इंटरनेट की खोज किसने की जाने: Internet Ki Khoj Kisne Ki Hindi

आज हम जानने वाले है के इंटरनेट की खोज किसने की और इंटरनेट को कब बनाया गया, इंटरनेट का इतिहास के बारेमे के इंटरनेट पहले कैसा था अब कैसा है, डेवेलोप कैसे हुआ और अब कहा कहा इस्तेमाल किया जाता है, आदि, चलिए देखते है इंटरनेट की खोज किसने की.

इंटरनेट की खोज किसने की?

क्या आपको पता है के इंटरनेट की खोज किसने की, इसका सारा क्रेडिट किसी एक इंसान को नहीं जाता, इंटरनेट का अविष्कार करने के लिए बहुत सारे लोगों ने और बहुत सारे आर्गेनाइजेशनस का हाथ है हर कोई अलग अलग लोग अपनि तरफ से कुछ ना कुछ डेवेलोप किये हुए है,

इंटरनेट के अविष्कार के इतिहास को दो हिस्सों मे बाटा जा सकता है एक जो सिर्फ theoretical यानि सिर्फ सोचा गया था इंटरनेट के बारेमे और दुसरा जो असल मे इंटरनेट को बनाने का काम शुरू हुआ था.

इंटरनेट का इतिहास 1900स के वक़्त से शुरू होता है जब निकोला टेस्ला ने “वर्ल्ड वायरलेस सिस्टम” के बारेमे सोचा था, वो मानते थे के अगर अयसे सिस्टम को ठीक ठाक पॉवर दी गयी तो वह पूरी दुनियां मे बिना वायर के मेसेज भेज सकते है,

1900स कि शुरुवात मे टेस्ला ने बहुत मेहनत कि लॉन्ग डिस्टेंस मे मेसेजेस को ट्रांसमिट करने कि लेकिन यहाँ Guglielmo Marconi आगे बडगये और 1901 मे बनादिया पहला ट्रान्साटलांटिक रेडियो ट्रांसमिशन जो मोर्स-कोड को सिगनल भेजता है “S” लैटर को इंग्लैंड से कनाडा भेजा गया था,

टेस्ला ने अपने रिसर्च “world telegraphy system” के उस वक़्त के वाल स्ट्रीट के पॉवरफुल मैन जे.पी मॉर्गन से फंडिंग मांगी, टेस्ला का ये आईडिया था के वह लाइट कि स्पीड से मेसेजेस सारि दुनियां मे भेजे जासकते है,

लेकिन मॉर्गन ने अच्चानक् फंडिंग करना बंद करदिया, टेस्ला ने अपने आईडिया को रियलिटी मे बदलने के लिए बहुत स्ट्रगल किया, टेस्ला का निधन 1943 म३ हुआ था,

लेकिन आज भि टेस्ला को अयसा पहला आदिमी माना जाता है जिन्हें इसतरहा का कोम्मुनातिंग सिस्टम के बारेमे पता था, इंटरनेट की खोज किसने की इस सवाल पूरी तरीके से जानने के लिए इंटरनेट का इतिहास जाने.

इंटरनेट का इतिहास क्या है?

इंटरनेट का आविष्कार किसने किया

1962 मे कनाडा के फिलोसोफेर Marshall McLuhan ने बुक लिखा जिसका नाम है ‘दा गुटेनबर्ग गैलेक्सी’, इस मे बताया गया है के इंसानों के इतिहास मे चार दौर है the acoustic age, दा लिटरेरी ऐज, दा प्रिंट ऐज और इलेक्ट्रॉनिक ऐज.

इस वक़्त इलेक्ट्रॉनिक ऐज शुरू होचुका था, इस मे बताया गया है के इलेक्ट्रॉनिक ऐज नयी टेक्नोलॉजीस का घर होगा उनमे से एक है “global village” भि है,

इस टेक्नोलॉजी कि वजह से हर कोई इनफार्मेशन कहीं भि बैठकर हासिल करसकता था, ग्लोबल विलेज टेक्नोलॉजी मे कंप्यूटर का इस्तेमाल एक टूल कि तरहा किया जाता है,

कुछ डिकेड पहले अमेरिकन इंजीनियर वन्नेवर बुश ने दा अटलांटिक मे एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसमे इन्होने हाइपोथेटिकल मशीन मे वेब के मैकेनिकको मेमेक्स कहा,

जिसमे यूजर लार्ज डॉक्यूमेंट के सेटस जो नेटवर्क से लिंक होता है उसे sort करसकते है, बुश ने प्रपोजल रखा था के ग्लोबल नेटवर्क पॉसिबल है, हिस्टोरियंस कहते है के बुश के 1945 के आर्टिकल कि वजह से आगे जाकर वर्ल्ड वाइड वेब का कांसेप्ट बना,

इसी तरहा से दुनिया के अलग अलग इंवेटटरस ने भि आईडिया दिया जैसे हेनरी ला फोंटेन, पॉल ओटलेट, और एमानुएल गोल्ड बर्ग जिन्होंने पहला डायल-अप सर्च इंजन बनाया था,

1960स के वक़्त ये सारे आईडिया/थ्योरेटिकल इनफार्मेशन को जोड़कर ARPANET ने एक्सपेरिमेंट करना शुरू किया, कंप्यूटर नेटवर्क को एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी ‘ARPA’ ने बनाया जो बाद मे डिफेन्स एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी ‘DARPA’ बनगया.

ये सच है के पहले इंटरनेट को सिर्फ मिलीटरी के लिए इस्तेमाल किया जाता था कियोंकि ‘ARPA’ पहले यू.एस के डिफेन्स सेक्टर क पार्ट था, इंटरनेट की खोज किसने की इसके लिए इतिहास जान लिया अब आजके इंटरनेट के बारेमे जानते है.

Today’s Internet?

इंटरनेट का आविष्कार किसने किया (Internet ka avishkar kisne kiya)

इंटरनेट का 100 सालों का इतिहास है जिसमे टेस्ला के आईडिया से लेकर इंटरनेट आज ज़रूरत बंचुका है लगभग अप्रैल 2020 तक 4.57 बिलियन लोग इंटरनेट पर एक्टिव होते है,

जैसा के हमने कहा था के 1960 तक मिलीटरी अपने ऑपरेशनस के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करती थी लेकिन इस वक़्त तक भि पब्लिक मे इतना इंटरनेट नेटवर्क नहीं था,

जब टेक्नोलॉजी डेवेलोप होगई तब साइंटिस्ट जनरल पब्लिक को इंटरनेट का एक्सेस कैसे मिले इसके बारेमे सोचा,

1970स मे रोबर्ट कहन और विन्टन सर्फ जो इंजीनियर थे इन्होने इंटरनेट मे इस्तेमाल किया जाने वाले सबसे ज़रूरी पार्ट बनाये जो है इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) और ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल (TCP), इन पार्टस कि वजह से डाटा ट्रांसमिट होता है नेटवर्कस के बीच मे, इस्काम के लिए इनदोनों को टूरिंग अवार्ड मिला 2004 मे और भि बहुत सारे सम्मान्य पुरस्कार मिले,

1983 मे टीसीपी और आईपी एड्रेस तैयार थे लोगों के इस्तेमाल करने के लिए, अब ARPANET ने सिस्टम को अपनाया और नेटवर्क्स के नेटवर्क को जमा किया यहाँ से 1989 मे वर्ल्ड वाइड वेब को बनाया गया इसे कंप्यूटर साइंटिस्ट टिम बेर्नेर्स-ली,

वर्ल्ड वाइड वेब और इंटरनेट मे सिर्फ थोडा फर्क है, वर्ल्ड वाइड वेब के ज़रिये लोग वेब पर डाटा एक्सेस करसकते है वेबसाइट या हाइपरलिंक के ज़रिये और इंटरनेट Whole package, इसतरहा से इंटरनेट का अविष्कार हुआ और आज इंटरनेट दोनों बुरे और अच्छे कामों के लिए इस्तेमाल होता है.

भारत मे इंटरनेट कब आया?

Internet ka avishkar kisne kiya

भारत मे इंटरनेट 14 अगस्त 1995 मे आया था विदेश संचार निगम लिमिटेड के दुअरा, इसी ओम्पन्य के दुअरा पहले इंटरनेट को ब्रॉडबंद के ज़रिये कंप्यूटर से कनेक्ट किया गया उस वक़्त कंप्यूटर बहुत कम इस्तेमाल होता था और उस वक़्त इंटरनेट कि स्पीड भि बहुत कम होती थी.

World Wide Web

टिम बर्नरस-ली ने 6 अगस्त 1991 मे www बनया था और इसे पब्लिक के लिए 23 अगस्त 1991 मे अवेलेबल किया, आज लोग वर्ल्ड वाइड वेब को इंटरनेट समजते है, जो बहुत सारे साईट और हाइपरलिंक से जुदा होता है, बिना वर्ल्ड वाइड वेब के इंटरनेट इतना फेमस नहीं होता था जितना आज है,

पहला मेसेज क्या था?

1969 मे पहला मेसेज भेजा गया था अरपानेट के दुअरा यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया से स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी को लेकिन ये पूरी तरीके से कामियाब नहीं हुआ कियोंकि इसमें मेसेज “login” भेजा गया था और सिर्फ शुरू के दो वर्ड हि पहुच पाए लेकिन इंटरनेट पहला काम करने वाला प्रोटोटाइप बंचुका था, फिर और दो विज्ञानिकों ने अपने आइडियाज से इंटरनेट को और डेवेलोप किया.

Java और Javascript?

जावा जिसका असली नाम oak है, जावा एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे 1995 मे जेम्स गोसलिंग और दुसरे लोगों ने मिलकर बनया है सन माइक्रोसिस्टम मे, आज भि जावा का इस्तेमाल होता है इंटरनेट एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाने मे,

जावा स्क्रिप्ट को भि 1995 मे ब्रेंडन एइच ने डेवेलोप किया था इसका भि असली नाम लाइव स्क्रिप्ट है, जावा स्क्रिप्ट एक स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज है जिसकी मदद से डिज़ाइनर वेब पेज मे कोड करसकते है.

People Also Ask

1. सबसे पहले वेब सर्वर को किसने इस्तेमाल किया?

सबसे पहले वेब सर्वर को टिम बर्नर-ली ने इस्तेमाल किया था, ये एक साइंटिस्ट है जिसने इंटरनेट के वर्ल्ड वाइड वेब (WWW).

2. निकोला टेस्ला ने क्या इमेजिन किया था?

निकोला टेस्ला ने एक ग्लोबल नेटवर्क को इमेजिन किया जिसे ‘वर्ल्ड टेलीग्राफी सिस्टम’ कहा जाता है,

3. किसने वर्ल्ड वाइड वेब को उसके इन्वेंट होने के तीस साल पहले इमेजिन किया था?

मार्शल मक्लुहन (Marshall McLuhan) ने वर्ल्ड वाइड वेब के इन्वेंट होने के तीस साल पहले हि इसे इमेजिन किया था,

4. इंटरनेट के key inventors कौन है?

हमने ऊपर पूरा ओवर व्यू दिया है लेकिन अगर आपको कीय इन्वेन्टर जानना है तो vinton cerf और robert kahn है, लेकिन कुछ लोग www को हि इंटरनेट समजते है जिसे टिम बर्नरस-ली साइंटिस्ट ने बनाया था.

5. HTML किसने बनाया था?

1990 मे CERN मे काम करते समय टिम बर्नरस-ली ने HTML को डेवेलोप किया था, जिसकी वजह से आज इंटरनेट पर नेविगेट करने के लिए बहुत मदद मिलती है, सबसे पहली वेबसाइट इन्फो.सरन.सिएच (info.cern.ch) को टिम बर्नरस-ली ने सरन मे बनया था और इसे 6 अगस्त 1991 मे पब्लिश किया था.

निष्कर्ष?

अब आपको पता चल गया होगा के इंटरनेट की खोज किसने की, इंटरनेट को बनाने का क्रेडिट सिर्फ एक इंसान को नहीं दिया जा सकता, अलग अलग इन्वेन्टर ने अपने तरीके से कंट्रीबूट किया है तब जाकर आज हम इंटरनेट को इस्तेमाल करपारहे है,

आज हमने जाना के Internet ka avishkar kisne kiya, इंटरनेट का आविष्कार किसने किया और किन लोगों ने क्या किया कब किया आदि,

आशा है आपको इस सवाल ‘इंटरनेट की खोज किसने की’ इसका जवाब मिलगया होगा कुछ पूछना या कहना होतो कमेंट करे और शेयर करे ताके दूसरों को भि पता चले के इंटरनेट की खोज किसने की, हमारा ये आर्टिकल ‘इंटरनेट की खोज किसने की’ यहीं समाप्त होता है.

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