शेयर मार्केट क्या है समझें
शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर खरीदने वाले (Buyers) और बेचने वाले (Sellers) शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयर्स को खरीद और बेचते हैं। जब आप किसी कंपनी का एक शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के कुछ हिस्से की ओनरशिप (ownership) खरीदते हैं।
कंपनी के शेयर्स खरीदने पर आप शेयर होल्डर और इन्वेस्टर कहलाते हैं। कंपनी में इन्वेस्ट करने के बाद कंपनी आगे बढ़ती है तो आपका शेयर प्राइस भी बढ़ता है, शेयर प्राइस के बढ़ने और घटने मैं बहुत सारे फैक्टर का हाथ होता है।
शेयर प्राइस हमेशा ऊपर या नीचे होते रहता है इसे शेयर मार्केट फ्लकचुएशन (Fluctuation) कहते हैं।
आपके द्वारा शेयर खरीदने पर जब उसका दाम बढ़ता है तो शेयर को बेचकर आप अपने प्रॉफिट को प्राप्त कर सकते हैं। इसको कैपिटल गेन (Capital gain) कहते हैं
शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट में कंफ्यूज ना हो शेयर मार्केट में आप सिर्फ शेयर्स की ट्रेडिंग कर सकते हैं और स्टॉक मार्केट में आप शेयर्स के अलावा दूसरे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स जैसे बॉन्ड, म्युचुअल फंड्स, डेरिवेटिव्स और फॉरेक्स में ट्रेड कर सकते हैं।
शेयर मार्केट कैसे काम करता है?
कंपनीज फंड उठाने के लिए शेयर मार्केट में कंपनी को लिस्ट करते हैं और कंपनी के कुछ हिस्से (Stakes) की ओनरशिप बेचते हैं। कंपनी के जो ये हिस्से बेचे जाते हैं उन्हीं को शेयर्स और स्टॉक कहा जाता है।
कंपनीस अपने बिजनेस को बड़ा करने के लिए और फैलाने के लिए कर्ज ना लेकर कंपनी को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करके पैसे उठाती हैं। इन्वेस्टर्स पैसे देकर इन शेयर्स को खरीदते हैं और शेयर प्राइस बढ़ने पर बेचकर प्रॉफिट कमाते हैं।
कंपनी इन पैसों का इस्तेमाल करके अपने बिजनेस को एक्सपेंड करती हैं, कंपनी आगे बढ़ती हैं तो शेयर प्राइस भी ग्रो (grow) होता है। इन्वेस्टर्स लंबे समय के लिए अपने शेयर्स को होल्ड कर के बेचते हैं, जिससे इन्वेस्टर्स को फायदा मिलता है।
इसके अलावा कंपनी प्रॉफिट कमाती है तो अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड भी पे (Pay) करती है। डिविडेंड यानी कंपनी अपने हर शेयर होल्डर को कुछ फिक्स्ड पैसे देती है।
शेयर मार्केट सीखने के तरीके
1. डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर
आप इन्वेस्टमेंट क्यों करना चाहते हैं और अपना रिस्क टोलरेंस जानने के बाद इन्वेस्टमेंट करने के लिए आपको डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आप किसी भी ब्रोकर से अपना अकाउंट खोल सकते हैं, आज के समय में ब्रोकर एक आदमी हो सकता है या एक कंपनी हो सकती है, ब्रोकर के ऐप पर जाकर आप अपना अकाउंट आसानी से खोल सकते हैं।
सबसे पहले तो अपनी पसंद का अच्छा सा ब्रोकर सेलेक्ट करें, आपके द्वारा किए गए हर ट्रेड पर, ब्रोकर के द्वारा चार्ज (Charges) लगाये जाते है, इसलिए सही ब्रोकर को चुनना जरूरी है। ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट अक्सर एक साथ ही खोले जाते हैं।
2. अच्छे आर्टिकल पढ़कर
ऑनलाइन बहुत सारी वेबसाइट है जिनके आर्टिकल्स पढ़कर आप शेयर मार्केट की जानकारी हासिल कर सकते हैं और खुद को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए तैयार कर सकते हैं।
ऑनलाइन बहुत सारे अच्छे इन्वेस्टर्स के द्वारा लिखे गए लेख मौजूद है जैसे वारेन बुफेट। ऑनलाइन आप अच्छे राइटर के द्वारा लिखें गए आर्टिकल्स के लिए गूगल पर अलर्ट्स लगा सकते हैं, ताकि जब भी राइटर के द्वारा शेयर मार्केट पर कोई जानकारी दी जाए तो आप उस जानकारी को पढ़ सके।
3. शेयर मार्केट को दोस्त के साथ मिलकर सीखें
शेयर मार्केट सीखना आसान नहीं है और आपका कोई दोस्त है पढ़ाई में और वह शेयर मार्केट में भी इंटरेस्ट रखता है तो आप उसके साथ मिलकर शेयर मार्केट सीख सकते हैं जिससे आप शेयर मार्केट सीखते वक्त बोर नहीं होंगे और आप दोनों डिस्कशन करके भी कई सारी चीजों को जान सकते हैं।
दोस्त के साथ सीखने पर आप दोनों किसी किताब या ऑनलाइन कोर्स के पैसे आधे-आधे देकर सीख सकते हैं। जिससे शेयर मार्केट सीखने में आपका खर्चा कम होगा।
4. एक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर/टीचर से
आप किसी टीचर या एडवाइजर से सीख सकते हैं, आपको किसी मेंटर से जरूर सीखना चाहिए। अगर आप किसी अनुभवी टीचर से सीखते हैं तो आप कम गलतियां करते हैं।
शेयर मार्केट में आपका टीचर कोई भी बन सकता है जिसके पास शेयर मार्केट का अनुभव हो, ये आपका फ्रेंड, फैमिली मेंबर, साथ काम करने वाला व्यक्ति कोई भी कई हो सकता है।
एक मेंटर की वजह से आप अच्छे तरीकों से शेयर मार्केट सीख सकते हैं, ऑनलाइन फोरमस और चैट रूम से शेयर मार्केट ना सीखें आप किसी प्रॉब्लम में फंस सकते हैं।
5. किताबों से शेयर मार्किट सीखें

शेयर मार्केट पर लिखी बढ़िया किताबों से आप शेयर मार्केट सीख सकते हैं, एक बेगिनर से लेकर एडवांस लेवल के ट्रेडिंग के लिए बहुत सारे किताबें मौजूद है। आप ऑनलाइन अपने लिए सही किताब अपनी लैंग्वेज में ढूंढ सकते हैं और खरीद सकते हैं।
6. सफल इन्वेस्टर से सीखें
ऐसे इन्वेस्टर्स से सीखें जो शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं और लोगों को अपनी गलतियों और अपने प्रॉफिट बताते हैं और सिखाते है। कामयाब इन्वेस्टर जैसे वारेन बुफेट, हावर्ड मार्क्स, एलॉन मुस्क और हमारे देश के सफल इन्वेस्टर्स को ऑनलाइन फॉलो करके आप उनसे सीख सकते हैं।
ऑनलाइन फॉलो करके उनकी ट्वीट पर एडवाइस को पढ़ सकते हैं, उनकी की किताबों को पढ़ सकते हैं। फिर इन्वेस्टमेंट के लिए आप अपना दिमाग इस्तेमाल करें। ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति के एडवाइज को आंख बंद करके फॉलो ना करें।
7. शेयर बाज़ार को फॉलो करते रहे
देश में और शेयर मार्केट में क्या हो रहा है अपने आप को इससे अपडेटेड रखे, अच्छे न्यूज़ चैनल, टीवी शोस, युटुब, वेबसाइट्स, ब्लॉग से शेयर मार्केट की ज़रूरी न्यूज़ को प्राप्त कर सकते हैं।
शेयर मार्केट और इकोनॉमी से जुड़ी सारी बड़ी न्यूज़ आपको पता होनी चाहिए अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं, न्यूज़ जैसे पॉलिटिकल बदलाव, ऑयल प्राइस, फॉरेन इन्वेस्टमेंट, दूसरे शेयर मार्केट की परफॉर्मेंस।
पुरानी ट्रेंड्स और पुराने न्यूज़ आर्टिकल से आप कंपनी और उसके स्टॉक की हिस्ट्री जान सकते हैं। देश-विदेश के अलग-अलग सेक्टर में बड़े-बड़े बदलाव होने पर शेयर मार्केट पर असर होता है।
8. ऑनलाइन कोर्सेज से सीखें
ऑनलाइन और ऑफलाइन आप अपने लिए सही और अफोर्डेबल कोर्स ढूंढ कर उसे खरीद सकते हैं। ऑनलाइन बहुत सारे कोर्स फ्री भी होते हैं लेकिन ये आपको सेलेक्ट करना है कि आपके लिए कौन सा सही कोर्स है शेयर मार्केट सीखने के लिए।
ऑनलाइन कोर्सेज उनके लिए ज्यादा फायदेमंद होते हैं जो बिगनर है। कोर्स को खरीदने से पहले उनका बैकग्राउंड चेक करले और किसने कोर्स बनाया है उनके बारे में जाने। कोर्स से जुड़े रिव्यु और कॉमेंट्स पढ़े,
ऑनलाइन बड़े-बड़े साइट्स से कोर्सेज कंप्लीट करके आप सर्टिफिकेट भी हासिल कर सकते हैं।
9. खुद स्टॉक खरीद के अनुभव हासिल करें
आप अपना ट्रेडिंग में डीमैट अकाउंट ओपन करके कुछ शेयर्स को खरीद कर, शेयर मार्केट कैसे काम करता है जान सकते हैं। सीखने के लिए आपको बहुत ज्यादा शेयर्स और बहुत महंगे शेयर खरीदने की जरूरत नहीं है।
आपको कब और कौन सा शेयर खरीदना चाहिए, आपको कब और कौन सा शेयर बेचना चाहिए इन सारे सवालों के जवाब शेयर मार्केट में उतरने के बाद मिलेंगे।
ऑनलाइन कुछ वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स उपलब्ध है इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सारा प्रोसेस सेम होता है लेकिन इसमें आप अपने असली पैसे नहीं लगाते, आप बिना अपना पैसा लगाए शेयर मार्केट का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
10. यूटूब से सीखें
ऑनलाइन यूट्यूब इस्तेमाल करके अच्छे वीडियो देखकर शेयर मार्केट सीख सकते हैं, यूट्यूब पर बहुत सारे मेंटर्स मौजूद है जो आपको सही और अच्छी जानकारी देंगे।
यूट्यूब पर आप कौनसे टीचर से सीखना चाहते हैं आपकी लैंग्वेज और आपकी पसंद पर निर्भर है, आपको एक से ज्यादा मेंटर्स को देखकर अपना मेंटर चुनना होगा।
11. फंडामेंटल एनालिसिस करना सीखे
फंडामेंटल एनालिसिस से किसी भी स्टॉक की असली वैल्यू पता चलती है, कंपनी स्टॉक के फाइनेंशियल हेल्थ और इकोनामिक फैक्टर्स को देखकर स्टॉक की वैल्यू पता लगाने को फंडामेंटल एनालिसिस कहा जाता है।
फंडामेंटल एनालिसिस से कंपनी शेयर की वैल्यू के हिसाब से, प्राइस ज्यादा या कम है पता लगता है, इससे शेयर रखना चाहिए या बेचना चाहिए जान सकते हैं।
12. टेक्निकल एनालिसिस करना सीखे
टेक्निकल एनालिसिस मे शेयर्स के पुराने डाटा को एनालाइज करके भविष्य में होने वाले प्राइस फ्लकचुएशन को प्रेडिक्ट किया जाता है। मार्केट साइकोलॉजी, क्वानटेटिव एनालिसिस और बिहेवियरल इकोनॉमिक्स जैसे डाटा का इस्तेमाल करके मार्केट मे आगे क्या हो सकता है यह प्रीडिक्ट किया जाता है। टेक्निकल एनालिसिस के जो सबसे बड़ा रूप है स्टैटिसटिक्स इंडिकेटर और चार्ट पेटर्न्स।
शेयर मार्केट की बुनियादी बातें

मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए स्टॉक मार्केट की बेसिक जानकारी होना बहुत जरूरी है। नीचे हमने स्टॉक मार्केट में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाले शब्दों का मतलब बताया है, इन्हें सीखकर आप शेयर मार्केट को सीखने की शुरुआत करें।
बायर (Buyer) और सेलर (Seller)
शेयर मार्किट के शेयर खरीदने वाले को बायर और शेयर बेचने वाले को सेलर कहते है।
सेंसेक्स (Sensex)
बीएससी ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ मे लिस्टेड टॉप 30 स्टॉक्स को मार्केट केपीटलाइजेशन के आधार पर एकजुट किया जाता है इसी कलेक्शन (collection) को सेंसेक्स कहते हैं।
सेबी (SEBI)
सेबी का फुल फॉर्म है ‘सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया’ शेयर मार्केट को रेगुलेट करने वाली सरकारी संस्था। किसी भी कंपनी, इन्वेस्टर, ट्रेडर्स या ब्रोकर के द्वारा होने वाले फ्रॉड ट्रांजैक्शन और गलत एक्टिविटीज को रेगुलेट करने के लिए इस बोर्ड का गठन किया गया है।
डिमैट अकाउंट
डिमैट अकाउंट का मतलब है डिमैटेरलाइज्ड अकाउंट, जब हम कोई भी शेयर्स खरीदते हैं तो इन्हें स्टोर करने के लिए डिमैट अकाउंट का इस्तेमाल होता है,
शेयर और दूसरे सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होल्ड करने के लिए डीमैट का इस्तेमाल होता है। डिमैट अकाउंट की वजह से फिजिकल शेयर्स सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं पड़ती।
ट्रेडिंग
शेयर मार्केट मे छोटे समय (short-term) के लिए शेयर्स को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं।
स्टॉक मार्केट इंडेक्स
स्टॉक इंडेक्स से हमें पता चलता है के मार्केट कितना ऊपर और कितना नीचे गया है, मार्केट के उतार-चढ़ाव को मेजर करके हमारे सामने रखता है।
मार्केट के किसी सेगमेंट की परफॉर्मेंस जानने के लिए या पूरे मार्केट की परफॉर्मेंस को जानने के लिए स्टॉक मार्केट इंडिकेटर का इस्तेमाल किया जाता है जिसे स्टॉक इंडेक्स कहते हैं।
पोर्टफोलियो
हमारे ख़रीदे हुए शेयर्स और दूसरे सिक्योरिटीज के कलेक्शन को ही पोर्टफोलियो कहते हैं। एक पोर्टफोलियो में बहुत तरह के सिक्योरिटीज हो सकते हैं जैसे गोल्ड, स्टॉक, फंड्स, प्रॉपर्टी डेरिवेटिव्स, आदि।
बुल मार्केट (Bull Market)
बुल मार्केट में कंपनी ज्यादा रेवेन्यू बनाते हैं, इकोनामी ग्रो करने पर, कंज्यूमर ज्यादा पैसे खर्च करते हैं। मार्केट के ऊपर जाने को बुल मार्केट कहते हैं।
बियर मार्केट (Bear Market)
बियर मार्केट में इकोनामी की ग्रोथ धीमी हो जाती है, जिससे कंज्यूमर्स कम पैसा खर्च करते हैं और इसी से जीडीपी भी नुचे आती है। सीधी भाषा में कहे तो मार्केट नीचे आने पर बियर मार्केट कहते हैं।
निफ़्टी50 (Nifty50)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड टॉप 50 कंपनीस के कलेक्शन को निफ्टी 50 कहते है।
स्टॉक मार्केट ब्रोकर
स्टॉक ब्रोकर यानी आपका इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म जो आपके खरीदने और बेचने को आसान बनाता है और अपने क्लाइंट्स के ट्रांजैक्शंस को एग्जीक्यूट करता है। स्टॉक ब्रोकर प्लेटफार्म पर ही आप शेयर्स बेचने और्क्गारीदने के लिए डीमेट अकाउंट बनाते है।
बिड प्राइस (Bid Price)
सबसे ऊंची कीमत जो एक बायर (buyer) तय किए गए वक़्त पर कुछ शेयर्स को खरीदता है। इस उच्चतम कीमत (Highest Price) को बिड प्राइस कहते है।
आस्क प्राइस (Ask Price)
आस्क प्राइस यानी शेयर मार्केट में सबसे लोएस्ट प्राइस (Lowest Price) को कहते हैं जितने मे एक सेलर अपने स्टॉक को बेचता है।
आईपीओ (IPO)
आईपीओ का फुल फॉर्म है इनिशियल पब्लिक ऑफर, आईपीओ यानि प्राइमरी मार्केट में कंपनी के द्वारा पब्लिक को शेयर्स बेचे जाते हैं, कंपनी की तरफ से पहली बार पब्लिक के लिए स्टॉक अवेलेबल करने को आईपीओ को कहते हैं। कंपनी के लिए पैसे उठाने का सबसे बड़ा सोर्स आईपीओ होता है।
इक्विटी (Equity)
इक्विटी यानी वह वैल्यू जो शेयर होल्डर को मिलती है जब वह कंपनी के शेयर्स को खरीदता है।
डिविडेंड (Dividend)
कंपनी का प्रॉफिट होता है तो कंपनी यह डिसाइड करती है कि वह कंपनी के शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देगी, यानी कोई चीज देगी यह पैसा हो सकता है, स्टॉक हो सकते हैं या किसी और फॉर्म में रिवॉर्ड शेयरहोल्डर को दिया जा सकता है, इसी को डिविडेंड कहते है। कंपनी के प्रॉफिट का कुछ हिस्सा हर शेयरहोल्डर्स को बांटा जाता है।
बीएससी (BSE)
बीएससी का फुल फॉर्म है ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ यह भारत का सबसे पहला और बड़ा सिक्योरिटीज एक्सचेंज मार्केट है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 1875 में बनाया गया था।
एनएससी (NSE)
एनएससी का फुल फॉर्म है ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’, भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज मार्केट है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज के मुताबिक ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ इक्विटी ट्रेडिंग वॉल्यूम के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।
कॉल और पुट ऑप्शन (Call &Put Options)
कॉल अप्शन से इन्वेस्टर को तय किये गए शेयर्स खरीदने का हक़ मिलता है और पुट ऑप्शन से इन्वेस्टर को तय किये गए शेयर्स बेचने का हक़ मिलता है। कॉल और पुट ऑप्शन से आप शेयर के ऊपर या नीचे जाने पर प्रॉफिट कमा सकते है।
डायवर्सिफिकेशन (Diversification)
अपने इन्वेस्टमेंट को अलग-अलग एसेट में इन्वेस्ट करना, ताके रिस्क कम होजाये।
मार्केट केपीटलाइजेशन
किसी कंपनी की मार्केट केपीटलाइजेशन का मतलब होता है कंपनी की मार्केट में वैल्यू कितनी है, जिसको मेजर करने के लिए करंट शेयर प्राइस से टोटल शेयर्स की गुणा (multiply) करते है।
ब्लू चिप्स स्टोक्स
ऐसी कंपनीस के शेयर्स जो बहुत बड़ी, बहुत अच्छे से स्थापित और फाइनेंशली बहुत ही स्टेबल होती है।
वोलाटिलिटी (Volatility)
एक समय मे स्टॉक प्राइस के उतार-चढ़ाव को वोलाटिलिटी कहते है।
मार्केट ऑर्डर
मौजूदा मार्केट प्राइस के हिसाब से शेयर को खरीदने और बेचने को मार्केट आर्डर कहते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग
एक ही दिन में स्टॉक को खरीदने और बेचने के प्रक्रिया को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
स्टॉक मार्केट के प्रकार
स्टॉक मार्केट के दो प्रकार है:
प्रायमरी मार्केट: प्रायमरी मार्केट में सिक्योरिटीज क्रिएट होते हैं और यही से पहली बार स्टॉक आम पब्लिक के लिए उपलब्ध किये जाते हैं।
सेकेंडरी मार्केट: सेकेंडरी मार्केट से इन्वेस्टर्स ब्रोकर के ज़रिये सिक्योरिटीज को खरीद और बेच सकते हैं बिना कंपनी को इस प्रक्रिया मे शामिल करें।
शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें?
शेयर मार्किट मे आप शेयर्स खरीदकर, फिर शेयर प्राइस को बढ़ने के बाद उन्हें बेचकर प्रॉफिट कमा सकते है। शेयर मार्केट मे निवेश करने का सबसे बड़ा कारण है पैसे लगाकर प्रॉफिट कमाना।
स्टॉक मार्केट मे शेयर्स के अलावा म्युचुअल फंड, बॉन्ड डेरिवेटिव्स और दूसरे इंस्ट्रूमेंट में भी निवेश कर सकते हैं। कंपनी के शेयर्स खरीदने पर इन्वेस्टर्स को वोट करने का हक मिलता है, कंपनी के किसी भी बड़े काम के लिए वोट किया जा सकता है। कंपनीस अपने इन्वेस्टर्स को डिविडेंड भी देती रहती है।
शेयर मार्केट मे निवेश करने से पहले आपको शेयर मार्केट की जानकारी होनी चाहिए कम से कम बेसिक जानकारी होनी चाहिए।
शेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग क्या है?
शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग मे सबसे बड़ा अंतर कितने समय तक शेयर्स होल्ड रखते हैं उसपर निर्भर है। अगर आप कम समय (Short-term) के लिए शेयर होल्ड करके बेचते हैं तो इसे ट्रेडिंग कहते हैं।
अगर आप शेयर्स को लंबे समय (Long-term) तक होल्ड करके रखते हैं और लंबे समय के बाद ही शेयर्स को बेचते हैं तो इसे इन्वेस्टिंग कहते हैं।
चाहे आपको ट्रेडिंग करनी है या इन्वेस्टिंग शेयर मार्केट में पैसे लगाने से पहले आपके पास सही जानकारी होनी चाहिए। यह हमेशा याद रखें कि आप जो शेयर मार्केट में पैसा लगाने वाले हैं उस पैसे का नुकसान होने पर बर्दाश्त कर सकते हैं या नहीं जानें।
अपने सालों की जमा पूंजी लगाकर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट ना करें। कर्ज लेकर भी शेयर मार्केट में ना उतरे।
तो यह थी शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी अब शेयर मार्केट सीखने के लिए क्या करना पड़ता है जाने।
फ्री में स्टॉक मार्किट सीखने के तरीके?
फ्री में स्टॉक मार्केट सीखने का तरीका है गूगल पर रिसर्च करना, शेयर मार्केट से जुड़े बड़े वेबसाइट जैसे हमारी वेबसाइट Perfectalex.in से शेयर मार्केट सीख सकते हैं।
यूट्यूब पर वीडियो और कोर्सेज को देखकर फ्री में शेयर मार्केट सीख सकते हैं।
स्टॉक मार्केट में खरीदे और बेचे जाने वाले चीज़ें

स्टॉक एक्सचेंज में इन सिक्योरिटीज की ट्रेडिंग होती है:
✦ शेयर्स (Shares)
शेयर यानी कंपनी के ओनरशिप (Owenership) का कुछ हिस्सा। कंपनी अच्छा परफॉर्म करती है तो शेयर की कीमत बढ़ती है और कंपनी खराब परफॉर्म करती है तो शेयर का दाम घटता है और नुकसान शेयरहोल्डर को होता है। कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड भी बाटती है।
✦ बॉन्ड (Bonds)
कंपनी को लंबे समय तक मुनाफे में रखने के लिए अच्छा कैपिटल/पैसा लगता है। बॉन्ड यानी एक कांट्रैक्ट जो लोन देने वाले और लेने वाले के बीच में होता है, यहां पर लोन कंपनी लेती है अपने इन्वेस्टर से एक समय के लिए, एक फिक्स्ड अमाउंट लिया जाता है इन्वेस्टर से और समय-समय पर कंपनी इंटरेस्ट देती है। इस तरह के इन्वेस्टमेंट को बॉन्ड कहते हैं।
✦ म्युचुअल फंड्स (Mutual Funds)
म्युचुअल फंड स्कीम में बहुत सारे इन्वेस्टर्स का पैसा मिलाकर अलग-अलग सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट किया जाता है जैसे शेयर्स, देबट, हाइब्रिड फंड्स आदि।
इक्विटी (Equity) में जैसे आप एक शेयर के मालिक होते हैं, म्यूचुअल फंड में आप एक यूनिट (Unit) के मालिक होते है। म्युचुअल फंड में इन्वेस्टर्स का पैसा लेकर रिसर्च करके अनुभवी लोग/टीम अलग-अलग चीजों में इन्वेस्ट करते हैं।
✦ डेरिवेटिव्स (Derivatives)
डेरिवेटिव यानी एक फाइनेंशियल सिक्योरिटी जिसकी वैल्यू खुद पर डिपेंड नहीं होती बल्कि उसके अंडरलाइन एसेट (Underlying Asset) पर निर्भर होती है, उदाहरण के लिए क्रूड ऑयल (Crude Oil) से पेट्रोल और डीजल बनाया जाता है।
यहां पर पेट्रोल और डीजल के दाम क्रूड ऑयल के दाम पर निर्भर है, अगर क्रूड ऑयल के दाम कम या ज़ियादा ज्यादा होता हैं तो इसका असर पेट्रोल और डीजल के प्राइस पर पड़ता है। यहां पर क्रूड ऑयल, पेट्रोल और डीजल का अंडरलिंग एसेट है और क्रूड ऑयल के डेरिवेटिव पेट्रोल और डीजल है।
✦ ईटीएफ (ETF)
एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, म्युचुअल फंड स्कीम की तरह ही होता है। म्युचुअल फंड में इन्वेस्टर का पैसा कुछ लोग अलग-अलग सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करते हैं लेकिन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में इन्वेस्टर का पैसा लोगों द्वारा अलग-अलग सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट नहीं किया जाता बल्कि सीधा इंडेक्स (Index) में इन्वेस्ट किया जाता है,
इंडेक्स यानी शेयर मार्केट के टॉप 30 कम्पनीज का कलेक्शन जिसे सेंसेक्स कहते है, टॉप 50 कंपनीस जिसको निफ्टी कहते हैं, इसी तरीके से अलग-अलग सेक्टर फंड्स मे भी इन्वेस्ट होता है।
शेयर मार्केट में कितना पैसा लगा सकते है?
शेयर मार्केट में आप कितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं, अगर एक शेयर की कीमत ₹300 है तो आप उसे शेयर को खरीद कर शेयर मार्केट में उतर सकते हैं।
शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं?
शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिए सबसे पहले अपनी रिसर्च करें, उसके बाद ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट ओपन करें। डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन आप किसी भी ब्रोकर के प्लेटफार्म पर जाकर ओपन कर सकते हैं।
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए तीन सबसे जरूरी दृष्टिकोण क्या है?
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए तीन सबसे जरूरी दृष्टिकोण है :
- फंडामेंटल एनालिसिस
- टेक्निकल एनालिसिस
- टेक्नो फंडामेंटल एनालिसिस
नए निवेशक (Investors) कौनसी गलतियाँ करते है?
➞ बड़ी रकम से शुरुआत नहीं करना चाहिए।
➞ ऑनलाइन किसी भी इनफ्लुएंसर की एडवाइस को आंख बंद करके फॉलो नहीं करना चाहिए।
➞ बिना अपनी रिसर्च करें दूसरों की बात सुनकर इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए।
➞ अपना सारा पैसा किसी एक कंपनी या स्टॉक में इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए बल्कि अपने पोर्टफोलियो मे अलग-अलग सेक्टर के स्टॉक को रखना चाहिए।
➞ एक बेगिनर को शेयर मार्केट में उतरने के बाद सीखने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
➞ इन्वेस्टिंग शुरू करने से पहले अपने रिस्क टॉलरेंस (Risk Tolerance) के बारे में जानना चाहिए यानी आप कितना पैसा डूबने पर बर्दाश्त कर सकते हैं जाने।
मार्केट में शेयर की कीमत कैसे दी जाती है और मूल्य निर्धारित कौन करता है?
शेयर मार्केट में शेयर का प्राइस डिमांड और सप्लाई नियम पर निर्भर करता है। किसी भी कंपनी का शेयर प्राइस तब ऊपर जाता है जब वह कंपनी अच्छा परफॉर्म करती है, अच्छा प्रॉफिट कमाती है या फिर ज्यादा लोग उस कंपनी के शेयर को खरीदना चाहते हैं, तो इस तरह शेयर की डिमांड बढ़ने पर ज्यादा लोग खरीदने के कारण शेयर प्राइस बढ़ता है।
इसी के उलट जब कंपनी अच्छा परफॉर्म नहीं करती और लॉस मे होती है और ज्यादातर इन्वेस्टर उस कंपनी के स्टॉक को बेचना चाहते हैं तो इससे शेयर की डिमांड कम हो जाती है और सप्लाई ज्यादा होने पर शेयर का प्राइस घटता है।
क्या कोई भी शेयर मार्केट में शेयर खरीद और बेच सकता है?
बिल्कुल अगर आप किसी ब्रोकर से ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट ओपन करते हैं तो आप आसानी से ऑनलाइन शेयर बाजार में शेयर को खरीद और बेच सकते हैं।
डीमेट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या फर्क है?
शेयर्स को खरीदने और बेचते समय ट्रांजैक्शंस को एग्जीक्यूट (Execute) करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। शेयर्स को खरीदने के बाद उन्हें होल्ड करके रखने के लिए डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है। जब आप ब्रोकर अकाउंट ओपन करते हैं तो ट्रेडिंग और डिमैट अकाउंट दोनों एक साथ ही खोले जाते हैं।
ज़रूरी सवालें
नए लोग शेयर मार्किट कैसे सीखें?
नए लोग शेयर मार्केट सीखने के लिए किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं, ऑनलाइन गूगल पर अलग-अलग अच्छे आर्टिकल्स पढ़ सकते हैं, यूट्यूब पर वीडियो देख सकते हैं, आदि।
क्या मैं 1 शेयर खरीद सकता हूँ?
बिल्कुल, आप किसी भी कंपनी का एक शेयर खरीद सकते हैं, बस आपके पास उस समय शेयर की प्राइस जितना अमाउंट होना चाहिए।
शेयर मार्केट में कम से कम कितना पैसा लगा सकते है?
शेयर मार्केट में आप कम से कम एक शेयर को खरीद सकते हैं, आपके बैंक अकाउंट मे उस एक शेयर को खरीदने के लिए प्राइस अमाउंट होना चाहिए।
शेयर बाजार में शुरआत कैसे करें?
शेयर मार्केट की नॉलेज हासिल करके शेयर बाजार की शुरुआत कर सकते हैं, शेयर मार्केट की बेसिक जानकारियां हासिल करने के बाद आप ट्रेंडिंग और डिमैट अकाउंट ओपन करके शेयर बाजार की शुरुआत कर सकते हैं।
शेयर मार्केट सीखने के लिए बेस्ट कोर्स कौन सा है?
शेयर मार्केट सीखने के लिए बहुत सारे कोर्सेज ऑनलाइन उपलब्ध है, आपके लिए कौन सा कोर्स बेस्ट है यह आपको ऑनलाइन गूगल पर जाकर सर्च करना होगा, उसके बाद किस भाषा में शेयर मार्केट सीखना चाहते हैं, आपको शेयर मार्केट के कौन से कॉन्सेप्ट जानने है और आप ऑनलाइन पेड या फ्री कौनसा कोर्स कर सकते हैं, इन सारी चीजों को देखते हुए अपने लिए बेस्ट कोर्स सेलेक्ट करें।
शेयर मार्केट सीखने में कितना समय लगता है?
शेयर मार्केट सीखने में अलग-अलग लोगों को अलग-अलग समय लगता है, अगर आपको शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी है तो आपको शेयर मार्केट सीखने में थोड़ा कम समय लग सकता है उस व्यक्ति के मुकाबले जो शेयर मार्केट में बिल्कुल ही नया है उससे पहले बेसिक जानकारी हासिल करनी होगी उसके बाद एडवांस तक पहुंचना होगा।
क्या मैं 2025 में खुद से शेयर मार्केट सीख सकता हूं?
बिल्कुल आप ऑनलाइन 2025 में खुद से शेयर मार्केट सीख सकते हैं गूगल, हमारी वेबसाइट, यूट्यूब आदि का इस्तेमाल करके।
हिंदी में शेयर मार्किट कैसे सीखें?
हिंदी में शेयर मार्केट सीखने के लिए गूगल पर हिंदी शेयर मार्केट कोर्स को ज्वाइन कर सकते हैं यूट्यूब पर हिंदी वीडियो देख सकते हैं या हमारी हिंदी वेबसाइट से शेयर मार्केट सीख सकते हैं।