आज हम जानेंगे के OTP kya hai aur Otp kya hota hai, ओटीपी का फुल फॉर्म क्या होता है?, ओटीपी कैसे काम करता है और इसका लोग क्यूँ इस्तेमाल करते है, ओटीपी के उधारण क्या है इसके फायदें क्या है, आदि. इन सारे सवालों के जवाब आपको यहाँ मिलजायेंगे इसलिए आर्टिकल को पूरा पढ़े?
ओटीपी क्या है?
OTP का मतलब है One Time Password जो आज कल सिक्यूरिटी के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ये एक सिक्यूरिटी कोड होता है जिसे online transactions, Internet Banking से shopping, mobile recharge या money transfer करते है तो सारि जानकारी भरने के बाद आखिर मे एक code अता है उसी को OTP कहते है और ये ओटीपी बैंक के register number पर अता है.
Banking से जुदा जो भि काम हो रहा है वो authorize व्यक्ति से हि हो ये verificatio n के लिए otp का इस्तेमाल होता है, इस पासवर्ड का हम सिर्फ एक हि बार इस्तेमाल करसकते है, ओटीपी को सिर्फ money transfer के लिए नहीं हर काम के लिए इस्तेमाल किया जरहा है, जैसे किसी वेबसाइट मे अकाउंट बनाना होतो, अगर पासवर्ड रिसेट करना होतो, आदि और ज़यादातर ओटीपी मोबाइल मेसेज के दुअरा हि भेजा जाता है,
ओटीपी सिर्फ कुछ समय के लिए हि valid होता है समय होने के बाद ये कुछ काम का नहीं होता, Facebook, Instagram, Whatsapp जैसे application मे अकाउंट बनाने के लिए, लॉग इन करने के लिए या पासवर्ड रिसेट करने के लिए ओटीपी कि ज़रूरत होती है,
ओटीपी सिर्फ रजिस्टर मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर अता है ताके आपके अलावा कोई और access ना करसके, बिना ओटीपी के या गलत ओटीपी के ट्रांसकशन या अकाउंट एक्सेस नहीं करसकते है, अब आपको पता चलगया होगा के ओटीपी क्या है.
Kya OTP Safe Hai?
हाँ, कियोंकि अगर आपका यूजर नेम और पासवर्ड किस को पता चल भि जाये तो उसे ओटीपी कि ज़रूरत होगी जो सिर्फ रजिस्टर मोबाइल नंबर पे आयेगा, जब भि आप लॉग इन करोगे तो यूजर नेम वोहि होगा लेकिन ओटीपी हर बार बदलकर आयेगा, ओटीपी के ज़रिये बैंक, कॉरपोरेट और नेटवर्क दुसरे सिस्टम जिनमे सेंसिटिव जानकारी होती है उनके लिएप्रोटेक्शन का काम करता है, ओटीपी अक्सर 6 डिजिट का होता है, अब आपको पता चलगया होगा के ओटीपी क्या है और सेफ कैसे है.
ओटीपी को क्यूँ इस्तेमाल किया जाता है?

हरदिन लाखों ओटीपी पूरी दुनिया मे भेजे जाते है और इनमे सबसे जियादा मोबाइल मे ओटीपी भेजे जाते है, मोबाइल पर एसएमएस इसलिए भेजे जाते है कियोंकि हर कोई अपना खुदका एक मोबाइल रखता है जो चौबीस घंटे अपने पास होता है इसलिए ये बेहतर तरीका है किसी को भि पहचानने का इसलिए मोबाइल पर ओटीपी भिजा जाता है,
ऑथेंटिकेशन के लिए दूसरी लेयर ओटीपी को माना जाता है ताके सीबरक्राइम और फ्रौड कामों से बचा जासके और अपने बिज़नेस कि प्रोटेक्शन भि होती है, अब आपको पता चल गया होगा के ओटीपी क्या है और क्यूँ इस्तेमाल होता है.
ओटीपी कैसे काम करता है?
जब customer कि authentication कि ज़रूरत होती है या transactions करना होता तब additional security के लिए ओटीपी कि ज़रूरत होती है, अगर कस्टमर को identify करना हो या कस्टमर पहली बार रजिस्टर कररहे है तब ओटीपी कि मांग होती है यतो customer कि तरफ से याफिर उस institution कि तरफ से जिससे कस्टमर डील कररहा है,
तब ये ओटीपी automatically generate होता है अलग नंबर या charectors को मिलकर, OTP मे कौनसे नंबर आएंगे ये कोई नहीं जान सकता ना predict कर सकता है, ओटीपी सिर्फ कुछ कुछ सेकंड या मिनट के लिए valid होते है,
ओटीपी भेजने के बहुत सारे तरीके हैं कुछ email से ओटीपी भेजते है लेकिन इसे कम सुरक्षित माना जाता है, कुछ institute Voicemails और mailbox मे पिन साउंड का इस्तेमाल करते है लेकिन सबसे जियादा कॉमन है मोबाइल SMS के ज़रिये ओटीपी भेजना, अब आपको पता चलगया होगा के ओटीपी क्या है और कैसे काम करता है.
ओटीपी क्या है उधारण?
Message
शुरुवात मे पहले सबसे जियादा एसएमएस (SMS) मेसेज के ज़रिये ओटीपी भेजे जाते है, यूजर को सहीं से यूजर नेम और पासवर्ड डालना होता है और इंटर करना होता है फिर यूजर के रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक कोड अता है उसे इंटर करने के बाद यूजर का ऑथेंटिकेशन प्रोसेस.
Push Notification
Two-Factor authentication के process को कम्पलीट करने के लिए push notification मे ओटीपी भेजते है और इसे कॉपी करके पेस्ट करना होता है.
वोइस मेसेज और वौइस कालिंग
ये तरीका एसएमएस मेसेज का अल्टरनेटिव माना जाता है इसमें ऑथेंटिकेशन करने के लिए ओटीपी को कॉल करके बताया जाता है और इसे सुनकर कोड को लिखना होता है.
ईमेल
आजकल सोशल मीडिया के ऐप्स इस तरीके को बहुत इस्तेमाल कररहे है, इसमें ओटीपी ईमेल के ज़रिये अता है जो ईमेल रजिस्टर होगा और वेरीफाई होगा उसी मे ओटीपी अता है.
ओटीपी का इस्तेमाल कहा होता है?

Bank Card को activate करने के लिए ओटीपी का इस्तेमाल किया जाता है, हर साल लाखों नये card issue होते है और हर कार्ड को एक्टिवेट करने के लिए confirm करना होता है तब कस्टमर के मोबाइल नंबर पर OTP code sms भेजा जाता है और बैंक से या कार्ड से कुछ भि खरीदने के लिए या पैसे transfer करने के लिए ओटीपी कि ज़रूरत होती हि है,
किसी भि app या website मे login करने के लिए username और password कि ज़रूरत होती है लेकिन अगर ये गुम जाये या याद नहीं आते तो आपको पासवर्ड रिसेट का आप्शन दिया जाता है तब आपको अपने रजिस्टर नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है तब पासवर्ड रिसेट करसकते है,
Government कि services प्राप्त करने के लिए ओटीपी का इस्तेमाल होता है, Government कि वेबसाइट पर citizen अपने data जैसे personal tax, business tax, lisence, passport, healthcare, आदि को maintain करना होता है, authentication के लिए ओटीपी कि ज़रूरत होती है,
अगर किसी के पास दो फ़ोन हो या कोई पुराने फ़ोन से नये फ़ोन मे शिफ्ट होना चाहता है तो ओटीपी कि ज़रूरत होती है यानि हर ऐप्प और अकाउंट को नये डिवाइस से लॉग इन करने के लिए आपके पुराने फ़ोन पर ओटीपी आयेगा तब आप लॉग इन करसकते है, अब आपको पता चलगया होगा के ओटीपी क्या है और कहा इस्तेमाल किया जाता है.
ओटीपी के फायदें?

Authentication
ओटीपी कि वजह से सहीं यूजर कि पहचान होती है कियोंकि ओटीपी उसी फ़ोन मे अता है जो रजिस्टर मोबाइल नंबर होता है या ईमेल होता है, अकाउंट मे कुछ भि डालना या निकालना या बदलना या फिर कुछ भि काम होतो पहले ऑथेंटिकेशन के लिए ओटीपी इंटर करना होगा तभि करसकते है.
Security
ओटीपी कि वजह से हमें सुरक्षा मिलती है कियोंकि बिना ओटीपी के कोई भि ट्रांसकशन नहीं करसकता और अगर किसी को पासवर्ड भि पता चल जाये तोभी ओटीपी के बिना बैंक अकाउंट एक्सेस नहीं करसकते या ट्रांसकशन नहीं करसकते.
Setting आसान है
ओटीपी को ‘Two step verification’ भि कहते है, किसी भि वेबसाइट जिसमे आपकी sensitive जानकारी है उसमे ये आप्शन पहले से enable होता है अगर ना होतो इसे आप अपने अकाउंट सेटिंग मे जाकर आसानी से enable करसकते है.
Free और Speed
ओटीपी बिलकुल फ्री है किसी भि यूजर को इसके लिए पैसे देने कि ज़रूरत नहीं होती, कियोंकि ओटीपी सिर्फ कुछ सेकंड या मिनट के लिए हि वलीद होता है इसलिए इसकी स्पीड भि अच्छी है सिर्फ कुछ सेकंड मे यूजर का ऑथेंटिकेशन होता है.
Random Algorithm
ओटीपी सिस्टम रैंडम अल्गोरिथम पर चलता है यानि एक बार जो ओटीपी अता है दूसरी बार जो ओटीपी आयेगा वो किसी को पता नहीं होता इसलिए अगर किसीने यूजरनेम और पासवर्ड को हैक भि करलिया तो वह बिना ओटीपी के कुछ नहीं करसकता और अगर बाय चांस किसी को ओटीपी पता चल जाये तो दूसरी बार सेम ओटीपी नहीं होगा, हमारा ये आर्टिकल “ओटीपी क्या है” यहीं समाप्त होता है.
People Also Ask
1. ओटीपी मे कितने नंबर होते है?
ओटीपी मे चार नंबर भि हो सकते है और 6 भि, बैंक ट्रांसकशन के लिए 6 डिजिट के कोड हि होते है.
2. ओटीपी को क्यूँ इस्तेमाल करते है?
ओटीपी को सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है ताके सहीं ओनर के अलावा कोई भि दूसरा फायदा ना उठा पाए.
3. कहाँ से अता है ओटीपी?
ओटीपी सिस्टम रैंडम अल्गोरिथम पर बेस्ड है, यूजर को ओटीपी ऑथेंटिकेशन सर्वर से आते है इन सर्वर मे सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर होते है जो ओटीपी को बना कर मोबाइल नंबर पर भेजते है.
4. ओटीपी कि स्पीड कितनी होती है?
ओटीपी कुछ हि सेकंड मे मोबाइल नंबर पर आजाता है लेकिन अगर दो मिनट से जियादा होगये और अभि भि ओटीपी नये तो आपको रेसेंड पर click करना होगा, कभी कभी नेटवर्क कि प्रॉब्लम कि वजह से ओटीपी आपतक पहुच नहीं पाता.
5. ओटीपी का फुल फॉर्म क्या है?
ओटीपी का फुल फॉर्म है ‘One Time Password’ यानि ओटीपी को सिर्फ एक हि बार इस्तेमाल किया जासकता है.
निष्कर्ष?
आज हमने जाना के OTP kya hai, ओटीपी कैसे काम करता है, फायदें क्या है, इस्तेमाल कहा किया जाता है, ओटीपी के उधारण कौनसे है, आदि, आशा है आपको अपने सवाल ‘ओटीपी क्या है’ का जवाब मिलगया होगा अगर और भि पुचना या कहना होतो कमेंट करे और शेयर करे ताके दूसरों को भि पता चले के ओटीपी क्या है, हमारा ये आर्टिकल ‘ओटीपी क्या है’ यहीं समाप्त होता है.
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