आज हम बताने वाले है के लॉयर कैसे बने? (lawyer kaise bane) कानूनी समस्या का समाधान बताने वाला लॉयर होता है, चाहे वो किसि संपत्ति, शादी, तलाक पर हो या फिर किसी अपराध पर या व्यक्तिगत अधिकार के मामलों में हो, आज के इस आर्टिकल में हम देखेंगे के lawyer kaise bane),
इंडिया में लॉयर कैसे बने?
लॉ डिग्री लेने के लिए 10वीं के बाद किसी भि stream में आगे पढ़ सकते है, किसी भि स्ट्रीम के स्टूडेंट्स लॉयर बनसकते हैं, लॉयर बन्ने के लिए दो रास्ते है, पहला रास्ता ये है के आप 12वीं के बाद लॉ L.L.B में 5 साल का ग्रेजुएशान करसकते है,
दूसरा रास्ता ये है के आप 12वीं के बाद किसी और सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन कम्पलीट करने के बाद भि 3 साल की लॉ डिग्री करसकते है, मूल रूप से दूसरा रास्ता उनलोगों के लिए है जो पहले कुछ और बनना चाहते थे लेकिन अब लॉयर बनना चाहते है.
पहला रास्ता – 12वीं के बाद लॉयर कैसे बने?
पहले रास्ते कि बात करते है यानि 12वीं के बाद वकील कैसे बने? 12वीं के बाद वकील बनने के लिए आपको 5 साल का इंटीग्रेटेड प्रोग्राम करना होगा इसमें एलएलबी (L.L.B) डिग्री हासिल करनी होती है, जिसका फुलफॉर्म है (Bachelor of Legislative Law or Legum Baccalaureus),
इस 5 साल के कोर्स मे आपको बेसिक ग्रेजुएशन सब्जेक्ट्स और लॉ सब्जेक्ट्स पढाये जाते है, इसमें आपको लॉ अच्छे से पढाया जाता है और इसमें आपका एक साल पढाई का कम होजाता है अगर compare करे ग्रेजुएशन के बाद लॉ करेने से,
5 साल लॉ डिग्री के लिए Law Institute
नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बैंगलोर |
नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ, हैदराबाद |
पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता |
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली |
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, जोधपुर |
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, भोपाल |
गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, गांधीनगर |
जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल, सोनीपत |
सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे |
Entrance Exams
इन इंस्टिट्यूट मे एडमिशन लेने के लिए आपको entrance एग्जाम देना होगा, एंट्रेंस एग्जाम के स्कोर पर डिपेंड है के आप कौनसे कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं कियोंकि एंट्रेंस एग्जाम के स्कोर को देखकर ही कोल्लेजेस आपको एडमिशन देती है, चलिए देखते है कौन कौनसे एंट्रेंस एग्जामस है वकील बनने के लिए,
Common Law Admission Test
(CLAT)’ इस एग्जाम में भाग लेना के लिए 10वीं और 12वीं को पास करना होगा 40% मार्क्स के साथ तभी एग्जाम दे सकते है, ये दो घंटे का कंप्यूटर बेस्ड (based) एडमिशन टेस्ट है जिससे इंडिया के18 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (National Law Universities) में एडमिशन होता है, इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्न होते है और सब्जेक्ट्स है प्राथमिक गणित, अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर्स, कानूनी योग्यता,
Logical Reasoning इस एग्जाम को क्लियर करने के बाद हि लॉ कॉलेज में एडमिशन होता है, लॉ कॉलेज में आपको 5 साल पढाया जायेगा फिर आप एक वकील बनने के योग्य होजाएंगे,
अभ देखते है वकील बनने के लिए दूसरा रास्ता, इसके अलावा भि एंट्रेंस एग्जामस है जैसे ‘लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट’ (LSAT), ‘आल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट’ (AILET), और ‘सिम्बायोसिस एंट्रेंस टेस्ट’ (SET), लॉयर कैसे बने इसका दूसरा रास्ता जानते है.
दूसरा रास्ता – Graduation के बाद लॉयर कैसे बने?
कुछ स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन कम्पलीट करने का बाद उन्हें लॉ में करियर बनना होता है, ख़ास इन्बच्चो के लिए 3 साल का लॉ कोर्स बनाया गया है, इस कोर्स को सिर्फ ग्रेजुएशन के बाद ही करसकते है, 3 साल के और 5 साल के लॉ कोर्स में फर्क ये है के 3 साल के लॉ कोर्स में आपको केवल मुख्य लॉ सब्जेक्ट्स को पढाया जाता है और 5 साल के लॉ कोर्स में लॉ सब्जेक्ट्स के साथ बेसिक सब्जेक्ट्स भि पढाये जाते है.
Law Institute
- फकुल्टी ऑफ़ लॉ, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- (NALSAR) यूनिवर्सिटी ऑफ़ लॉ, हैदराबाद
- जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सोनीपत
- फकुल्टी ऑफ़ लॉ, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई
- आईएलएस लॉ कॉलेज, पुणे.
एंट्रेंस एग्जाम

ग्रेजुएशन में कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए, 3 साल लॉ डिग्री से वकील बनने के लिए आपको यहाँ भि एंट्रेंस एग्जाम देना होगा, बिना एंट्रेंस एग्जाम दिए आप किसी भि कॉलेज में एडमिशन नहीं ले सकते, एंट्रेंस एग्जामस जैसे
DU LLB
इस टेस्ट को फकुल्टी ऑफ़ लॉ, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आचरण किया जाता है, इसमें इंग्लिश लैंग्वेज, सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर्स, कानूनी जागरूकता, और Logical Reasoning जैसे विषयों के प्रश्न होते है. इसके अलावा और भि एंट्रेंस एग्जामस है जैसे ‘एलएसएटी’ (LSAT), ‘एमएच सीइटी’ (MH CET) और ‘बीएचयू एलएलबी’ (BHU L.L.B), इन टेस्ट को क्लियर करके आप 3 साल के लॉ प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते है.
Law Internship
एलएल्बी कि पढाई होने के बाद इंटर्नशिप करना ज़रूरी है, इंटर्नशिप मे आपको दो वकील कोर्ट में वकालत कैसे करते है ये सिखाया जाता है, कॉलेज में आपने जो पढ़ा है उसे प्रक्टिकल्ली सीखने के लिए इंटर्नशिप है, याद रहे के अभि आप लॉयर बने है एडवोकेट नहीं.
वकील बनने के लिए Courses?
- लॉ में बहुत सारे कोर्सेस है, कोर्सेस को करने में एक जैसा वक़्त नहीं लगता, इंडिया में वकील बनने के लिए टॉप लॉ प्रोग्रम्म,
- 12वीं के बाद लॉ कोर्स है जैसे एलएलबी, बीए एलएलबी, बीएससी एलएलबी, बी.कॉम एलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीटेक एलएलबी.
- ग्रेजुएशन के बाद एलएलबी (LLB After Graduation)
- लॉ कोर्सेस में डिप्लोमा (Diploma in Law Courses)
- एकीकृत कानून पाठ्यक्रम (Integrated Law Courses)
- ऑनलाइन लॉ कोर्सेस
- लॉ सर्टिफिकेशन कोर्सेस (Law Certification Courses)
- डिस्टेंस लॉ कोर्सेस (Distance Law Courses)
- भारत में शॉर्ट टर्म लॉ कोर्स
- पोस्ट ग्रेजुएट लॉ कोर्सेस.
लॉयर या वकील बन्ने के फायदे?
उससे पहले वेकील बनने के फायदे जानले, इंडिया में वकील बनना बहुत लोग पसंद करते है क्यूंकि लॉयर बनने के बाद बहुत सारे जॉब्स करसकते है, जॉब के अवसर के साथ अच्छी सैलरी भी मिलजाती है,
पढाई पूरी करने के बाद एक लॉयर को अलग अलग सेक्टर्स में काम करने का अवसर मिलता है, वकील बनने से आप अपने और दूसरों के साथ अन्याय होने पर आवाज़ उठा सकते है, ज़रूरत मंद लोगों को कानून की सहीं सलाह दे सकते है.
भविष्य मे लॉ का Scope?
लॉयर कैसे बने ये तो जान लिया अब लॉयर का फ्यूचर जाने, भारत मे लॉ का स्कोप बहुत है क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इंडिया का लीगल सिस्टम बहुत बड़ा है और इसमे बहुत वकीलों की ज़रूरत है,
इस लोकतंत्र को संभाले रखने के लिए हर किसी का योगदान ज़रूरी है वैसे हि वकीलों का योगदान भि बहुत ज़रूरी है कियोंकि येही वकील आगे जाकर न्यायाधीश (judge) भि बनते है और लोग एडवाइस सिर्फ वकीलों से हि लेते है, भारत में आबादी जियादा है और बिज़नस भि बढ़ रहे है,
हर बिज़नस को आगे बढ़ने के लिए एडवोकेट से लीगल सलाह लेनी पढ़ती ही है, एडवोकेट बन्ने के बाद जॉब के बहुत सारे अवसर मिलते हैं, गवर्नमेंट सेक्टर के अलावा कॉरपोरेट सेक्टर में भि बहुत सारे जॉब्स मिलते है, एक वकील अपना खुदका प्राइवेट फर्म भि खोल सकते है,
वकील बन्ने के बाद आप प्रोफेस्सर बन सकते है, मिलिट्री लॉयर, साइबर लॉयर, फॅमिली और डाइवोर्स लॉयर (Family and divorce lawyer) और सरकारी वकील आदि, भारत में एक अच्छे वकील को बहुत अच्छे अच्छे जॉब्स मिलते है.
लॉयर vs एडवोकेट?
(“All Advocates are Lawyers but not all Lawyers are Advocates”)
आपका लॉयर और एडवोकेट के बीच के अंतर का जानना ज़रूरी है, चलिए देखते है के इन दोनों के बीच क्या अंतर है? एडवोकेट वो है जो अपने client को कोर्ट में represent करता है उसका केस लड़ता है और Bar Council of India से registered होता है,
इसे एडवोकेट कहते है, लॉयर वो होता है जो legal advice देता है बिज़नस, कंपनी, और किसी व्यक्ति को और लॉयर कोर्ट मे केसेस लड़ नहीं सकते, लॉयर सिर्फ एक लॉ ग्रेजुएट है लेकिन बार काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ रजिस्टर्ड नहीं.
Advocate kaise bane?
Step1: 3 साल या 5 साल की लॉ डिग्री को हासिल करे
इंडिया में एडवोकेट बनने के लिए 3 साल कि या 5 साल कि L.L.B डिग्री होनी ज़रूरी है, वकील बनने के लिए ये डिग्री ज़रूरी है.
Step2: इंटर्नशिप के माध्यम से प्रैक्टिकल वर्क एक्सपीरियंस लें
हर लॉ ग्रेजुएट को प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस लेना बहुत ज़रूरी है किसी भी सीनियर एडवोकेट के साथ या फिर किसी फर्म में, जोके आपका इंस्टिट्यूट बताता है डिग्री होने के बाद, आमतौर पर इंटर्नशिप एक महीने की होती है,
इसे आप ग्रेजुएशन के दौरान या पढाई के बाद करसकते है, एक व्यक्ति दो तीन इंटर्नशिप करसकता है अलग अलग एडवोकेट के साथ या कंपनीज मे जिससे विभिन्न तराके ज्ञान और अनुभव मिलेगा,
Step3: स्टेट बार काउंसिल मे नामांकन करे
सबसे ज़रूरी चीज़ इसके बाद स्टेट बार काउंसिल मे नामांकन करे, ‘Advocates Act 1961’ के तहेत विनियमित होता है, फिर ‘आल इंडिया बार एग्जामिनेशन’ (AIBE) को क्लियर करना होगा जो बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया से होता है, इस एग्जाम को क्लियर करने पर आपको सर्टिफिकेट दिया जायेगा जिससे आप अदालत में लॉ का अभ्यास करसकते है.

Jobs in law?
एक लॉयर बन्ने के बाद आपको बहुत सारे जॉबस मिलते है, अगर आप रिसर्च या एजुकेशन सेक्टर में जाना चाहते है तो specialization की मदद से अपना ज्ञान बढ़ा सकते है,
लॉ के किसी एक फील्ड में विशेषज्ञ बनने के लिए मास्टर्स डिग्री (L.L.M) करसकते है, एक वकील सरकारी विधायी विभाग, कानून और न्याय मंत्रालय, कानूनी मामलों का विभाग में काम करसकता है,
एलएलबी डिग्री हासिल करने के बाद कोर्ट में वकालत करसकते है, corporate business, बहुराष्ट्रीय कंपनियां (MNSc), Engineering firms, पोलिटिकल पार्टीज मे भि अपना करियर अच्छे से बना सकता है.
टॉप लीगल Firms?
- खैतान एंड कंपनी (Khaitan & Co.)
- एस एंड आर एसोसिएट्स (S&R Associates)
- शार्दूल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी (Shardul Amarchand Mangaldas And Company)
- सीरिल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी (Cyril Amarchand Mangaldas And Company)
- जे सागर एंड एसोसिएट्स (जेएसए) (J Sagar & Associates (JSA).
लॉयर के कितने प्रकार होते हैं?
सिविल लॉयर, क्रिमिनल लॉयर, कॉर्पोरेट वकील, Income tax lawyer, Legal analyst, लीगल पत्रकार, legal adviser, सरकारी वकील,परिवार लॉ, संवैधानिक लॉ, सामान्य लॉ, साइबर लॉ, बैंकिंग लॉ.
High Court me lawyer kaise bane?
ये तो जान लिया अभ हाई कोर्ट में वकील कैसे बने ये जानले, हाई कौर्ट मे वकील बनने के लिए पहले आपको बार काउंसलिंग ऑफ़ इंडिया से लाइसेंस लेना होगा बिना लाइसेंस के आप एडवोकेट नहीं बन सकते और हाई कोर्ट में वकालत भि नहीं करसकते,
बीसीआई(BCI) ने कहा है कम से कम 5 साल डिस्ट्रिक्ट या तलूक कोर्ट मे वकालत का अनुभव होना ज़रूरी है तभी आप हाई कोर्ट में वकील बन सकते है और कम से कम 35 साल होनी चाहिए आपकी उम्र, अगर बिना अनुभव के हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करना चाहते है तो किसी हाई कोर्ट के वकील के असिस्टंट बनकर काम करसकते है.
Supreme Court me lawyer kaise bane?
ये तो जान्लिया अभ जाने के सुप्रीम कोर्ट मे वकील कैसे बने? सुप्रीम कोर्ट का वकील बनने के लिए आपको हाई कोर्ट में 4 साल का अनुभव होना चाहिए, इसके बाद आपको (AOR) एग्जाम देना होगा जिसका फुल फॉर्म (Advocate on record) है, इस एग्जाम को पास करने के बाद आप सुप्रीम कोर्ट के वकील बनसकते है.

Lawyer ki Salary?
लॉयर/वकील की सैलरी एक उस व्यक्ति के knowledge पर डिपेंड करती है, वक़्त और एक्सपीरियंस के हिसाब से सैलरी बढती रहती है लेकिन एक एवरेज लॉयर कि शुरुवाती स्तर पर सैलरी ₹1,56,0000 per annum होती है, per annum यानि एक साल कि सैलरी,
फिर मध्य स्तर पर ₹46,80,000 per annum है और सीनियर स्तर पर ₹40,00,000 तक सैलरी होसकती है, ध्यान दे: ऊपर दिए गए आकलन लगभग है, ये आकलन अलग होसकता है एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति तक और एक कंपनी से दुसरे कंपनी तक.
People Also Ask
1. लॉयर या वकील कौन बनसकता हैं?
इंडियन सिटीजन को 21 साल का होना होगा तभी ragistration होगा, 10वीं और 12वीं में किसी भि स्ट्रीम से कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए, लॉयर बन्ने के लिए LLB डिग्री होनी ज़रूरी है, एक स्टूडेंट को 5 साल की LLB या 3 साल की LLB डिग्री मुकम्मल करनी होगी, अगर LLM डिग्री है तो भि वकील बनसकते है.
2. क्या वकील सिर्फ कानूनी संस्था के लिए होते हैं?
वकील की ज़रूरत न्याय मंत्रालय और कानूनी मामलों विभाग के अलावा एक कुशल लॉयर की ज़रूरत कॉरपोरेट बिज़नस, एंटरटेनमेंट मीडिया हाउसेस, finance companies, educational institutitution, IT companies में भि होती है.
3. एक वकील बन्ने के फायदे और नुकसान?
- फायदें?
- बहुत जियादा पैसा कमा सकते है क्योंकि इंडिया में लॉयरस सबसे जियादा पैसे कमाने वालों की सूचि में आते हैं,
- वकीलों के पास बहुत पॉवर और गर्व होता है जो उन्हें इज्ज़त और सक्सेस भि देता है,
- उनके पास ये अवसर होता है के नूनी तरीके से लोगो की मदद करे और इंसाफ दिलाएं,
- लॉ कोल्लेजेस में लेक्चरर (lecturer) बनके और पब्लिक स्पीकर बनके भि अलग से कमाई करसकते है,
- जितना आपका अनुभव बडता जायेगा आपकी सैलरी भि बडते जाएगी.
- नुकसान?
- कभी कभी लॉयर को क्लिन्ट के डिमांड की वजह से और लॉ के बदलने से बहुत तनाव में काम करना पढता है,
- लॉयर करियर को चुनने से पहले ये भि याद रखे के इसमें बहुत कम्पटीशन बढ़ता जरहा है,
- बहुत सारा काम बिना ब्रेक लिए करना पढता है जिससे थोड़ी तबियत भि खराब होसकती है.
4. क्या वकील बनने के लिए 9-5 घंटा काम करना पढता है?
वकील के काम करने का समय तय नहीं है लेकिन, एक वकील को जियादातर समय अपने काम में ही बिताते है ये डिपेंड करता है की वकील ने किस तरह का केस हाथ में लिया है,
5. इंडिया में लॉयर कि एवरेज सैलरी कितनी है?
इंडिया में लॉयर कि एवरेज सैलरी 3 लाख से 5 लाख प्रति वर्ष होती है, एक लॉयर की सैलरी उसके लोकेशन, विशेषज्ञता और अनुभव पर निर्भर होती है, लेकिन एक फ्रेशेर(fresher) कि स्टार्टिंग सैलरी 13000 से 25000 तक होती है, सर्वे में बताया गया है के लॉयर कोर्ट मे लड़ने के लिए 5 लाख से 1 करोड़ रुपए चार्ज करते है,
6. सरकारी वकील कैसे बने?
- सरकारी वकील बनने के लिए 7 साल वकालत का अनुभव होना चाहिए और कम से कम 35 साल की उम्र होनी चाहिए,
- फिर आप सरकारी वकील बन सकते है, अभ आपको पता चल गया होगा कि सरकारी वकील कैसे बने?
7. प्राइवेट लॉयर कैसे बने? (Private Lawyer kaise bane)
लॉयर बनने के बाद जो एडवोकेट सरकार के लिए काम नहीं करता, अपना खुदा का फर्म या बिज़नस चलता है उसे प्राइवेट वकील कहते है, प्राइवेट वकील बन्ने से बहुत फायदे है जैसे बड़े कंपनी का केस लड़ने पर जियादा पैसे मिलते है.
8. वकील बनने के लिए कितना पैसा लगता है?
वकील कैसे बने? ये तो जान लिया, वकील बनने के लिए पैसा कितना लगता है ये भि जानले, भारत में वकील बनने के लिए सभी कोर्सेस के लिए लगभग 1.5 लाख से 7 लाख तक लग सकता है और प्राइवेट कोल्लेजेस में एलएलबी(L.L.B) के लिए जियादा पैसा लगता है सरकारी कॉलेज के मुकाबले में.
9. एक वकील में कौनसी गुण होने चाहिए?
- सामने वाले की बात बारीकी से सुनना चाहिए और अपनी बात समझाने आना चाहिए
- कठिन समय में सही फैसला लेना और अन्याय के खिलाफ लड़ना आना चाहिए
- टीम वर्क(Team work) होना चाहिए,
- एक वकील को जल्दी और सहीं सोचना आना चाहिए,
- एविडेंस धुदने कि और रिसर्च करने की शमता होनी चाहिए,
- अनाल्य्टिक और लॉजिकल थिंकिंग एबिलिटी होनी चाहिए.
10. वकील बनने के लिए कितना समय लगता है?
10वीं और 12वीं के बाद अगर आप लॉ करते हो तो 5 साल का प्रोग्राम होता है जिसमे टोटल 5 साल हि लगते है लेकिन अगर आप 12वीं के बाद कोई सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन करके फिर लॉ में अपना करियर बनाना चाहते है तो 3 साल का लॉ प्रोग्राम है इसमें टोटल 12वीं के बाद 3+3=6 साल लगते है,
11. क्या लॉयर को इंग्लिश आनी जरुरी है?
जी हाँ वकील बनने के लिए और वकील बनने के बाद इंग्लिश कि बहुत ज़रूरत होती है, कियोंकि इंडिया में कोर्ट की सारि कार्यप्रणाली इंग्लिश में हि है, आपको तो पता ही होगा कि आजकल इंग्लिश बोलने वालो को ही जियादा पढ़ा लिखा माना जाता है लेकिन ये सच नहीं है, आपको इंग्लिश समज आनी चाहिए और आप अपने हिसाब से इंग्लिश को सुधार सकते है वक़्त लेकर.
निष्कर्ष?
आज हमने जाना के lawyer kaise bane, वकील कैसे बने, वकील बनने के लिए क्या करना चाहिए, 12वीं के बाद लॉयर कैसे बने, ग्रेजुएशन के बाद लॉयर कैसे बने,
वकील बनने के लिए कितना पैसा लगता है, वकील बनने के लिए योग्यता, LLB डिग्री क्या है और इसके बाद लॉयर कैसे बने, हाई कोर्ट लॉयर कैसे बने, सुप्रीम कोर्ट लॉयर कैसे बने, आदि. कुछ और भि पूछना होतो कमेंट करे और शेयर करे, आज का हमारा ये आर्टिकल ‘Lawyer kaise bane’ यहीं समाप्त होता है.
ये भि पढ़े: