Computer Kya Hai और Computer कि बेसिक नॉलेज: कंप्यूटर क्या है?

4.6/5 - (13 votes)

आज हम जानेंगे के Computer kya hai, और कंप्यूटर के प्रकार, मिनी कंप्यूटर क्या है, मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है, सुपर कंप्यूटर क्या है, आदि, कंप्यूटर शब्द को लैटिन शब्द से लिया गया है जिसका मतलब कैलकुलेशन होता है, हम आपको को कंप्यूटर कि बेसिक नॉलेज देने वाले है और ये कंप्यूटर के बारे में जानकारी बहोत इंट्रेस्टिंग होने वली है तो चलिए जानते है कंप्यूटर क्या है?

Computer kya hai?

कंप्यूटर को हिंदी मे संगणक कहते है, कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो इनफार्मेशन और डाटा को इंसान के बताये गये इंस्ट्रक्शन के हिसाब से मनिपुलेट करती है, आसान भाषा मे कहें तो कंप्यूटर डाटा को स्टोर करसकता है वापस लासकता है और डाटा को प्रोसेस करसकता है.

सब लोगों को पता होगा के कंप्यूटर किस काम अता है जिन्हें नहीं पता उन्हें बतादू के कंप्यूटर को डॉक्यूमेंट को टाइप करके स्टोर करने, ईमेल भेजने, ब्राउज़िंग करने, गेमस खेलने, स्प्रेडशीट से क्रिएट करने, प्रेजेंटेशन बनाने, वीडियोस एडिट करने आदि, कंप्यूटर बहोत सारे बड़े बड़े कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो आपको आगे बतायेंगे,

चाहे गवर्नमेंट सेक्टर हो या प्राइवेट सेक्टर हो हर जगह कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है, कंप्यूटर मे हर काम फ़ास्ट होता है जैसे पहले हर स्कूल, बिज़नेस, गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट या ऑफिस हर जगह रिकॉर्ड को दस्तावेजों यानि files बना कर रखा जाता था,

इल मे डाटा को भरना फिर उन्हें सुरक्षित रखना इसके लिए बहुत समय और मेहनत लगती थी लेकिन कंप्यूटर कि मदद से आसानी से डाटा को स्टोर करसकते है एकदम सिक्योर और कम समय मे, अब आपको कंप्यूटर क्या है पता चलगया होगा.

कंप्यूटर को किसने बनाया था?

कंप्यूटर के इस फील्ड मे बहुत लोगों ने अपना योगदान दिया है लेकिन सबसे बड़ा योगदान चार्ल्स बाबज (Charles Babage) का है कियोंकि इन्होने हि 1837 मे सबसे पहले एक मोडल बनाया था जिसमे अनालिटिकल इंजन को बनाया था, इस इंजन मे ALU इन्तेग्रेटेड मेमोरी और बेसिक फ्लो कंट्रोल का कांसेप्ट था, इस मॉडल को देखकर हि आजके कंप्यूटरस कि डिजाईन होती है इसलिए चार्ल्स बाबज को फादर ऑफ़ कंप्यूटर भि कहा जाता है.

Computer kitne prakar ke hote hain?

कंप्यूटर के बहुत सारे प्रकार होते है साइज़ के हिसाब से सबका लग क्राइटेरिया होता है, कंप्यूटर को पांच भागों मे बाट सकते है यानि कंप्यूटर के पांच प्रकार होते है चलिए देखते है:

  • Micro Computer
  • Mini Computer
  • Mainframe Computer
  • Super Computer
  • workstations.

1. Micro Computer

माइक्रो कंप्यूटर मे कम स्पीड होती है स्टोरेज भि और ये सिंगल-यूजर कंप्यूटर होता है, ये कंप्यूटर माइक्रो प्रोसेसर इस्तेमाल करता है जिसे सिपीयू भि कहते है, माइक्रो कंप्यूटर के उधारण है डेस्कटॉप, पर्सनल डिजिटल असिस्टंट (पीडीए), लैपटॉप, स्मार्टफ़ोनस और टेबलेटस.

माइक्रो कंप्यूटर को गेनरल कामों के लिए बनाया और डिजाईन किया जाता है जैसे ब्राउज़िंग, इंटरनेट, सोशल मीडिया, एमएस वर्ड, एक्सेल, जानकारी के लिए सर्च करना आदि.

2. Mini Computer

मिनी कंप्यूटरस को Midrange कंप्यूटरस भि कहा जाता है, इन कंप्यूटरस को सिंगल-यूजर के लिए नहीं बनाया गया है इन कंप्यूटरस को एक से जियादा लोग यूस करसकते है यानी इन कंप्यूटरस को अक्सर कोई छोटे बिज़नेस वाले, फिर्म्स वाले या कंपनी वाले यूस करते है, उधारण के लिए बड़े कॉलेज मे एडमिशन प्रोसेस के लिए मिनीकंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है, अब आपको पता चल गया होगा के मिनी कंप्यूटर क्या है.

3. Mainframe Computer

computer kya hai

ये कंप्यूटर भि बहोत सारे लोग यूस करसके इसलिए बनाया गया है इस कंप्यूटर को हज़ारों लोग यूस करसकते है एक के बाद एक, मेनफ्रेम कंप्यूटरस को बड़े बड़े फिर्म्स और सरकारी संस्थानों मे किया जाता है ताके उनके बिज़नेस को चला सके और ये कंप्यूटर जियादा डाटा और इनफार्मेशन को प्रोसेस करसकते है और स्टोर करसकते है इसलिए इनका इस्तेमाल बड़े बड़े संस्थानों मे होता है जैसे यूनिवर्सिटी, इन्सुरांस कम्पनीज, बैंक्स आदि.

4. Super Computer

चलिए जानते है सुपर कंप्यूटर क्या है? सुपर कंप्यूटर सबसे जियादा फास्ट होते है और सबसे जियादा महेंगे भि होते है दूसरे टाइप के मुकाबले, इन कंप्यूटरस मे बहुत जियादा स्टोरेज होता है किसी भि चीज़ को स्टोर करने के लिए और इनकि कंप्यूटिंग स्पीड भि बहुत होती है एक सेकंड मे लखों इंस्ट्रक्शनस को फॉलो करसकते है,

ये कंप्यूटरस टास्क स्पेसिफिक होते है यानि इनको बड़े और अभूत ज़रूरी कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है,बड़े बड़े नुमेरिक प्रोब्लेम्स, साइंटिफिक प्रोब्लेम्स, वातावरण, पट्रोलियम इंजीनियरिंग, स्पेस रिसर्च, मेडिसिन आदि, उधारण के तौरपर नासा सुपर कंप्यूटरस का इस्तेमाल करके अपने सट्टेलाइट को स्पेस मे भेजता स्पेस को और जानने के लिए और इन कंप्यूटरस से मॉनिटर और कंट्रोल ककरता हैरसके.

5. Workstation

वर्कस्टेशनस एक सिंगल-यूजर कंप्यूटर है, इसका माइक्रोप्रोसेसर पावरफुल होता है और मॉनिटर भि अच्छी क्वालिटी का होता है माइक्रो कंप्यूटरस के मुकाबले, इसकी स्पीड और स्टोरेज कैपासिटी भि ठीक ठाक होती है, वर्कस्टेशनस को अक्सर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, इंजीनियरिंग डिजाईन जैसे कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, अब कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर के कितने प्रकार है ये पता चल गया होगा.

कंप्यूटर के फायदें और नुकसान?

फायदें

  • कंप्यूटर से आप बहुत सारे काम एक साथ करसकते है कियोंकि कंप्यूटर मल्टीटास्किंग होता है इसमें मल्टी ऑपरेशन करसकते यानि मल्टी टास्क परफॉर्म करसकते है,
  • कंप्यूटर को हर सेक्टर मे इस्तेमाल किया जाता कियोंकि कंप्यूटर वक़्त बहुत बचाता है, इसे घरों मे भि इस्तेमाल किया जाता है कियोंकि ये इतना तो सस्ता है के जियादा लोग खरीद सकते है,
  • कंप्यूटर मे हाई स्टोरेज कैपेसिटी होती है पहले फाइलों को रखने के लिए एक कमरा होता था लेकिन आज लाखों फाइल एकही कंप्यूटर मे रखसकते है और कभी भि किसी भि फाइल को उसके नाम से ढूंड सकते है,
  • डाटा या इनफार्मेशन को सिर्फ स्टोर हि नहीं करसकते बलके उन्हें organise भि करसकते है जैसे अलग अलग डाटा के लिए अलग अलग फोल्डर आदि,
  • जो लोग फुसिकाल्ली चैलेंज होते है उनके लिए कंप्यूटर बहुत काम अत है जो घर बैठे पढाई करसकते है कोर्स करसकते है काम करसकते है, जैसे स्टेफेन हव्किंग कंप्यूटर कि मदद से बात करते थे कियोंकि उन्हें बात करना नहीं अता था,
  • हर डिवाइस कि तरह इसे भि एंटरटेनमेंट पर्पस के लिए इस्तेमाल क्या जासकता है जैसे मूवीज, सोंग, इंटरनेट, गेमस आदि, इसतरह के कई सारे फायदें है कंप्यूटर.

नुकसान

  • इंटरनेट पर कंप्यूटर को इस्तेमाल करने पर बहुत सारे खतरे होते है, बिना ओनर को पता चले कंप्यूटर के अन्दर के पर्सनल चीज़े चुराए जाते है वैरस और हाकिंग के ज़रिये,
  • कंप्यूटर के आने से लोगो का काम आसान होगया है लेकिन ये सब लोगों का काम खुदही करने लगा है जिसकी वजह से अनएम्प्लॉयमेंट बढ़रही है,
  • दिन भर कंप्यूटर के सामने टाइमपास करने पर या काम करने पर आँखों पर असर होता है कियोंकि दिनभर नजदीक से मोनिटर को देखने से लोगों को चश्मा बहुत जल्दी लगता है,
  • बिना Owner को पता चले कंप्यूटर के अन्दर के पर्सनल चीज़े चुराए जाते है वैरस और हाकिंग के ज़रिये,
  • सबसे जियादा टाइम वेस्ट होता है कियोंकि बच्चे दिन भर लैपटॉप या डेस्कटॉप पर बैठ कर गेमस या फूटोशूट करते है या फिर सोशल मीडिया को यूस करते है कंप्यूटर को इंसान का टाइम बचाने के लिए लाया गया था लेकिन कुछ लोग कंप्यूटर टाइम वेस्ट करते है.

Opearating System kya hai?

ऑपरेटिंग सिस्टम का मतलब - Perfectalex.in

आपके कंप्यूटर सिस्टम को ऑपरेट करने वाले सॉफ्टवेयर को ऑपरेटिंग सिस्टम कहते है जो आपके कंप्यूटर मे पहले से हि होता है, ऑपरेटिंग सिस्टम मे हर छोटे बड़े टास्क आते है दुसरे इंस्टाल ऐप्स को भि येही इंस्ट्रक्शन देता है,

कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम पर डिपेंड होता है के वह कैसे काम करेगा जैसे विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम है जो बहुत पोपुलर है और भि है जैसे लिनक्स, एप्पल मैकओएस, उबुन्तु, फेडोरा, एप्पल आईओएस, अब आपको कंप्यूटर के बारे में जानकारी मिलगई होगी.

Mother Board

इसके नाम सेही पता चल रहा है के ये कितना ज़रूरी है, मादर बोर्ड मे एक हार्डवेयर होता है जिसे सिस्टम का बैकबोन कहते है, मादर बोर्ड से सारे पार्टस कनेक्टेड होते है जैसे माउस, कीबोर्ड, सीपीयू आदि, ये सारे पार्ट्स केबल के ज़रिये कनेक्टेड होते है, लैपटॉप, डेस्कटॉप के अलावा भि कई सारे डिवाइस मे मादर बोर्ड होता है जैसे मोबाइल, टेबलेट आदि बस मादर बोर्ड का साइज़ और शेप अलग होता है कुछ डिवाइस मेतो मादर बोर्ड मेहि दुसरे पार्ट को रखा जाता है.

CPU

सीपीयू जिसका फुलफॉर्म है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट, सिपीयू का काम होता है के किसी भि सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर के इंस्ट्रक्शन को फॉलो करना, इसके बहुत से नाम है जैसे माइक्रो प्रोसेसर, इ-ब्रेन प्रोसेसर, सेंट्रल प्रोसेसर. इंटेल कंपनी ने 1970 मे सबसे पहले प्रोसेसर बनाया था, सीपीयू को कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है.

Computer Hardware

हार्डवेयर किसे कहते हैं (Hardware kya hai)

हार्याडवेर यानि कंप्यूटर के ऐसे पार्ट्स जो फिजिकल दीखते है, मतलब जसे माउस, कीबोर्ड, सीपीयू, मादर बोर्ड, आदि ये सारे कंप्यूटर के फिजिकल पार्ट्स है जिन्हें हम छुसकते है, अयसे पार्ट्स को हार्डवेयर कहते है, कंप्यूटर या किसी भि डिवाइस को जब आप खोलते है तब आपको ग्रीन कलर का हार्ड मटेरियल मिलता है उसे हि हार्डवेयर कहते है, बिना हार्डवेयर के कंप्यूटर नहीं बनते है.

Computer Software

सॉफ्टवेयर यानि अयसे इंस्ट्रक्शन या डाटा को कहते है जो इलेक्ट्रानिकली सेव होसकता है आसान भाषा मे कहें सॉफ्टवेयर उसे कहते है जो कोडिंग के ज़रिये बनाया जाता है, सॉफ्टवेयर एक किसी काम के लिए बनाया जाता है जैसे कंप्यूटर मे फोटोशोप जिससे एडिटिंग करसकते है, नोटपैड जिसमे हम लिखसकते है, वेब ब्राउज़र, गेम्स आदि, सॉफ्टवेयर के दो टाइप्स है एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर.

ROM और RAM

मेमोरी दो तरह कि होती है, रोम यानि ‘रीड ओनली मेमोरी, जिसे पहली मेमोरी कहते है, कंप्यूटर को ऑफ करने के बाद सारा डाटा अपने पास रखता है जैसे हार्डड्राइव औपेन ड्राइव, रेम यानि ‘रैंडम एक्सेस मेमोरी’ ये कुछ वक़्त के लिए डाटा स्टोर करता है फिर कंप्यूटर ऑफ होने के बाद रेम खाली हो जाता है.

कंप्यूटर के भाग?

कंप्यूटर का इस्तेमाल कहा होता है - Perfectalex.in

Monitor: ये एक आउटपुट डिवाइस है, मोनिटर के ज़रियेहि हम किसी भि प्रोग्राम को देख सकते है, कंप्यूटर पे देखने के लिए जो स्क्रीन होती है उसे मोनिटर कहते है.

Keybord: ये एक इनपुट डिवाइस है, ये कंप्यूटर बहुत ज़रूरी पार्ट है कियोंकि इसपर टाइप करने सेहि कंप्यूटर मे टाइप होगा इससे सारे कंप्यूटर को चला सकते है.

Mouse: ये भि एक इनपुट डिवाइस है, मोउस कि वजह से कंप्यूटर को चलाना आसान होजाता है, ये रिमोट कि तरह होता है.

CPU: सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है, ये कंप्यूटर का भुत ज़रूरी हिस्सा है.

UPS: इस डिवाइस का काम होता है के पॉवर सप्लाई करना यानि जब भि कंप्यूटर बंद हो जाता है बिजली जाने से तो ये डिवाइस कंप्यूटर को बंद होने नहीं देता ताके हम अपना सारा डाटा सेव करले.

कंप्यूटर कि विशेषताएं?

Speed: कंप्यूटर बड़े बड़े कैलकुलेशन कर सकते हैं और और लार्ज अमाउंट ऑफ़ डाटा को असानिस ए प्रोसेस करसकते है.

Storage: कंप्यूटर में विभिन्न प्रकार के स्टोरेज मीडिया पर तेम्पोरारिली और परमानेंट रूप से बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर करने की क्षमता रखता है.

Memory: कंप्यूटर में एक मेमोरी होती है जो उन्हें तेम्पोरारिली तत्काल उपयोग के लिए डेटा स्टोर करने की अनुमति देती है, जिसे रैम (Random Access Memory) के रूप में जाना जाता है.

Processing Power: कंप्यूटर में एक सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ‘CPU’ होती है जो निर्देशों को एक्सीक्यूट करती है और गणना करती है.

Input / Output: कंप्यूटर में विभिन्न इनपुट और आउटपुट डिवाइस होते हैं, जैसे कीबोर्ड, माउस और मॉनिटर, जो उपयोगकर्ता के साथ बातचीत करने की अनुमति देते हैं.

Connectivity: कंप्यूटर को अन्य डिवाइसेस और नेटवर्क से जोड़ा जा सकता है, जिससे डेटा और संसाधनों को शेयर करने की अनुमति मिलती है.

Versatility: कंप्यूटर का उपयोग सरल गणनाओं से लेकर जटिल सिमुलेशन और डाटा एनालिस तक कई प्रकार के कार्यों के लिए किया जा सकता है.

Precision: कंप्यूटर उच्च परिशुद्धता और सटीकता के साथ गणना कर सकते हैं.

Automation: कंप्यूटर दोहराए जाने वाले कार्यों को ऑटोमेट कर सकते हैं, एफिशिएंसी बढ़ा सकते हैं और हुमन एरर की संभावना को कम कर सकते हैं.

Programmability: कंप्यूटर को विशिष्ट कार्यों को करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है, जिससे उन्हें विशिष्ट उपयोगों और एप्लीकेशन के अनुरूप बनाया जा सकता है.

Computer vs Human

कंप्यूटर का उपयोग- education

कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस हैं जो कई प्रकार के कार्य कर सकते हैं, जैसे डेटा को स्टोर करना और प्रोसेस करना, सॉफ़्टवेयर चलाना और इंटरनेट से कनेक्ट करना। बड़ी मात्रा में डेटा को जल्दी और सटीक रूप से संसाधित करने की उनकी क्षमता की विशेषता है और विशिष्ट कार्यों को करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है.

दूसरी ओर, मनुष्य बुद्धि और चेतना वाले जीवित जीव हैं. उनमे बहुत सारि अबिलिटी होती है जैसे समस्या-समाधान, भाषा की समझ और निर्णय लेने की क्षमता. मनुष्य के पास अपनी senses के माध्यम से दुनिया को देखने और बातचीत करने की क्षमता भी है, जबकि कंप्यूटर अपने एन्विरोंमेंट के साथ बातचीत करने के लिए कीबोर्ड और कैमरे जैसे इनपुट डिवाइसेस पर भरोसा करते हैं.

सामान्य तौर पर, कंप्यूटर उन कार्यों में श्रेष्ट होते है जिनमें गति और सटीकता की आवश्यकता होती है, जबकि मनुष्य ऐसे कार्यों में श्रेष्ट हैं जिनमें क्रिएटिविटी, अंतर्ज्ञान और लचीलेपन की आवश्यकता होती है.

कंप्यूटर का उपयोग क्या है?

Education

अगर किसी स्टूडेंट को अपने पढाई से रिलेटेड कोई भि जानकारी हासिल करनी हो तोवो कंप्यूटर कि मदद से कुछ सेकंड मे जानकारी हासिल करसकता है और जो स्टूडेंट स्कूल या कॉलेज नहीं जासकते या ऑनलाइन क्लासेज से पढ़ाई पूरी करना है तो कंप्यूटर उनके बहुत काम आसक्त है, इसके अलावा स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी या कोई भि एजुकेशनल इंस्टिट्यूट मे स्टूडेंट के डेटा को प्रोसेस और स्टोर करने के लिए कंप्यूटर बहुत काम अता है.

Health

हॉस्पिटल मे कंप्यूटर का बहुत इस्तेमाल होता है जैसे मरीज़ बीमारी पता लगाने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है ताके बीमारी जल्दी पता लगे, हॉस्पिटल कि जियादातर मशीने कंप्यूटर से जुडी होती है एक बार बीमारी पता चल जाने पर मरीज़ का इलाज भि होसकता है.

Science

कंप्यूटर को रिसर्च करके बनाया गया था और आज कंप्यूटर रिसर्च करने मे साइंटिस्ट कि मदद कररहा है, आजकल हर रिसर्चसेंटर मे कंप्यूटर होता हि है ताके जोभि रिसर्च होरही है उसका डाटा प्रोसेस करे और स्टोर करे.

Business

हर बिज़नेस मे कंप्यूटर काम अता है, लोग कंप्यूटर से अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ाते है जिससे बिज़नेस मे कम्पटीशन भि बढ़ता है, बिज़नेस मे कंप्यूटर का इस्तेमाल स्टॉक ट्रेडिंग के लिए, मार्केटिंग के लिए, रेतैलिंग, बैंकिंग आदि के लिए किया जाता है, आजकल हर बिज़नेस मे कंप्यूटर कि मदद से बड़े बड़े ट्रांससकशन होते है.

Government Sector

सबसे जियादा पावरफुल कंप्यूटर तो गवर्नमेंट हि यूस करती है, गवर्नमेंट अपने हॉस्पिटल, एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन, बैंक, ट्रैफिक, टूरिज्म, डिफेन्स, एविएशन, ट्रांसपोर्टेशन, रेल्वे, आदि जैसे हर सेक्टर कंप्यूटर का यूस होता है.

Weather Departmant

मौसम को जानने के लिए कंप्यूटर कि मदद लि जाती है इससे मौसम मे होने बदलाव के बारेमे जानकारी प्राप्त होती हिया, अब आपको कंप्यूटर के बारे में जानकारी मिलगयी होगी, नीचे कंप्यूटर के बारे में जानकारी से जुड़े कुछ कॉमन सवाल है.

कुछ शब्दों मे कंप्यूटर का इतिहास?

कंप्यूटर का इतिहास- (Computer history in Hindi)

1) कुछ शुरुआती कंप्यूटर 1700 के दशक में मैकेनिकल कैलकुलेटिंग करने वाली मशीनें थीं, लेकिन पहला डिजिटल कंप्यूटर 1936 में बनाया गया था.

2) 1950 के दशक तक, कंप्यूटर आमतौर पर मिलिट्री और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाते थे.

3) 20वीं शताब्दी के दौरान, कांसुमेर एप्लीकेशन जैसे वर्ड प्रोसेसिंग, गेमिंग और इंटरनेट के लिए कंप्यूटर का अधिक व्यापक रूप से उपयोग किया जाने लगा.

4)कंप्यूटर के इतिहास में पांच प्रमुख मोड़ है: 1623 में एनालॉग कंप्यूटर का आविष्कार, 1936 में पहले डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार, 1975 में पर्सनल कंप्यूटर की शुरुआत, 1997 में इंटरनेट की लोकप्रियता और 2007 में मोबाइल कंप्यूटिंग का विकास.

5) पिछले 70 वर्षों में, कंप्यूटर डेवलपमेंट के कई इंटेरेशन से गुजरे हैं, मैकेनिकल मशीनों से शुरू होकर ट्रांजिस्टर और इंटीग्रेटेड सर्किट तक चले गए हैं.

People Also Ask

  1. 1. कंप्यूटर क्या काम करता है?

    कंप्यूटर का काम होता है के इनपुट डिवाइस 'Keybord' से इंस्ट्रक्शन लेना उसे प्रोसेस करना फिर रिजल्ट को आउटपुट डिवाइस (मोनिटर) के ज़रिये दिखाना.

  2. 2. हिंदी मे कंप्यूटर को क्या कहते है?

    हिंदी मे कंप्यूटर को संगणक भि कहते है.

3. कंप्यूटर का फुलफॉर्म क्या है?

कोम्मोंली ओप्रेटेड मशीन पार्टीकुलर्ली यूस्ड फॉर टेक्निकल, एजुकेशनल, रिसर्च.

4. भारत मे पहली बार कंप्यूटर कब आया?

भारत मे सबसे पहले कंप्यूटर 1952 मे आया था इसे सबसे पहले कोल्कता के ‘इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट‘ मे स्थापित किया गया था.

5. लैपटॉप और डेस्कटॉप कंप्यूटर मे क्या अंतर है?

आम तौर पर, एक लैपटॉप डेस्कटॉप कंप्यूटर की तुलना में छोटा और हल्का होता है, जो इसे पोर्टेबल इस्तेमाल के लिए अच्चा बनाता है. लैपटॉप में भी आमतौर पर कम बैटरी जीवन होता है और डेस्कटॉप कि तरह कस्तोमिज़ब्ल नहीं होते.

6. रम यानि क्या?

RAM यानि रैंडम एक्सेस मेमोरी है. रम कंप्यूटर की शॉर्ट-टर्म मेमोरी है, कंप्यूटर डेटा को जल्दी से प्रोसेस करने में मदद करती है.

7. Cloud Computing kya hai?

Cloud Computing इंटरनेट से जुड़े रिमोट सर्वर के नेटवर्क पर डेटा और एप्लिकेशन को स्टोर और मैनेज करता है. इस प्रकार की कंप्यूटिंग, संगठनों और व्यक्तियों को हर डिवाइस पर समान डेटा और प्रोग्राम को एक्सेस करने कि अनुमति देती है.

8. कंप्यूटर क्या है?

कंप्यूटर एक ऐसा डिवाइस है जिसका उपयोग इनफार्मेशन को प्रोसेस करने और टास्क को पूरा करने के लिए किया जाता है. कंप्यूटर को बनाने वाले कई कॉम्पोनेन्ट हैं और यही वह है जो इसे सूचना को प्रोसेस करने मे मदद करते है.

9. कंप्यूटर क्या है इसके प्रकार?

कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं, जिनमें डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन कंप्यूटर शामिल हैं. जबकि वे सभी एक ही तरीके से काम करते हैं, वे स्पेसिफिक पर्पस के लिए अलग-अलग तरह से डिज़ाइन किए गए हैं.

10. कंप्यूटर कैसे काम करते है?

कंप्यूटर के प्रोसेसर को डेटा और निर्देश भेजने के लिए कंप्यूटर माउस या कीबोर्ड जैसे इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है, प्रोसेसर तब डेटा और निर्देशों की व्याख्या करता है और एक आउटपुट उत्पन्न करता है जो आमतौर पर मॉनिटर पर प्रदर्शित होता है.

11. कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर मे क्या अंतर है?

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच अंतर है, हार्डवेयर को फिजिकल कॉम्पोनेन्ट कहते है, जैसे कि कंप्यूटर का प्रोसेसर और हार्ड ड्राइव. जबकि सॉफ्टवेयर यानि वो प्रोग्राम या डाटा जो कंप्यूटर पर रन होते है.

निष्कर्ष

आज हमने जाना है Computer kya hai, computer kitne prakar ke hote hain, कंप्यूटर का उपयोग, कंप्यूटर का इतिहास, आदि.

आशा है आपको इस सवाल कंप्यूटर क्या है का जवाब मिलगया होगा और भि कुछ पूछने के लिए या कहने के लिए कमेंट करे और शेयर भि करे ताके दूसरों को पता चले के कंप्यूटर क्या है?, हमारा ये आर्टिकल ‘What is computer in Hindi’ यहीं समाप्त होता है.

ये भि पढ़े:

Leave a Comment