इस आर्टिकल मे:
- डिजिटल मार्केटिंग क्या है?
- कैसे काम करता है?
- प्रकार?
- डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी?
- डिजिटल मर्केटर कैसे बने?
- डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी कैसे बनाएं?
- फायदें?
- फ्री मे डिजिटल मार्केटिंग सीखे?
- डिजिटल मार्केटिंग बाद जॉब?
कोई भि अयसा काम/एक्टिविटी जिससे आप कि कंपनी या ब्रांड को किसी भि तरीके से फायदा पहुचे तो इसे मार्केटिंग कहते है और मार्केटिंग का एक हिस्सा डिजिटल मार्केटिंग है.
डिजिटल मार्केटिंग क्या है?
डिजिटल मार्केटिंग यानि इलेक्ट्रनिक डिवाइसेस का इस्तेमाल करके मार्केटिंग करना, डिजिटल मार्केटिंग एक बड़े प्रोसेस का नाम है, जिसमे बिज़नेस या प्रोडक्ट को कस्टमर तक पहुचाने के लिए वेबसाइट, सर्च इंजनस, ब्लॉग, विडियो, सोशल मीडिया, ईमेल, आदि जैसे चेंनेल का इस्तेमाल होता है.
डिजिटल मार्केटिंग ट्रेडिशनल मार्केटिंग कि तरहा नहीं है, पुराने मार्केटिंग के तरीकों को ‘one way Communication’ कहते है जिस्म बिलबोर्ड और प्रिंट अड़ का इस्तेमाल होता था, लेकिन डिजिटल मार्केटिंग टु वे कम्युनिकेशन है कियोंकि दिगिता मार्केटिंग कस्टमर तक पहुचने के साथ साथ कस्टमर पर्सपेक्टिव और फीडबेक भि पता चलता है.
इस समय मे इंटरनेट पर लोग जियादा वक़्त तक समय बिता रहे है जिससे डिजिटल को फायदा मिलता है और सहीं डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी से ब्रांड बनाये जासकते है, प्रोडक्ट अवेरनेस बढाया जासकता है. अब Digital Marketing kya hai पता चलगया होगा अब कैसे काम करती है ये जानते है.
डिजिटल मार्केटिंग कैसे काम करती है?
उधारण से समजते है के डिजिटल मार्केटिंग कैसे काम करती है, सब्स पहले डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए आपके पास कोई लक्ष/गोल होना चहिये जैसे ब्रांड कि अवेरनेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग, सेल बढ़ाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग या फिर अपनी कम्युनिटी को बढ़ाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग.
लक्ष तय करने पर अब आपको डिजिटल मार्केटिंग चैनल तय करना है जैसे सेल्स बढ़ाने के लिए गूगल या फेसबुक पर पेड अड़स (ads) चला कर शुरुवात करसकते है, ये सारे प्रोसेस को मैनेज करने और आसान बनाने के लिए बजट कितना होगा ये प्लान करे, टारगेट ऑडियंस कौन है ये पता होना चहिये,
इसी तरहा दुसरी जानकारियों का इस्तेमाल करें इस प्रोसेस को मैनेज करने के लिए. कुछ इसतरहा डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन चला जाता है अगर आपको कनफूशन है कोई बात नहीं हमने आगे डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी कैसे बनाये पूरी डिटेल मे जानकारी डी है.
डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार?
डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन को समजने के लिए डिजिटल मार्केटिंग चैनल कौनसे है कैसे काम करते है ये जानना ज़रूरी है.
Website Marketing
वेबसाइट डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए एक चैनल है जो बहुत ज़रूरी है कियों कि वेबसाइट एक ब्रांड को रीप्रेसेंट करती है, ऑनलाइन मार्केटिंग कैंपेन करने के लिए ऑनलाइन कि ज़रूरत होती है, वेबसाइट ब्रांड और प्रोडक्ट को क्लीन और क्लियर तरीके से पेशकरती है,
वक वेबसाइट डिजिटल मार्केटिंग मे सेंटर पॉइंट होती हिया. डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिये वेबसाइट को प्रमोट करके जियादा ट्रैफिक और कस्टमर पासकते है. वेबसाइट फास्ट, सिक्योर और मोबाइल-फ्रेंडली और आसानी से इस्तेमाल किया जसके आयसी होनी चाहिए.
Pay-Per-Click
‘पे पर क्लिक’ यानि डिजिटल मार्केटिंग मे आपको हर एक क्लिक पर पैसे देने होते है अपने डिजिटल एड्स (ads) पर. टार्गेटेड एड्स चलाकर कुछ फिक्स अमाउंट देने से अच्चा है के व्यक्ति क्लिक करने पर पैसे दिए जाते है. आसान भाषा मे कहें तो आप के विज्ञापन दुसरे वेबसाइट पर होते है और जितने क्लिक आपके विज्ञापन पर आते है सिर्फ उन क्लिक के पैसे देने होते है.
सर्च इंजन एडवरटाइजमेंट पीपीसी का सबसे कॉमन तरीका है कियोंकि गूगल सर्च इंजन बहुत पोपुलर है, ज़यादातर बिज़नेस गूगल एड्स का इस्तेमाल करते है. पीपीसी एड्स सर्च इंजन के टॉप रिजल्ट मे आते है जब भि कोई चीज़ के बारेमे सर्च करता है. हर एक पीपीसी कैंपेन मे कितने लोग क्लिक किये है क्लिक करने के बाद सैनअप किया है या ट्रांसकशन किया या नहीं ये सारा डाटा आपको उसी डिजिटल मार्केटिंग चैनल दिखेगा.
Email Marketing
ईमेल मार्केटिंग बहुत आसान होती है, ईमेल के ज़रिये लोगों को अपने नये प्रोडक्ट या सर्विस के बारेमे मे बता सकते है, इसके लिए आपको पहले लोगों के वेबसाइट के ज़रिये अपने ईमेल से Subscribe करवाना होगा,
लेकिन पहले सब्सक्राइबर को ये बताना होता है के उन्हें किस तरह के ईमेल आएंगे, न्यूज़लैटर, आदि. और Unsubscribe करने का आप्शन भि साफ़ साफ़ दिखना चाहिए, प्रमोशन और ट्रांसकशनल ईमेल अलग होना चहिये, आदि. बातों का ख्याल रखना चहिये, इस कैंपेन के ज़रिये आपको वैल्यू भि प्रोवाइड करनी होगी सिर्फ प्रमोशन के लिए इस्तेमाल करसकते बिना वैल्यू पाये कोई भि सब्सक्राइब नहीं करेगा.
ईमेल मार्केटिंग एक साबित (proven) तरीका है और बहुत असरदार है 80% से जियादा प्रोफेशनल मानते है के ये असरदार तरीका है लीड गेनेरेट करने के लिए. याद रहे के सहीं ईमेल सहीं लोगों तक पहुचे यानि रिलेवेंट ईमेल भेजे लोगों को और ईमेल मोबाइल डिवाइस मे अच्छे दिखने चहिये, कैंपेन को ऑटोमेशन और शेदुल करके बनाये. ईमेल मार्केटिंग को सीखने के लिए स्किलशेयर का इस्तेमाल करसकते है.
Content Marketing
कंटेंट मार्केटिंग कंटेंट क्वालिटी हि सबसे जियादा मैटर करती है, कियोंकि कंटेंट क्वालिटी बढ़िया होगी तो पेज ऑप्टीमाइज़्ड होगा, इसमें SEO भि बहुत ज़रूरी है, कंटेंट मार्केटिंग मे टार्गेट ऑडियंस को Valuable Content स्ट्रेटेजी बनाकर दिया जाता है. हर मार्केटिंग स्ट्रेटेजी कि तरह ईमेल मार्केटिंग का मकसद भि सेल करना, ब्रांड अवेरनेस बढ़ाना, कस्टमर बनाना है.
ईमेल मार्केटिंग पुराने तरीके से अलग होती है, सीधे प्रोडक्ट या सर्विसेज के बारेमे बताने के बदले फ्री वैल्यू देते है रिटेन मटेरियल मे जैसे, ब्लॉग पोस्ट, इ-बुक, न्यूज़लैटर, न्यूज़लैटरस, विडियो, इन्फोग्राफ़िक, वाइटपेपर. कंटेंट मार्केटिंग असरदार होती है कियोंकि 92% मर्केटर अयसा मानते है और इसलिए 62% कम्पनीज हर दिन कंटेंट बनाती है.
कंटेंट मार्केटिंग करने के लिए ये चीज़े ज़रूरी है:
- राइटरस को अयसा कंटेंट लिखना होगा जो सर्च इंजन पर हाई रैंक करें, एंगेजिंग हो जिसे लोग शेयर करें और ब्रांड से आगे इंटरैक्ट हो अयसा कंटेंट बनाना होगा.
- अच्चा कंटेंट से रिलेवेंट ऑडियंस को टारगेट करसकते है.
- कंटेंट अलग अलग फॉर्मेट का इस्तेमाल करसकते है जो हमने ऊपर बताया है जैसे, ब्लॉग पोस्टस, वीडियोस, वर्कशीट, आदि.
- वेबसाइट पर कंटेंट पब्लिश करके इसे सोशल मीडिया पर शेयर करसकते है, ईमेल मार्केटिंग करसकते है, पीपीसी कैंपेन करसकते है, और एसइओ भि करसकते है. स्किलशेयर पर कंटेंट मार्केटिंग कोर्स करसकते है.
Affiliate Marketing
1. एफिलिएट मार्केटिंग एक अच्छी स्ट्रेटेजी है अपने बिज़नेस को दुसरे प्रमोटर के दुअरा प्रोमोट करना. इसमें यातो आप एक प्रमोटर बनसकते है जो दुसरे बिज़नेस को प्रमोट करता है या आपका बिज़नेस है तो दुसरे लोगों के दुअरा प्रोमोटिंग भि करसकते है प्रोसेस दोनों मे सेम हि है.
2. एफिलिएट मार्केटिंग मे कमीशन के ऊपर रेवेनुए दिया जाता है, यानि अगर आप किसी बिनेस का एफिलिएट प्रोग्राम को जोइन करते है और आपके प्रमोट करने पर कोई खरीदता है तो उस अमाउंट का कुछ परसेंटेज आपको कमीशन के तौर पर मिलता है.
3. अगर आपका बिज़नेस है तो सेल होने पर आप प्रमोटर को कुछ परसेंट कमीशन देते है. कुछ एफिलिएट मर्केटर सिर्फ एक कंपनी के प्रोडक्ट को रिव्यु करके उसे वेबसाइट या दूसरी जगह प्रमोट करते है और दुसरे एफिलिएट मर्केटर बहुत सारे बुसिनेस्सेस से रेलेशन बनाये रखते है.
4. अगर आपका बिज़नेस है तो आपको एफिलिएट प्रोग्राम बनाना है और आप एफिलिएट मर्केटर बनना चाहते है तो कम्पनीज कि एफिलिएट प्रोग्राम को जोइन करे. उधारण के लिए इन कंपनीस के लिंक को पर क्लिक करके अगर आप अपने इंटरेस्ट कि चीज़ खरीदते है तो मुझे कमीशन मिलता है जैसे अमेज़न. एफिलिएट मार्केटिंग के कोर्स उदेमी और स्किलशेयर पर मिलजायेंगे.
ये भि पढ़े: Affiliate Marketing क्या है, कैसे करें?
Social Media Marketing

सोशल मीडिया मार्केटिंग यानि ऑनलाइन लोगों को एंगेज करके ट्रैफिक लाना या ब्रांड अवेरनेस बढाना. करोड़ों लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपना टाइम बिताते है तो बहुत सारे बिज़नेस सोशल मीडिया मार्केटिंग का इस्तेमाल करके अपना प्रोडक्ट, सर्विस, ब्रांड को प्रमोट करते है. ये मार्केटिंग का मेथड बहुत इफेक्टिव भि है.
जियादा पोपुलर सोशल मीडिया प्लेटफार्म है यूटूब, इन्स्टाग्राम, लिंकेदीन, ट्विटर और फसबोक, आदि. अब कौनसा सोशल मीडिया प्लेटफार्म इस्तेमाल आपको करना चहिये ये आपके गोल पर निर्भर है, यानि अगर आपका बिज़नेस बी2सी है और यंगर कांसुमेर को फोकस करने के लिए तो आप Instagram Ads चलासकते है. इसीतरह अपने गोल के आधार दुसरे प्लेटफार्म का इस्तेमाल करसकते है.
सोशल मीडिया मार्केटिंग आपको एंगेजमेंट मेट्रिक या डाटा मिलता है इसे सहीं ऑडियंस को टारगेट करने के लिए इस्तेमाल करसकते है. सोशल मीडिया पर लोग रियल टाइम एक्टिव रहते है इसलिए ये आसान और फास्ट तरीका है मार्केटिंग करने का. सोशल मीडिया मार्केटिंग करने के लिए ज़रूरी टिप:
- कौनसे सोशल मीडिया पर आपकी ऑडियंस जियादा एक्टिव है ये पता करें.
- सबसे पहले हाई-क्वालिटी और एंगेजिंग कंटेंट पोस्ट करें.
- सोशल मीडिया पर करने का एक शेदुल बनाये.
- सहीं वक़्त पर पोस्ट करें.
- कमेंट और सवालों को प्रोफेशन तरीके से जवाब दें.
- अपने मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया मेनेजर को हायर करें. सोशल मीडिया कोर्स को स्किलशेयर पर सीख सकते है.
Mobile Marketing
मोबाइल मार्केटिंग यानि अपने ऐप्प के ज़रिये अलग अलग कस्टमर तक पहुचना google प्ले स्टोर से, अमेज़न मार्किटप्लेस से, एप्पल ऐप्प स्टोर से. इन ऐप्प स्टोर मे हर दिन हज़ारों ऐप्प और लाखों यूजर एक्टिव है. मोबाइल मार्केटिंग के ज़रिये अपने ऐप्प को पेड एडवरटाइजिंग करके प्रमोट करसकते है. इससे जियादा लोग तक ऐप्प पहुचता है और जियादा लोग इसे डाउनलोड करसकते है.
मोबाइल मार्केटिंग मे एसएमएस, एमएमएस मेसेजेस, सोशल मीडिया नोटिफिकेशन, आदि भि शामिल है. मोबाइल मार्केटिंग भि ज़रूरी है कियोंकि आज ज़यादातर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है तो कंप्यूटर के साथ मोबाइल मार्केटिंग भि ज़रूरी है.
Videos Marketing
विडियो मार्केटिंग आज बहुत तीजी से पोपुलर होअर्ह है कियोंकि यूटूब आज दूसरा सबसे जियादा पोपुलर सर्च इंजन बनचूका है, आज ज़यादातर लोग कुछ भि खरीदने से पहले या एंटरटेनमेंट या रिलैक्स करने के लिए यूटूब का इस्तेमाल करते है.
विडियो मार्केटिंग मे यूटूब के अलावा दुसरे मीडियम भि है जैसे फेसबुक विडियो, इन्स्टाग्राम रील, विमीओ, आदि के ज़रिये भि विडियो मार्केटिंग कैंपेन चला सकते है. सोशल मीडिया मार्केटिंग, एसइओ, कंटेंट मार्केटिंग, को मिलाकर अपनी डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन चलासकते है.
Influencer Marketing
इनफ्लूएन्सर मार्केटिंग एफिलिएट मार्केटिंग कि तरहा हि है कियोंकि इनफ्लूएन्सर मार्केटिंग जियादा फोल्लोविंग वाले Influencer एक व्यक्ति पर डिपेंड होता है, यानि एक व्यक्ति जो पोपुलर है उसके ज़रिये ब्रांड या प्रोडक्ट प्रमोट करसकते है, वो सेलेब्रिटी होसकता है, आपकी इंडस्ट्री मे एक्सपर्ट होसकता है, कंटेंट क्रिएटर होसकता है,
अक्सर ये Influencer प्रोडक्ट या सर्विस अपने सोशल मीडिया चैनल पर अपने फोल्लोवेर के सामने सपोर्ट करते है. Influencer मार्केटिंग दोनों बी2बी और बी2सी कम्पनीज जो नये ऑडियंस तक पहुचना चाहती है उनके लिए बेस्ट है. इस मार्केटिंग स्ट्रेटेजी मे सहीं रेपुटेबल Influencer को चुनना ज़रूरी है कियोंकि गलत Influencer कि वजह से बहुत नुकसान होता है कस्टमर का ट्रस्ट भि टूटसकता है.
डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी क्या है?
डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी यानि फर्म है जो मार्केटिंग कैंपेन बनाती है और मैनेज करती है. ये एजेंसी अपने कॉरपोरेट क्लाइंट के लिए सोशल मीडिया, वीडियोस, वेबसाइट, एडवरटाइजिंग, आदि कैंपेन चलती है.
डिजिटल मर्केटर कैसे बने?
डिजिटल मर्केटर के पास अच्छी राइटिंग स्किल होनी चहिये, सोशल मीडिया स्किल होनी चहिये, डाटा एनालाइज करने कि स्किल. डिजिटल मार्केटिंग पोजीशन के लिए बैचलर कि डिग्री चाहिए होगी, बिज़नेस फील्ड मे जैसे मार्केटिंग या इससे जुड़े दुसरे फील्ड जैसे कम्युनिकेशनस मे. आपको कोर्सेज भि लेने होते है जो सिर्फ डिजिटल मार्केटिंग के लिए बनाये जाते है.
इसके अलावा अगर आप पढ़ाई के साथ कहीं इन्तेर्शिप भि करते है तो भि फायदा मिलता है, डिजिटल मार्केटिंग फील्ड मे जाने के लिए मास्टर डिग्री फायदे मंद होसकती है लेकिन ज़रूरी नहीं है.
Digital Marketing Strategy कैसे बनाएं?

छोटे बिज़नेस और बिगिनर डिजिटल मर्केटर के लिए डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनाना थोडा मुश्किल होसकता है, लेकिन नीचे दिए गये स्टेप को फॉलो करके आप एक असरदार डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनासकते है:
बढ़िया गोल सेट करे
अयसा goal जो मेजर किया जासके, रिलेवेंट हो, जो कम समय मे होसके और जिसको सफलता के चांसेस जियादा हो अयसा गोल बनाना मुश्किल है. बहुत सारे गोल होंगे आपके पास अपने बिज़नेस के लिए सबसे पहले किसी एक पर फोकस करें जो आपको आगे लेकर जाये.
अपनी ऑडियंस को पहचाने
किसी भि मार्केटिंग कैंपेन को शुरू करने से पहले अपनी टारगेट ऑडियंस को जानना ज़रूरी है. टारगेट ऑडियंस वो होति है जिन लोगों के ग्रुप तक आप अपना ब्रांड, प्रोडक्ट या सर्विस पहुचाना चाहते है, अपने पुराने कस्टमर के उम्र, जेंडर, जन्संक्याँ, पुर्चासिंग बहेविअर को ध्यान मे रखकर इस तरह के लोगों को ढूंडते है, अगर आपको अपनी टारगेट ऑडियंस के बारेमे अच्छी जानकारी होगी तो आप को कौनसा मार्केटिंग चैनल इस्तेमाल करना चहिये ये पता चलता है.
अपना डिजिटल मार्केटिंग चैनल चुनें
सोशल मीडिया मार्केटिंग से लेकर कंटेंट मार्केटिंग से लेकर पीपीसी कैंपेन तक कोई भि मार्केटिंग चैनल यूस करसकते है अपने फायदे के लिए. आप कौनसा डिजिटल मार्केटिंग चैनल इस्तेमाल करेंगे ये आपके ऑडियंस कौनसी है, गोल और बजट पर डिपेंड है.
बजट तैयार करें
बजट तैयार करने से आपका पैसे सिर्फ आपके गोल पर हि जाता है वरना आपका पैसा जियादा खर्चा होकर बिना मतलब के मार्केटिंग चैनल मे चला जायेगा. अपने गोल और डिजिटल मार्केटिंग चैनल को ध्यान मे रखकर बजट प्लान करे.
अपने मार्केटिंग कैंपेन को एनालाइज करें
डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन होने के बाद कैंपेन डाटा को अच्छे से एनालाइज करें ताके आपको पता चले के आपने कहा अच्चा किया और कहा और अच्चा करसकते थे. एनालाइज करने से फ्यूचर मे दुसरे कैंपेन बनाने मे मदद मिलती है और अच्छे कैंपेन बनासकते है. आजकल हर डिजिटल कैंपेन को एनालाइज करने के लिए डाटा/इनफार्मेशन होती हि है.
डिजिटल मार्केटिंग के फायदें?
1. दुनिया तक पहुच: जब आप कोई भि अड़ (ad) या कंटेंट ऑनलाइन पोस्ट करते है तो उसे कोई भि देखसकता है चाहे वो कहीं से भि हो, जब तक आप खुदसे जियोग्राफी लिमिट नहीं लगाते. इससे आपका बिज़नेस मार्किट ग्रो होता है और जियादा से जियादा ऑडियंस तक पहुचसकते है.
2. कम खर्चा: पुराने तरीकों से कम खर्चा होता है और ट्रेडिशनल मार्केटिंग जैसे न्यूज़पेपर एड्स, टेलीविज़न, आदि मे किसी एक ऑडियंस को टारगेट नहीं करसकते है, लेकिन डिजिटल मार्केटिंग पैसे कम लगते है और सारि चीज़े हमारे हाथ मे होती है कौनसी ऑडियंस को टारगेट करना है कब कंटेंट या चैनल बदलना है, आदि.
3. पर्टिकुलर ऑडियंस को टारगेट करसकते है: ईमेल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म से स्पेसिफिक ऑडियंस को टारगेट करसकते है, डाटा कलेक्ट करने के लिए उन्हें ऑफर देकर सर्वे भि करासकते है.
4. नतीजों को मेजर करसकते है: पुराने मार्केटिंग मे लोगों को पूछना पड़ता है के आपको हम कैसे लगे? लेकिन डिजिटल मार्केटिंग मे हर चैनल से डाटा मिलता है, मार्केटिंग कैंपेन से कितने लोग प्रभावित हुए फिर इन लोगों ने कितना खर्चा किया और रेवेनुए कितना हुआ, आदि.
5. रेलेशनशिप बिल्डिंग: सोशल मीडिया से मार्केटिंग के अलावा कम्युनिकेशन का बढ़िया साधन है, कस्टमर बिज़नेसेस से इंटरैक्ट करना छाते है वो भि अपने पसंद के प्लेटफार्म पर इस नतीजा ये होता है के जियादा अच्छी तरीके से इंटरैक्ट होते है जिससे रिलेशनशिप और ट्रस्ट मज्बोत होता है.
6. फास्ट रिजल्ट और कंवरशनस: डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिये कस्टमर जल्दी एक्शन लेते है अड़ या कंटेंट को देखकर, ट्रेडिशनल मार्केटिंग मे लोग एडवरटाइमेंट देखकर फोन कॉल करते थे, लेकिन लोग हर वक़्त कुछ ना कुचकाम करते रहते है,
जैसे कुकिंग, ड्राइविंग, वोर्किंग, आदि. अयसे मे उन्हें आसान रास्ता चहिये जैसे डिजिटल मार्केटिंग मे उन्हें बस एक लिंक पर क्लिक करना होता है फिर चाहे वो कुछ खरीदेया ना खरीदे लेकिन वो आपको एक मौका देते है कनेक्ट करने का.
7. मौके के अनुसार बदलाव: डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को कभी भि ज़रूरत के हिसाब से चेंज/ मॉडिफाई किया जासकता है, ट्रेडिशनल मार्केटिंग मे अवसर को देखकर जल्दी बदलाव नहीं किया जासकता लेकिन डिजिटल मार्केटिंग मे किया जासकता है.
डिजिटल मार्केटिंग मे चुनोतियाँ? (Challenges)

1. वक़्त लगता है: बिज़नेसेस को लगातार कंटेंट बनाते रहना होता है और मार्केटिंग कैंपेन को बेह्तार करते रहना होता है जिसमे वक़्त लगता है.
2. कम्पटीशन: हर बिज़नेस अपनी मार्कटिंग दुसरे से अच्चा बनाना चाहता है, इसलिए कस्टमर का अटेंशन पाने के लिए आपको कि मार्केटिंग सबसे अलग और बढ़िया होनी चहिये जोकि चैलेंजिंग है.
3. टेक्नोलॉजी: कंप्यूटर के साथ मोबाइल यूजर के लिए भि वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बना होता है, ताके मोबाइल यूजर भि तक भि आपका ब्रांड पहुचे और लीड मिले.
4. डाटा प्राइवेसी: बिज़नेसेस और आर्गेनाइजेशन लोगों के डाटा का इस्तेमाल एडवरटाइजिंग करने के लिए इस्तेमाल करते है, उन्हें ये समजना होगा के कैसे इस्तेमाल करें और प्राइवेसी लॉ के अन्दर हि इसको इस्तेमाल करें.
फ्री मे डिजिटल मार्केटिंग कैसे सीखे?
डिजिटल मार्केटिंग के कोर्सेज स्किलशेयर, उड़ेमि, गूगल स्किल शॉप, गूगल डिजिटल अनलॉक मे ढूंड सकते है, इन वेबसाइट पर आपको बहुत सारे डिजिटल मार्केटिंग के कोर्सेज मिलते है.
डिजिटल मार्केटिंग सीखने के बाद जॉब?
- डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट
- ग्राफ़िक डिज़ाइनर
- एसइओ मेनेजर
- एसइओ स्पेशलिस्ट
- मार्केटिंग एनालिस्ट
- फ्रंट एंड वेब डेवलपर
- बेक एंड वेब डेवलपर
- क्रिएटिव डायरेक्टर
- इ-कॉमर्स डायरेक्टर
- प्रोडक्ट मार्केटिंग मेनेजर
- सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्केर
- प्रोडक्ट मार्केटिंग मेनेजर
- कंटेंट मार्केटिंग मेनेजर
- कंटेंट मार्केटिंग स्पेशलिस्ट.
People Also Ask
क्या Digital marketing और Social Media marketing एक है?
अगर आपकी प्रेसेंस सोशल मीडिया एक्टिव है और आप ज़रूरी सोशल मीडिया मार्केटिंग कैंपेन चला रहे है तो आप सोशल मीडिया मार्केटिंग कररहे है, सोशल मीडिया मार्केटिंग डिजिटल अम्र्केतिंग के एक हिस्सा है, डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए आपको दुसरे चैनल का इस्तेमाल भि करना होगा.
मुझे डिजिटल मार्केटिंग कि क्या ज़रूरत है?
जो बिज़नेस डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल नहीं करते उनपर ये रिस्क होता है के वो कभी भि गायब होसकते है, रिटेलदिव रिसर्च के मुताबिक़ 87% खरीदने वाले प्रोडक्ट को ऑनलाइन ढूंडते है, जहा कस्टमर होता है बिज़नेस को भि वहीँ होना चहिये.
3 क्या Digital marketing हर business के लिए काम करती है?
किसी भि इंडस्ट्री के बिज़नेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग काम करती हि है, चाहे कंपनी कुछ भि बेचरही है, लेकिन अयसा नहीं है के हर किसी को एक हि डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी इस्तेमला करनी चहिये.
निष्कर्ष
आज हमने जाना के Digital Marketing kya hai, ईमेल, कंटेंट, सोशल मीडिया, एफिलिएट, आदि मार्केटिंग क्या है, आशा है आपको इस सवाल ‘डिजिटल मार्केटिंग क्या है’ का जवाब मिलगया होगा.
डिजिटल मार्केटिंग क्या है इससे जुदा कोई और सवाल होतो कमेंट करें और शेयर करें ताके दूसरों को भि पता चले के Digital Marketing kya hai, हमारा ये आर्टिकल ‘What is digital marketing in hindi’ यहीं समाप्त होता है.
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