Abacus से AI तक Generation of Computer in Hindi?

क्या आप जनरेशन ऑफ कंप्यूटर के बारेमे जानना चाहते है, क्या आपको कंप्यूटर के बनने मे क्या बदलाव हुए और कैसे कंप्यूटर आज इतना बेहतर बना है तो आप सहीं जगह अये है, आज हम जानेंगे के जनरेशन ऑफ कंप्यूटर के बारेमे और उनकी सारि ज़रूरी जानकारी,

Generation of Computer in Hindi?

कंप्यूटर को बनाने मे बहुत लोगों का योगदान है, कंप्यूटर एक हि वक़्त मे नहीं बना, कंप्यूटर को को बनने मे बहुत सालों लगे है और लगातार कंप्यूटर को उसके साइज़, पॉवर, स्पीड और प्राइस मे बेहतर बनाया गया है,

इस लम्बे वक़्त को कुछ हिस्सों मे बाटा गया है जिसे जनरेशन ऑफ कंप्यूटर कहते है.

1. फस्ट जनरेशन (1940-1956)

2. सेकंड जनरेशन (1956-1963)

3. थर्ड जनरेशन (1964-1971)

4. फोर्थ जनरेशन (1971-Present)

5. फिफ्थ जनरेशन (Present – Future)

कंप्यूटर को बनाने से पहले इन्वेन्टर कैलकुलेटर बना रहे थे, कंप्यूटर पहले स्प्रेडशीट थे, ग्राफिंग कैलकुलेटरस थे इन कैलकुलेटर को आगे जाकर कंप्यूटर बनाया गया, कंप्यूटर बनने से पहले के 8 मैकेनिकल कंप्यूटर ये रहे:

  1. Abacus 2600 BC
  2. पास्कल’स कैलकुलेटर (1652)
  3. स्टेपेड़ रेक्कोनेर (1694)
  4. अरिथमोमीटर (1820)
  5. कोम्प्तोमीटर (1887) और कोम्प्तोग्राफ (1886)
  6. दा दिफ्फ्रेंस इंजन
  7. एनालिटिकल इंजन
  8. दा मिल्लीनेर (1893).

First Generation of Computer in Hindi (1940-1956)

1940 से 1956 को फस्ट जनरेशन ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है, जो टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कि गयी थी उसे वैक्यूम टूबस कहते है, इस समय के कंप्यूटर बहुत जियादा वज़न और साइज़ मे बहुत बड़े होते है, इन कंप्यूटर मे प्रोग्रामिंग करना बहुत मुश्किल होता था कियोंकि इनमे हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल होता था,

फस्ट कंप्यूटर जनरेशन को कैलकुलेशन, स्टोरेज और कंट्रोल के लिए इस्तेमाल किया जाता था, इन कंप्यूटरस मे बिजली बहुत लगती थी और एक कंप्यूटर पुरे रूम कि जगह लेता था, इस कंप्यूटर मे मेमोरी के लिए मैग्नेटिक टेप्स और मैग्नेटिक ड्रमस का इस्तेमाल किया गया था, पेपर टेप और पंचड कार्ड को इनपुट और आउटपुट डिवाइस कि तरहा यूस किया गया.

फर्स्ट जनरेशन ऑफ कंप्यूटर के Features:

मेन इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्टवैक्यूम टुब
प्रोग्रामिंग लैंग्वेजमशीन लैंग्वेज
मेन मेमोरीमैगनेटिक टेप एंड मैगनेटिक ड्रमस
इनपुट/आउट डिवाइसपेपर टेप एंड पांचकार्डस
स्पीड और साइज़बहुत हि स्लो स्पीड है और साइज़ मे बहुत लार्ज था

उधारण:

  • एनिअक (ENIAC)
  • एड्वाक (EDVAC)
  • उनिवाक (UNIVAC)
  • आईबीएम 650
  • आईबीएम 701 आदि.

Second Generation of Computer in Hindi (1956-1963)

सेकंड जनरेशन ऑफ कंप्यूटर मे वैक्यूम टूबस कि टेक्नोलॉजी को यूस नहीं किया गया उसकी जहग ट्रांस्सिस्टर टेक्नोलॉजी को यूस किया गया और इसमें एक फीचर कोर स्टोरेज भि ऐड हुआ था, ट्रांसिस्टर को बेल लैब मे इन्वेंट किया गया था, ट्रांसिस्टर का यूस करने से ये कंप्यूटर फर्स्ट जनरेशन से ज़ायदा पॉवरफुल और स्पीड था, इस कंप्यूटर कि प्राइस भि कम थी और हीट भि जो पहले वैक्यूम टूबस से होती थी,

सीपीयू यानि ‘सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट’, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, मेमोरी, इनपुट और आउटपुट डिवाइस जैसे सारि चीज़े सेकंड जनरेशन ऑफ कंप्यूटर थी, हाई लेवल लैंग्वेज बदलकर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया गया, अयसे प्रोग्रम्मिम्ग लैंग्वेज का इस्तेमाल क्या गया जिसे प्रोग्रामर आसानी से काम करसके जैसे फ्रोन्टोन (1956), कोबोल (1956) औरअल्गों (ALGON) (1958).

सेकंड कंप्यूटर जनरेशन के Features:

मेन इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्टट्रांसिस्टर
प्रोग्रामिंग लैंग्वेजमशीन लैंग्वेज और असेंबली लैंग्वेज
मेन मेमोरीमैगनेटिक कोर एंड मैगनेटिक टेप/डिस्क
इनपुट/आउट डिवाइसमैग्नेटिक टेप पांच कार्ड
स्पीड और साइज़फस्ट जनरेशन के मुकाबले कम हीट गेनेरटे करता है और साइज़ मे भि छोटा है.
जनरेशन ऑफ कंप्यूटर?

उधारण:

  • पीडीपी-8
  • आईबीएम1400 सीरीज
  • आईबीएम 7090 और 7094
  • उनिवाक 1107
  • सीडीसी 3600, आदि.

Third Generation of Computer in Hindi (1963-1971)

जनरेशन ऑफ कंप्यूटर-generation of computer in hindi

थर्ड जनरेशन ऑफ कंप्यूटर मे बड़े ट्रांसिस्टर टेक्नोलॉजी को हटाकर आईसी यानि ‘इंटीग्रेटेड सर्किट’ का इस्तेमाल किया जाने लगा, यहाँ बहुत सारे ट्रांसिस्टर एक सिलिकॉन चिप मे होते है जिसे सेमीकंडक्टर भि कहा जाता है, सिर्फ एक सिलिकॉन चिप मे बहुत सारे ट्रांसिस्टर, रेगिस्टर, कापसिटरस होते है,

इस जनरेशन मे रेम का इस्तेमाल किया गया इसलिए मेमोरी कि स्टोरेज बड़ गयी, सेकंड जनरेशन के मुकाबले कंप्यूटर का मेंटेनेंस खर्चा कम हुआ, हीट निकलना हुआ, कंप्यूटर का साइज़ कम होगया और स्पीड भि बडगयी, इस जनरेशन मे कंप्यूटर कि कैलकुलेशन कि स्पीड बहुत हदतक बडगयी, इस समय टाइम शेयरिंग टेक्नोलॉजी डेवेलोप हुई.

थर्ड कंप्यूटर जनरेशन के Features:

मेन इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्टइंटीग्रेटेड सर्किटस
प्रोग्रामिंग लैंग्वेजहाई-लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज
मेन मेमोरीलार्ज मैगनेटिक कोर एंड मैगनेटिक टेप/डिस्क
इनपुट/आउट डिवाइसमैग्नेटिक टेप, कीबोर्ड, मॉनिटर, प्रिंटर आदि.
जनरेशन ऑफ कंप्यूटर?

उधारण:

  • आईबीएम 360,
  • आईबीएम 370,
  • पीडीपी-11,
  • एनसीआर 396,
  • बी6500,
  • उनिवाक 1108 आदि.

ये भि पढ़े: कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है?

Fourth Generation of Computer in Hindi (1971-present)

फोर्थ जनरेशन ऑफ कंप्यूटर मे पहला माइक्रोप्रोसेसर इस्तेमाल किया गया था, इस माइक्रोप्रोसेसर मे एलएसआई यानि ‘लार्ज स्केल ऑफ़ इंटीग्रेशन’ सर्किट को बिल्ड किया गया था, इस टेक्नोलॉजी कि सबसे बड़ी बात ये है के सिर्फ एक प्रोसेसर मे सारे सर्किट होते है जो लॉजिक और अर्तिमेटिक फंक्शन करते है,

कंप्यूटर जो माइक्रोचिप इस्तेमाल करते है उन्हें माइक्रो कंप्यूटर कहा जाता है, फोर्थ जनरेशन मे साइज़ कम हुआ और कैपेसिटी बढ़गयी, इसी समय मे एलएसआई को बदलके VLSI सर्किट को इस्तेमाल किया गया जिसका फुलफॉर्म है ‘वैरी लार्ज स्केल ऑफ़ इंटीग्रेशन’, टेक्नोलॉजी जैसे मल्टी प्रोसेसिंग, मल्टी प्रोग्रामिंग, ऑपरेटिंग स्पीड, टाइम-शेरिंग और वर्चुअल मेमोरी को जियादा यूजर फ्रेंडली बनाया गया, प्राइवेट कंप्यूटर का कांसेप्ट भि इसी जनरेशन से शुरू हुआ था.

फोर्थ जनरेशन ऑफ कंप्यूटर के Features:

मेन इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्टVLSI और माइक्रोप्रोसेसर
मेमोरीसेमी कंडक्टर मेमोरी जैसे रेम और रोम
इनपुट/आउटपुट डिवाइसऑप्टिकल स्कैनिंग, मॉनिटर, कीवर्ड, पोइंटिंग डिवाइसेस, प्रिंटर आदि.

उधारण:

  • एप्पल II
  • स्टार 1000
  • एप्पल मसिन्तोश
  • आल्टर 8800
  • आईबीएम पीसी, आदि.

ये भि पढ़े: कंप्यूटर के भाग और उनकी जानकारी?

Fifth Generation of Computer in Hindi (Present – Beyond)

जनरेशन ऑफ कंप्यूटर-generation of computer in hindi

फिफ्थ जनरेशन ऑफ कंप्यूटर मे AI आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है,

इसकी वजह से कंप्यूटर इंसानों कि तरह बर्ताव करते है जैसे वोइस रेकोगनिसेशन, एंटरटेनमेंट, जब हम गेम्स खेलते है तो कंप्यूटर इंसानों को हरादेते है, फिफ्थ जनरेशन मे कंप्यूटर कि स्पीड बहुत ज़ियदा बड गयी है और साइज़ बहुत हि छोटा हुआ है,

माना के AI अभि पूरी तरह से डेवेलोप नहीं हुई लेकिन इसकी शुरुवात हो चुकी है और एक दिन इसे अचीव ज़रूर करेंगे, अयसा माना जाता है के आगे भि कंप्यूटर मे बहुत बड़े बदलाव आने वाले है साइज़ और भि छोटा होने वाला है, स्पीड और एक्यूरेसी बडने वली है.

फिफ्थ कंप्यूटर जनरेशन के Features:

मेन इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्टआर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर बेस्ड है और अल्ट्रा लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (ULSI) का इस्तेमाल होता है,
लैंग्वेजइंसान कि भाषा,
साइज़पोर्टेबल और साइज़ मे छोटा होता है,
इनपुट/आउटपुट डिवाइसेसटचस्क्रीन, स्पीच इनपुट, प्रिंटर, मॉनिटर, स्पीकर, माउस, कीबोर्ड, टचपेड़, पेन, लाइट स्कैनर, आदि.

उधारण:

  • स्मार्ट फ़ोन,
  • टेबलेट,
  • लैपटॉप,
  • अल्ट्राबुक,
  • डेस्कटॉप, नोटबुक,
  • सुपर कंप्यूटर,
  • क्रोमबुक, आदि.

People Also Ask

1. सेकंड जनरेशन कंप्यूटर मे किस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया गया था?

सेकंड जनरेशन कंप्यूटर मे असेम्बली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया गया था.

2. फादर ऑफ़ कंप्यूटर किसे कहते है?

फादर ऑफ़ कंप्यूटर चार्ल्स बाबबेज (Charles Babbage) को कहा जाता है.

3. वैक्यूम तूब को कंप्यूटर के किस जनरेशन मे इस्तेमाल किया गया?

वैक्यूम तूब को फर्स्ट कंप्यूटर जनरेशन मे इस्तेमाल किया गया.

कंप्यूटर के कितने जनरेशन होते हैं?

कंप्यूटर के अब तक पांच जनरेशन है, जनरेशन ऑफ़ कंप्यूटर यानि कंप्यूटर के इतिहास को बाटा गया है जिन्हें हम जनरेशन ऑफ़ कंप्यूटर कहते है, समय समय पर कंप्यूटर कैसे औत कितना डेवेलोप हुआ है इसकी जानकारी आपको जनरेशन ऑफ़ कंप्यूटर जानने के बाद पता चलेगी.

निष्कर्ष?

आज हमने सिखा के जनरेशन ऑफ कंप्यूटर कौनसे है और उनमे कंप्यूटर कैसे डेवेलोप हुआ, आशा है आपको इस सवाल ‘जनरेशन ऑफ कंप्यूटर’ का जवाब मिलगया होगा, कुछ पूछने या कहने के लिए कमेंट करे और दोस्तों को शेयर करे ताके उन्हें भि तो पता चले ‘जनरेशन ऑफ कंप्यूटर मे क्या है’ हमारा ये आर्टिकल ‘Generation of Computer in Hindi’ यहीं समाप्त होता है.

ये आर्टिकल भि पढ़े:

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