आज हम जानेंगे के Printer kya hai प्रिंटर कैसे काम करता है, प्रिंटर के कितने प्रकार होते है, प्रिंटर को खरीदने के टिप्स, प्रिंटर को सबसे पहले किसने बनाया था और प्रिंटर का इतिहास आदि,
ये सारे सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल मे आसान भषा मे मिलजायेंगे, बहुत सारे स्टूडेंट प्रिंटर कैसे काम करता है और इसका इतिहास जानना चाहते है उन्ही के लिए ये आर्टिकल लिखा गया है, चलिए देखते है प्रिंटर क्या है:
Printer Kya Hai
प्रिंटर एक हार्डवेयर है जो कंप्यूटर का आउटपुट डिवाइस भि है, प्रिंटर कंप्यूटर के इलेक्ट्रॉनिक डाटा को लेता है और उससे हार्ड कॉपी मे बदलता है, प्रिंटर हार्ड कॉपी को generate करता है और कसी भि डॉक्यूमेंट को प्रिंट कर सकता है, डॉक्यूमेंट किसी भि तरह का हो सकता है images, texts या दोनों.
प्रिंटर कंप्यूटर यूजर या दुसरे डिवाइस से इंस्ट्रक्शन लेता है और डॉक्यूमेंट को प्रिंट करता है, प्रिंटर कंप्यूटर का कॉमन Peripheral डिवाइस है जिसे दो भागों मे बाटा जाता है 2डी प्रिंटर और 3डी प्रिंटर मे,
2डी प्रिंटर्स पेपर पर टेक्स्ट और ग्राफ़िक प्रिंट करते है और 3डी प्रिंटर्स तीन डिमेंशन के फिजिकल चीजों को बनाता है, अब आपको पता चलगया होगा के प्रिंटर क्या है अब क्या काम करता है ये जाने.
प्रिंटर को किसने बनाया था?
प्रिंटर के इतिहास मे तरह तरह के प्रिंटर डेवेलोप हुए इसलिए प्रिंटर को इन्वेंट करना वाला कोई एक इंसान नहीं है, लेकिन सबसे पहले 1800 के समय मे मैकेनिकल प्रिंटर को बनाने वाले चार्ल्स बाबबेज थे, इन्होने अपनी दिफ्फ्रेंस इंजन के साथ प्रिंटर को बनाया था.
प्रिंटर का इतिहास?
1. मैकेनिकल प्रिंटर- Charles Babbage ने डिफरेंस इंजन के साथ इस्तेमाल करने के लिए मैकेनिकल प्रिंटर को बनाया था.
2. लेज़र प्रिंटर- गरी स्टार्कवेदर ने 1970स मे ज़िरोक्स पर काम करते समय मॉडल 7000 कोपिर्स को मॉडिफाई किया और लेज़र प्रिंटर को बनाया था, इसके बाद 1984 मे हवलेट-पकर्द ने एचपी लेज़रजेट प्रिंटर्स को डेवेलोप किया जिसकी वजह से लेज़र प्रिंटर्स सस्ते और आसानी से मिलने वाले प्रिंटर्स बनगए, इसके एक साल बाद एप्पल ने एप्पल लेज़र राइटर प्रिंटर को इन्वेंट किया.
3. इंकजेट (Inkjet)- ये प्रिंटर्स 1950स मे डेवेलोप हुए थे लेकिन 1970स तक डिजिटल इमेजेज को बना नहीं सकते थे, इन प्रिंटर्स को अलग अलग कोम्पनिस ने डेवेलोप किया है जैसे कैनन (Canon), हवलेट-पैककार्ड और एप्सन.
4. डॉट-मैट्रिक्स प्रिंटर- आईबीएम (IBM) ने सबसे पहले 1957 मे डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर को बनाया और सेंट्रोनिक्स कंपनी ने पहला दो-मैट्रिक्स इम्पैक्ट प्रिंटर 1970 मे बनाया था.
5. 3डी- चुक हुल (Chuck Hull) ने 1984 मे 3डी प्रिंटर्स को बनाया था.

प्रिंटर का काम क्या होता है?
प्रिंटर काम का काम किसी भि डॉक्यूमेंट का प्रिंट निकलना होता है, कंप्यूटर मे जमा डिजिटल डाटा को पेपर पर प्रिंट प्रिंटर करता है, जैसे अगर आपको कोई डॉक्यूमेंट या अपने स्कूल/कॉलेज के प्रोजेक्ट के लिए प्रिंट निकलना है तो आप प्रिंटर का इस्तेमाल करते है.
प्रिंटर कितने प्रकार के होते हैं?
बहुत तरहा के प्रिंटर होते है लेकिन आजकल सबसे जियादा इंकजेट (Inkjet) प्रिंटर और लेसर प्रिंटर का इस्तेमाल किया जाता है, चलिए देखते है प्रिंटर कितने प्रकार के होते है और शोर्ट मे जानते है के इनका काम क्या होता है,
इंकजेट प्रिंटर |
लेज़र प्रिंटर |
प्लोटटर |
एलइडी प्रिंटर |
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर्स |
थर्मल प्रिंटर |
सॉलिड इंक प्रिंटर |
मुल्टी फंक्शन प्रिंटर्स |
3डी प्रिंटर्स |
Printer Computer से कैसे Connect होता है?

प्रिंटर से कंप्यूटर को जुड़ने के बहुत सारे रास्ते है लेकिन आजकल वाईफाई यानि वायरलेस और USB के ज़रिये जियादा कनेक्ट किया जाता है, चलिए देखते है कंप्यूटर से प्रिंटर को जुड़ने वाले सारे ज़रिये,
Wi-Fi
वाईफाई एक वायरलेस नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी है जो बहुत जियादा पोपुलर है कियोंकि ये वायरलेस कनेक्शन बहुत आसान होता है और केबल के ज़रिये कनेक्ट करना मुश्किल होता है इनस्टॉलेशन और देप्लोयमेंट कि ज़रूरत होती है.
USB
यूएसबी यानि ‘यूनिवर्सल सीरियल बस’ जो सबसे पहले 1996 मे आया था, कंप्यूटर से पेरिफेरल डिवाइसेस और दुसरे डिवाइसेस से कनेक्ट करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है, इससे दुसरे डिवाइस को पॉवर भि देसकते है जैसे टेबलेट, स्मार्टफोन, आदि. यूएसबी केबल कि लेंथ अलग लग होती है.
Cat 5
ये एक नेटवर्क केबल है जिसमे ट्विस्टेड कॉपर के वेयर के जोड़े होते है, इसे LAN केबल और ईथरनेट केबल भि कहा जाता है, इसकी मैक्सिमम लेंथ 100 मीटर होती है.
SCSI
इसका फुल फॉर्म है स्मोल कंप्यूटर सिस्टम इंटरफ़ेस है जिसे सबसे पहले 1982 मे आया था, इसे ज़यादातर डिस्क ड्राइव के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसके तीन वर्शन है एससीएसआई-1 (1986), एससीएसआई-2 (1990), एससीएसआई-3 (1996).
सीरियल पोर्ट
सीरियल पोर्ट एक वक़्त मे एक बिट ट्रांसमिट करता करसकता है, इसकी वजह से यूज़र कंप्यूटर से सीरियल डिवाइसेस को कनेक्ट करसकते है.
MPP-1150
इसको अटारी कंप्यूटर सीरियल इंटरफ़ेस के साथ यूस किया जाता है, ये प्रिंटर के 36पिन कनेक्टर के साथ कनेक्ट होता है.
प्रिंटर खरीदने के लिए ज़रूरी टिप्स?

प्रिंटर खरीदते वक़्त आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए चलिए ज़रूरी टिप्स को देखते है,
टेक्नोलॉजी का ध्यान रखे यानी जब भि प्रिंटर खरीदने जाये तो कौनसी टेक्नोलॉजी का है ये जाने, आजकल इंकजेट और लेज़र प्रिंटर टेक्नोलॉजी बहुत पोपुलर है.
बिज़नेसेस के लिए लेज़र प्रिंटर्स बहुत अच्छे है कियोंकि इनकि हाई-क्वालिटी और स्पीड होती है, घर के लिए या घर के बिज़नेस के लिए इंकजेट प्रिंटर बेस्ट है कियोंकि इन्हें हरकोई खरीद सकता है.
स्पीड– प्रिंटर कि स्पीड भि बहुत मायने रखति है आपको देखना होगा के प्रिंटर एक मिनट मे कितने पेपर प्रिंट करता है 4 से 10+ पेपर होते है, इंकजेट कि जगह लेज़र प्रिंटर के बारेमे सोच सकते है कियोंकि इसकी स्पीड इंकजेट से जियादा होती है.
रेसोलुशन– ये भि बहुत ज़रूरी होता है प्रिंटर के प्रिंटि को डॉट पर इंच (DPI) के हिसाब से मेजर किया जाता है.
इसी तरह से Cost per page और इंक, टोनर को भि देखे प्रिंटर खरीदने से पहले, प्रिंटर खरीदते वक़्त ये भि देखे के अगर आप जियादा प्रिंटर यूस करते है तो आपको Ink रेप्लास करनी होगी उसके लिए कितना पैसा लगता है ये देखे. अमेज़न पर बेस्ट प्रिंटर देखिये.
सबसे जियादा इस्तेमाल किया जाने वाला Printer?
कौनसा प्रिंटर इस्तेमाल किया जायेगा ये काम क्या होगा उस पर डिपेंड है, घरों मे और फॅमिली के दुअरा सबसे जियादा इस्तेमाल जाने वाला प्रिंटर इंकजेट है इसकी प्राइस कि वजह से, और ऑफिस और बिज़नेस के लिए सबसे जियादा लेज़र प्रिंटर का इस्तेमाल होता है.
People Also Ask
1. कंप्यूटर को प्रिंटर कि बहोत ज़रूरत होती है क्या?
प्रिंटर कंप्यूटर का एक पेरिफेरल डिवाइस है यानि प्रिंटर कंप्यूटर के लिए बहुत ज़रूरी नहीं है, बहुत सारे लोग हर दिन कंप्यूटर इस्तेमाल करते है बिना प्रिंटर के लेकिन एक समय अता है जब उन्हें कुछ प्रिंट करने के लिए प्रिंटर कि ज़रूरत होती है तभि वह प्रिंटर का इस्तेमाल करते है.
2. क्या प्रिंटर मे मेमोरी होती है?
हाँ आजकल के नये कंप्यूटर प्रिंटर्स मे थोडा स्टोरेज होता है प्रिंटिंग सेटिंग, प्रिंट फॉन्ट और प्रिंट जॉब के लिए.
3. 3डी प्रिंटर्स के डिस-एडवांटेज क्या है?
3डी कंप्यूटर प्रिंटर्स के डिस एडवांटेज है: इसका इनिशियल कॉस्ट बहुत जियादा होता है, रेसिं कॉस्ट भि अभूत होता है और ये एक देवेलोपिंग टेक्नोलॉजी है जिसे और भि विकसित होना बाकि है.
निष्कर्ष?
अगर आपने ये आर्टिकल पूरा पढ़ा है तो इस सवाल का जवाब देकर बताओ प्रिंटर आउटपुट डिवाइस है या इनपुट डिवाइस? अपना जवाब कमेंट करे, आज हमने सीखा के Printer kya hai, प्रिंटर का इतिहास, प्रिंटर को किसने बनाया था, प्रिंटर को खरीदने के टिप्स, आदि,
आशा है आपको ‘Printer Kya Hai’ इस सवाल का जवाब मिलगया होंगा अगर और भि कुछ पूछना या फिर कुछ कहना होतो कमेंट करे और दूसरों को आर्टिकल शेयर करे ताके दूसरों को भि पता चले के ‘प्रिंटर क्या है’, हमारा ये आर्टिकल यहीं ‘what is printer in hindi’ यहीं समाप्त होता है।
ये आर्टिकल भि पढ़े: