से. बिना इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी को फॉलो करे इमोशनल होकर या impulsive decision से नुकसान हो सकता है.

भारतीय स्टॉक मार्केट मे इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग कि बेस्ट गाइड मिलेगी इन किताबों से.

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FAQ

  1. Trading करने के लिए Best Apps?

    Trading सीखने और trading करने के लिए best apps है:
    1. Zerodha kite
    2. Upstox
    3. TradingView
    4.Binance.

  2. Top trading Books से ट्रेडिंग सीखें?

    1. “How to Make Money in Stocks: A Winning System in Good Times and Bad” by William J. O’Neil. See Now.
    2. “The Little Book of Trading: Trend Following Strategy for Big Winnings” by Michael W. Covel. See Now.
    3. “The Intelligent Investor” by Benjamin Graham. See Now.
    4. “The Little Book of Common Sense Investing: The Only Way to Guarantee Your Fair of Stock Market Returns” by John C. Bogle. See Now.
    5. “Guide to Indian Stock Market: Basics of Stock Market for Beginners” by Jitendra Gala. See Now.

  3. Intraday trading kya hai?

    Intraday ट्रेडिंग जिसे डे ट्रेडिंग भि कहते है, इसमें ट्रेडर सिक्योरिटीज को खरीदता और बेचता है एक हि दिन मे, Intraday ट्रेडिंग का मकसद शोर्ट-टर्म प्राइस के मूवमेंट का फायदा उठाकर प्रॉफिट कमाना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग मे हाई-रिस्क होता है, इस तरहा कि ट्रेडिंग हर इन्वेस्टर के लिए नहीं होती, इसके लिए मार्किट कि अच्छी समज होनी चहिये, पेशेंस, डिसिप्लिन कि ज़रूरत है.    

  4. डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?

    डिलीवरी ट्रेडिंग यानि आयसी ट्रेडिंग जिसमे इन्वेस्टर सिक्योरिटीज को खरीदने के बाद बेचने से पहले कुछ समय तक होल्ड करता है. डिलीवरी ट्रेडिंग मे सिक्योरिटीज को जियादा समय तक के लिए होल्ड किया जाता है ताके जियादा से जियादा returns मिलसके. ये इन्वेस्टर के ऊपर के वो कितने दिन, हफ्ते महीने या साल होल्ड करना चाहते है, ये उनके रिस्क tolerance और goals पर डिपेंड है.

  5. फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है?

    फ्यूचर ट्रेडिंग एक प्रकार कि derivative ट्रेडिंग है जहा दो पक्ष एसेट को निर्धरित तारिक और दाम (price) मे खरीदने और बेचने के लिए सहमत होते है, ये लेनदेन फ्यूचर होगा लेकिन इसे तय अब वर्तमान मे किया जाता है. कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक खरीदने वाले को फ्यूचर मे तय किये गये प्राइस मे हि खरीदना होता है और बेचने वाले को फ्यूचर मे उसी तय किये गये प्राइस मे बेचना होगा. इस तरह कि ट्रेडिंग बहुत complex होती है और ये अनुभवि ट्रेडर हि करते है जिनको मार्किट कि अच्छी समज है और रिस्क मैनेजमेंट पता है.

  6. ट्रेडिंग सीखने का बेस्ट तरीका कौनसा है?

    ट्रेडिंग सीखने का बेस्ट तरीका है खुदको एजुकेट करना किताबें, ऑनलाइन कोर्सेज और प्रोग्राम के ज़रिये. प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस के लिए वर्चुअल ट्रेडिंग simulations या डेमो अकाउंट का इस्तेमाल करे.

  7. क्या मैं खुदसे ट्रेडिंग सीखसकता हूँ?

    आप खुदसे भि ट्रेडिंग सीख सकते है लेकिन एक फॉर्मल कोर्स करने के मुकाबले जियादा वक़्त और जियादा effort लगते है. खुदसे सीखने के लिए आपको अच्छी किताबें जो हमने ऊपर बताई है और reputable जगह से जानकारी प्राप्त करें.

  8. ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितने पैसे लगते है?

    ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कम से कम पैसे कितने लगते है ये ब्रोकर पर डिपेंड है और आप जिस सिक्यूरिटीस मे ट्रेड करना चाहते है उसपर डिपेंड है. कुछ ब्रोकर कम पैसे लेते है और कुछ ब्रोकर जियादा पैसे लेते है.

  9. फ्री मे ट्रेडिंग सीखें?

    बहुत सारे रास्ते है फ्री मे ट्रेडिंग सिखेने के लिए जैसे: ऑनलाइन कोर्सेज, हमारे जैसे ब्लॉग और forums, सोशल ट्रेडिंग प्लेटफार्म और किताबें या E-books, आदि. एक्सपीरियंस लेने के लिए आपको फ्री के रिसोर्सेज काफी है ट्रेडिंग कि नॉलेज लेने के लिए.

  10. ट्रेडिंग करने के लिए क्या डीमेट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ज़रूरी है?

    हाँ, ट्रेडिंग करने के लिए डीमेट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट बहुत ज़रूरी है. कियोंकि डीमेट अकाउंट सिक्योरिटीज को electronic form मे hold करके रखते है और ट्रेडिंग अकाउंट से हम सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने के लिए आर्डर करसकते है. इन दोनों को किसी रजिस्टर ब्रोकर के ज़रिये ओपन कर सकते है.

  11. भारत मे कितने प्रकार के ट्रेडिंग होते है?

    अलग अलग प्रकार के ट्रेडिंग होते है जैसे:
    1. स्टॉक ट्रेडिंग
    2. कमोडिटी ट्रेडिंग
    3. करेंसी ट्रेडिंग
    4. अल्गोरिथ्मिक ट्रेडिंग
    5. फ्यूचर ट्रेडिंग और आप्शन ट्रेडिंग.

  12. क्या में फुल-टाइम जॉब के साथ ट्रेडिंग कर सकता हूँ?

    बिलकुल, बहुत सारे ट्रेडरस अपने फुल-टाइम जॉब के अलावा पार्ट-टाइम ट्रेडिंग करते है हफ्ते मे कुछ गहनते ट्रेडिंग के कामों के लिए निकलते है. लेकिन आपको टाइमिंग सेट करना होगा के आपके काम के अलावा ट्रेडिंग मे रिसर्च और अनालिसिस करने के लिए टाइम हो.

  13. क्या भारत मे ट्रेडिंग करना लीगल है?

    बिलकुल लीगल है, भारत मे ट्रेडिंग लीगल है और ट्रेडिंग को रेगुलेट सेबी (SEBI) करती है.

  14. ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए किन चीजों कि ज़रूरत होती है?

    ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए अक्सर इनकम प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और identity proof कि ज़रूरत होती है, साथ मे पैन कार्ड और बन अकाउंट कि ज़रूरत होती है.

  15. Trade Karna Kaise Sikhe?

    फाइनेंसियल सिक्योरिटीज जैसे स्टॉक्स, बोंड्स और म्यूच्यूअल फण्ड, आदि को खरीदना और बेचना मुनाफा काने के लिए इसे ट्रेड करना कहते है. डीमेट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर छोटे अमाउंट से ट्रेड करना शुरू करके सीख सकते है.

  16. Trading Kaise Kare?

    ट्रेडिंग करने के लिए अच्छे ब्रोकर से डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें, उसके बाद ट्रेडिंग, इन्वेस्टिंग और शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी हासिल करें और फिर स्टॉक्स, बोंड्स या म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करके ट्रेडिंग कर सकते है या इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते है.

  17. Trade Kya Hota Hai?

    फाइनेंसियल सिक्योरिटीज जैसे स्टॉक्स, बोंड्स और म्यूच्यूअल फण्ड, आदि को खरीदना और बेचना मुनाफा काने के लिए इसे ट्रेड करना कहते है.

  18. स्टॉक एक्सचेंज से ट्रेडिंग करना बेहतर है या ब्रोकर से?

    ये पर्सनल पसंद पर निर्भर है, हर किसी कि परेफरेंस पर डिपेंड है. स्टॉक एक्सचेंज मे ट्रेडिंग करने से आपको जियादा कंट्रोल और flexibility मिलती है और ब्रोकर के ज़रिये ट्रेडिंग करने से सपोर्ट, ट्रेडिंग प्लेटफार्म और रिसर्च के लिए resources मिलते है.

  19. भारत के सफल ट्रेडर के महतवपूर्ण स्किल क्या है?

    एक सफल ट्रेडर कि महतवपूर्ण skills है पेशेंस, रिस्क मैनेजमेंट, डिसिप्लिन, मार्किट ट्रेंड और पैटर्न को समजने कि स्किल. अपने ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और प्लान के लिए मार्किट कि जानकारी हमेशा प्राप्त करते रहे खुदको लगातार एदुकेट करते रहे.

  20. क्या मै खुदसे ट्रेडिंग करना सीख सकता हूँ?

    हाँ, आप खुद भि शेयर मार्केट को सीख सकते है, ऐसा नहीं है के आप बिना टीचर के सीख नहीं सकते है. आप किताबें पढ़कर, छोटे अमाउंट से इन्वेस्टिंग शुरू करके, और दुसरे तरीकों को इस्तेमाल करके शेयर मार्केट कि नॉलेज हासिल कर सकते है जिनको हमने ऊपर बताया है.

  21. इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें?

    इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने के लिए किताबों इस्तेमाल करें, ऑनलाइन कोर्सेज से सीखें, भरोसेमंद यूटूब चैनल से इंट्राडे ट्रेडिंग सीख सकते है या हमारी जैसी ऑनलाइन वेबसाइट या ब्लॉग से इंट्राडे सीख सकते है.

  22. What is Intraday Trading in Hindi?

    फाइनेंसियल सिक्योरिटीज जैसे स्टॉक, बोंड्स, म्यूच्यूअल फण्ड, कमोडिटीज, आदि को हम जब खरीदते या बेचते है प्रॉफिट कमाने के लिए उसे ट्रेडिंग कहते है. उसी ट्रेडिंग को हम एक दिन में करते है यानि एक ही दिन में खरीदकर उसी दिन बेचते है मार्केट के उतार-चडाव का इस्तेमाल करके तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है.

  23. Trading Karna Kaise Sikhe?

    ट्रेडिंग करना सीखने के लिए आपको अपना अनुभव हासिल करना होगा, पहले कम से कम बेसिक और ज़रूरी जानकारी हासिल करें फिर छोटे अमाउंट से ट्रेडिंग करना शिरी करे, इससे आप का जियादा नुक्सान नहीं होगा और आपको प्रैक्टिकल नॉलेज भी मिलेगा फिर आप नुक्सान से बचने के लिए ज़रूरी चीज़े क्या जान जायेंगे.

  24. What is Share Market in Hindi?

    शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहा से इन्वेस्टर शेयर्स को खरीदते है और बेचते है, शेयर मार्केट में कोई भी डीमैट अकाउंट खोलकर निवेश कर सकता है, ऐसा नहीं है के आपको फिजिकली शेयर मार्केट जाना होगा बस, आप ऑनलाइन शेयर खरीद सकते है अपने मोबाइल से घर बैठे.

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2 thoughts on “Online ट्रेडिंग कैसे सीखें। How to Learn Trading in Hindi?”

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